मोदी सरकार के वित्त मंत्रालय ने ब्याज दर घटाने का फैसला लिया वापस, दिग्गी राजा बोले चुनाव का है डर
जनज्वार, नई दिल्ली। केंद्र सरकार व वित्त मंत्रालय ने 12 घंटे के भीतर ही लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने का फैसला वापस ले लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गलती से ब्याज दर घटाने का आदेश जारी हो गया था। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी, जो पिछले साल मार्च तिमाही में थी। लघु बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर जारी रहेगी। बचत खाते में जमा रकम पर सालाना चार प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा।
दरअसल सरकार ने बुधवार 31 मार्च को लोक भविष्य निधि (PPF) और राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (NSC) समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती की। यह कटौती एक अप्रैल से शुरू 2021-22 की पहली तिमाही के लिए की गई थी। ब्याज दर घटने के रुझान के अनुरूप यह कदम उठाया गया था। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार पीपीएफ पर ब्याज 0.7 प्रतिशत कम कर 6.4 प्रतिशत जबकि एनएससी पर 0.9 प्रतिशत कम कर 5.9 प्रतिशत कर दी गई थी।
Govt cuts interest rates on small savings wef from April 1
— ANI (@ANI) March 31, 2021
Savings deposit revised from 4% to 3.5%,annually.
PPF rate down from 7.1% to 6.4%,annually.
1 yr time deposit revised from 5.5% to 4.4%,quarterly.
Senior citizen savings schemes rate down from 7.4% to 6.5%,quarterly&paid pic.twitter.com/x05Hko3vho
इसके अलावा पांच वर्ष की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 0.9 प्रतिशत घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दी गई थी। इस योजना के तहत ब्याज तिमाही आधार पर दिया जाता है। पहली बार बचत खाते में जमा रकम पर ब्याज 0.5 प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दी गई। अब तक इस पर सालाना 4 प्रतिशत ब्याज मिलता था। ब्याज में सर्वाधिक 1.1 प्रतिशत की कटौती एक साल की मियादी जमा राशि पर की गई थी। लेकिन अब पुरानी ब्याज दर 5.5 प्रतिशत ही रहेगी।
इसी तरह दो साल के लिए मियादी जमा पर पर ब्याज 0.5 प्रतिशत घटाने का फैसला किया गया था लेकिन उसपर भी 5. 5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। ,जबकि तीन साल की जमा पर पुराना ब्याज दर ही जारी रहेगा। वहीं पांच साल की जमा पर ब्याज 0.9 प्रतिशत कम नहीं होगा। पुरानी स्कीम ही जारी रहेगी।
बालिकाओं के लिए बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना खाते पर ब्याज 2021-22 की पहली तिमाही के लिए 0.7 प्रतिशत घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया गया था। लेकिन इस पर 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा। किसान विकास पत्र पर सालाना ब्याज 6.9 प्रतिशत ही रहेगा।
चुनाव के डर से मोदीशाहनिर्मला सरकार ने अपना गरीब व आम आदमी की Small Savings की ब्याज दर का निर्णय बदल दिया। धन्यवाद। लेकिन निर्मला जी यह वादा भी कर दीजिए कि चुनाव हो जाने के बाद भी आप फिर से ब्याज दर नहीं घटाएँगीं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 1, 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव को देखते हुए सरकार ने ब्याज दर कटौती का फैसला वापस लिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'चुनाव के डर से मोदी शाह निर्मला सरकार ने अपना गरीब व आम आदमी की Small Savings की ब्याज दर का निर्णय बदल दिया। धन्यवाद। लेकिन निर्मला जी यह वादा भी कर दीजिए कि चुनाव हो जाने के बाद भी आप फिर से ब्याज दर नहीं घटाएँगीं।'