BJP प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ आपदा पीड़ितों को बताया चीन का एजेंट, आंदोलनकारी अतुल सती ने दिया करारा जवाब
मौत की तरफ बढ़ते जोशीमठ की आवाज उठाने के लिए अतुल सती पर लगेगी रासुका!, उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारी का सुझाव
Atul Sati Joshimath : मौत की तरफ बढ़ते जोशीमठ आपदा पीड़ितों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का एक अजीबोगरीब बयान आया है। उन्होंने आंदोलनकारियों और पीड़ितों को माओवादी—देशद्रोही और चीन का एजेंट बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान से आंदोलनकारी रोष में हैं।
महेंद्र भट्ट के बयान का मुंहतोड़ जवाब देते हुए लंबे समय से जोशीमठ की आवाज उठा रहे आंदोलनकारी अतुल सती कहते हैं, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष जी का बयान आया है कि जोशीमठ की आपदा पीड़ित जनता जो सरकार की उपेक्षा नाकामी नकारेपन के कारण आंदोलन को विवश है, ठंड में बरफ में धरने पर बैठी है.. माओवादी है .. देशद्रोही है .. चीन की एजेंट है।
श्रीमान भट्ट जी जिस दिन आपने अपने घर पर हमें बेवकूफ बनाने के लिये बुलाया उस दिन हम देशी ही थे या उस दिन भी आप चीन वालों से ही बात कर रहे थे?
अतुल सती आगे कहते हैं, भट्ट जी जोशीमठ में जो आपकी पार्टी कार्यकर्ता आपके खिलाफ नारे लगा रहे थे, आपको जिन्होंने निकल जाने पर विवश किया वे भी चीनी थे? तो आपकी पार्टी में वे क्या कर रहे थे? दजिस दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वार्ता के लिये हमें बुलाया और वार्ता की उस दिन मुख्यमंत्री देश के ही लोगों से वार्ता कर रहे थे अथवा चीनियों से?
बकौल अतुल सती 27 जनवरी को सम्पूर्ण पैनखण्डा की जनता ने हजारों की तादाद में जोशीमठ में प्रदर्शन किया वह सब चीनी ही हैं? यदि ऐसा है तो बगल में बैठे चीन की ही आप मदद कर रहे हैं जो इसी ताक में बैठा है। हम तो सीमा के प्रहरी हैं हमारे यहां से लोग सीमा पर गोली खाते रहे हैं। मेरे पिता स्वयं सेना में रहे हैं और तमाम लोग परिवार के सेना में समय दिए हैं, यह आपका बयान उन सभी लोगों का अपमान है। कल ही जोशीमठ के लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद डिमरी को आपकी सरकार ने ही सम्मानित किया है ।वे हमारे भाई हैं तो क्या वे भी...?
अतुल सती कहते हैं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष में अगर जरा भी संवेदनशीलता और राजनीतिक नैतिकता हो तो अपने इस दुर्भावनापूर्ण व घटिया बयान के लिये माफी मांगें। अन्यथा जोशीमठ की देशभक्त जनता सीमा की प्रहरी जनता जिसने देश के लिये व सेना के लिये बहुत सी कुर्बानियां दीं आपको कभी माफ नहीं करेगी। पीड़ित जनता की मदद नहीं कर सकते मत कीजिये मगर कम से कम यह तो न कीजिये।