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राजनीति

जगतगुरु परमहंस आचार्य ने किया तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ देने का ऐलान

Janjwar Desk
4 Sep 2023 11:44 AM GMT
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने किया तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ देने का ऐलान
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जगतगुरु परमहंस आचार्य ने किया तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ देने का ऐलान

Sanatana dharma controversy : हिंदू संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने खुलेआम कहा है कि जो भी मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि का सिर कलम करके लाएगा, उसे 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जायेगा और कोई सनातनी ऐसा नहीं कर पायेगा तो वह खुद उदयनिधि का सिर कलम करेंगे...

Sanatana dharma controversy : तमिलनाडु (Tamilnadu) के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन पर टिप्पणी के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं और भाजपा ने इसे हिंदू समाज की आन—बान—शान से न सिर्फ जोड़ना शुरू कर दिया है बल्कि अब इस मामले में संत समाज भी उदयनिधि के खिलाफ खुलकर उतर आया है। गौरतलब है कि उदयनिधि ने शनिवार 2 सितंबर को कहा था कि सनातन धर्म को खत्म कर दिया जाना चाहिए।

उदयनिधि के इस बयान पर अयोध्या के संत परमहंस आचार्य (Jagadguru paramhans aacharya maharaj) ने आज 4 सितंबर को एक भड़काउ बयान देते हुए नाराजगी जतायी है। हिंदू संत ने खुलेआम कहा है कि जो भी मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि का सिर कलम करके लाएगा, उसे 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जायेगा और कोई सनातनी ऐसा नहीं कर पायेगा तो वह खुद उदयनिधि का सिर कलम करेंगे। इतना ही नहीं परमहंस आचार्य ने सिर कलम करने पर ईनाम की घोषण के साथ साथ उदयनिधि के पोस्टर पर तलवार भांजी।

हालांकि तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य का विवादों से पुराना नाता रहा है। पिछले साल वह तब भी सुर्खियों में आये थे जब उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को लेकर विवादित बयान दिया था कि 'शाहरुख खान को मैं ढूंढ रहा हूं जिस दिन वह मिल गया, उस जिहादी की चमड़ी उधेड़ कर जिंदा जला दूंगा। मेरे आदमी मुंबई में ढूंढ रहे हैं। अगर हमसे पहले किसी को मिल जाए और कोई सनातनी शेर उनको जिंदा जला दे, तो उसके परिवार की मैं आर्थिक मदद करूंगा।'

वहीं भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किये जाने को लेकर भी इनकी नौटंकी मीडिया की सुर्खियां बनी थी। परमहंस आचार्य ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपनी मांग को लेकर आत्मदाह का प्रयास किया और तपस्वी छावनी में अपनी चिता सजा ली थी। बाद में घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने उन्हें उनके ही कमरे में नजरबंद कर दिया था। वहीं इसके बाद उनकी जल समाधि का ऐलान वाली घोषणा भी सुर्खियां में रही थी। हालांकि न तो वह आत्मदाह कर पाये थे और न ही जल समाधि ही ले पाये थे।

गौरतलब है कि चेन्नई में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री एमके स्तालिन के बेटे उदयनिधि स्तालिन ने कहा है कि वह अब भी अपने अपने बयान पर कायम हैं। उनके बयान को बेवजह नरसंहार से जोड़ जा रहा है। सबसे पहले भाजपा IT सेल के प्रमुख अमिल मालवीय ने उदयनिधि के बयान को नरसंहार के लिए उकसाने वाला बताया था। जिसके बाद उदयनिधि ने बयान दिया था कि PM मोदी भी कांग्रेसमुक्त भारत की बात करते हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए?

उदयनिधि स्टालिन 2 सितंबर को चेन्नई में एक सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहां सनातन धर्म पर अपनी बात रखते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा था, 'मच्छर, डेंगू, फीवर, मलेरिया और कोरोना ये कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका केवल विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म करना जरूरी होता है।

राजनीतिक गलियारों में उदयनिधि के खिलाफ स्वर तेज हो गये हैं, मगर वह अब भी अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने रविवार 3 सितंबर को मीडिया में दिये बयान में कहा, 'मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ये बात मैं लगातार कहूंगा। कुछ लोग बचकाना व्यवहार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए आमंत्रित किया है। कुछ लोग द्रविड़म को भी समाप्त करने की बात करते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि DMK वासियों को भी मार दिया जाना चाहिए?'

उदयनिधि स्टालिन के सनातन पर दिये गये बयान के बाद उन पर अलग अलग जगह मुकदमे दर्ज किये जाने की तैयारी हो रही है। एक वकील ने दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज करा दी है। हालांकि मुकदमों से बिना भय खाये उदयनिधि ने बयान दिया है कि अगर उनके बयान को लेकर कोई केस दर्ज किया जाता है तो वह इसके लिए मानसिक तौर पर पूर्ण रूप से तैयार हैं।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उदयनिधि स्टालिन को उनके बयान के बाद हिटलर ठहरा दिया। अपने बयान में बोम्मई कहते हैं, यह सनातन के खिलाफ उन पार्टियों के समूह की मानसिकता है जो किसी भी कीमत पर सत्ता में आना चाहते हैं। यह अलोकतांत्रिक और मानवता विरोधी है।

वहीं राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने बयान दिया है कि सनातन धर्म को किसी भी कीमत पर खत्म नहीं किया जा सकता है। ये धर्म सदियों से चला आ रहा है और सदियों तक चलता रहेगा। उदयनिधि को सनातन का असल मतलब नहीं पता है। वे जो भी कह रहे हैं व सरासर गलत है।'

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