karnataka Hijab Row : असम के सीएम ने दिया हिजाब पर उकसाने वाला बयान, कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
karnataka Hijab Row : हिजाब के मुद्दे पर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं यह मसला धार्मिक से ज्यादा सियासी हो गया है। इस विवाद में अब असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसव सरमा ( Hemant Biswa Sarma ) भी कूद गए हैं। उनका बयान विशेष समुदाय के लोग की भावनाओं को एक तरह से कुरेदने वाला है, जिससे राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सगती है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सीएम हेमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस पर इस विवाद को तूल देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को शिक्षा की जरूरत है न कि हिजाब की। सच यह है कि कांग्रेस देश को तोड़ना चाहती है।
असम के सीएम का बयान
असम के सीएम हेमंत बिस्व सरमा ( Hemant Biswa Sarma ) ने हिजाब विवाद पर कहा कि अभी जो कर्नाटक में हो रहा है वह ज्ञान का मसला नहीं है बल्कि ज्ञान मंदिर में धर्म का मसला है। यदि आप क्लास में हिजाब पहनकर जाते हैं तो शिक्षक को कैसे पता चलेगा कि आप समझ रहे हैं या नहीं? किसी ने नहीं कहा कि वे 3 साल पहले हिजाब पहनना चाहते थे? मुस्लिम समुदाय को शिक्षा की जरूरत है, हिजाब की नहीं। राजनीतिक इस्लाम कांग्रेस प्रायोजित है।
हिजाब को लीड कर रहे कांग्रेसी वकील
सीएम हेमंत बिस्व सरमा यहीं नहीं रुके, उन्होंने इस मसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हिजाब के समर्थन में कांग्रेस के एडवोकेट खड़े होते हैं। कर्नाटक की घटना से देश जूझ रहा है। कांग्रेस जिस तरह से देश को बांटने की कोशिश कर रही है वह चिंताजनक है। यह 'टुकड़े-टुकड़े' गिरोह का प्रतिनिधित्व कर रही है। उनका एक ही लक्ष्य है। 1947 से पहले की स्थिति को दोहराना। यही वजह है कि हमारा मकसद कांग्रेस को हराना है।
हिंसा और राजनीति गंभीर मसला
karnataka Hijab Row : इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ( Mayawati ) ने कर्नाटक में हिजाब मामले पर हो रही राजनीति व हिंसा को दुखद करार दिया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से मामले का संज्ञान लेने की अपील की है। हिजाब मामला गंभीर और संवेदनशील बताते हुए कहा कि इस मसले पर राजनीति और हिंसा अनुचित है। यह बेहद गंभीर और अतिसंवेदनशील मामला है। बसपा प्रमुख ने कहा कि कर्नाटक में इस मुद्दे को तूल देकर साम्प्रदायिक सौहार्द, आपसी भाईचारा व सद्भावना को आघात पहुंचाया जा रहा है। यह दुःखद है।