बांग्लादेश के दौरे से पहले बोले पीएम मोदी-घुसपैठ की जांच के लिए सील की जाएंगी भारत-बांग्लादेश की सीमाएं
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि घुसपैठ की जांच के लिए भारत-बांग्लादेश की सीमाओं को सील किया जाएगा। इसके साथ ही मोदी ने कांग्रेस पर घुसपैठियों को संरक्षण देने वाली ताकतों के साथ गठजोड़ करने का आरोप भी लगाया। बता दें कि प्रधानमंत्री ने यह बात ऐसे समय में कही है जब 26 मार्च को वह बांग्लादेश के दौरे पर जा रहे हैं।
पूर्वी असम में लखीमपुर जिले के अंतर्गत आने वाले बिहपुरिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिमी असम के धुबरी के साथ लगने वाली भारत-बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया गया है और बांग्लादेश के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के शेष बचे हिस्सों को भी सील करने के लिए काम तेज गति से चल रहा है।
पांच भारतीय राज्य - पश्चिम बंगाल (2,216 किमी), त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), मिजोरम (318 किमी) और असम (263 किमी) - बांग्लादेश के साथ 4,096 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं।
कांग्रेस के चुनावी सहयोगी, अखिल भारतीय यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) का नाम लिए बिना, मोदी ने कहा कि अपने वोट बैंक की रक्षा के लिए कांग्रेस किसी भी ऐसी ताकत के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है, जो घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है। मोदी ने कांग्रेस की ओर से असम में पार्टी गठबंधन को लेकर कटाक्ष किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस के पास कोई नेता, नीति या विचारधारा नहीं है। पार्टी ने असम और पश्चिम बंगाल में वाम दलों के साथ गठबंधन किया, लेकिन वह केरल में उनके खिलाफ लड़ रही है।"
मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस जब वह असम में सत्ता में थी तो उसने चाय बागानों में काम करने वाले लाखों लोगों के लिए कुछ नहीं किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने चाय बागानों के श्रमिकों के दैनिक वेतन में दो बार 200 रुपये से अधिक की वृद्धि की है। इस साल के बजट में लाखों चाय बागान श्रमिकों के कल्याण के लिए 1,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई है।"
आगामी असम चुनावों के लिए भाजपा के 'संकल्प पत्र' की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि घोषणापत्र राज्य को आगे बढ़ाने का रोडमैप है।
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने मंगलवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी किया, जिसमें बाढ़ प्रबंधन, असमिया संस्कृति के संरक्षण और विकास, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) में सुधार और घुसपैठ की जांच पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
मोदी ने कहा कि 15 वर्षों (2001-2016) तक असम में सत्ता में रहने के बावजूद, कांग्रेस ने असमिया परंपराओं और संस्कृति की रक्षा एवं इसे बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा, "70 वर्षों के दौरान असम में 13,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया था, लेकिन भाजपा सरकार ने केवल पांच वर्षों में राज्य में 15,000 किलोमीटर की ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया। जैविक फसलों सहित राज्य के बाहर असम की फसलों का विपणन करने का प्रयास जारी है।"
प्रधानमंत्री की यह रैली चुनावी राज्य में छह दिनों में उनकी चौथी सार्वजनिक सभा थी। बाद में बुधवार को मोदी सिपाझर दर्रांग जिले में एक और रैली को संबोधित करने वाले हैं। कई चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री 3 अप्रैल तक तीन बार भाजपा शासित राज्य का दौरा करेंगे।
126 सदस्यीय असम विधानसभा के चुनाव 27 मार्च (47 सीटों), 1 अप्रैल (39 सीटों) और 6 अप्रैल (40 सीटों) के साथ तीन चरणों में आयोजित होंगे। चुनावी परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।