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राजनीति

लखा सिधाना को SSM से मिला चुनावी टिकट, किसान आंदोलन को पहुंचाएगा नुकसान, आपका क्या ख्याल है मित्रों?

Janjwar Desk
23 Jan 2022 3:12 PM IST
लखा सिधाना को SSM से मिला चुनावी टिकट, किसान आंदोलन को पहुंचाएगा नुकसान, आपका क्या ख्याल है मित्रों?
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 लाल किला हिंसा के आरोपी और गैंगस्टर लखा सिधाना को SSM से मिला चुनावी टिकट।

Lakha Sidhana SSM Ticket Punjab Election 2022 

Punjab Election 2022 : लखा सिधाना वही शक्श है जो 26 जनवरी, 2021 की लाल किले की हिंसा के लिए जिम्मेदार माना जाता है। सिधाना का संघियों के साथ भी घनिष्ट ताल्लुकात बताए जाते हैं।

Punjab Election 2022 : पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है। इस बीच किसानों के राजनीतिक संगठन संयुक्त समाज मोर्चा ( Sanyukta Samaj Morcha ) ने 34 उम्मीदवारों की नई सूची जारी है। यहां तक तो सबकुछ सही लगता है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि एसएसएम ( SSM ) ने गैंगस्टर से नेता बने लाखा सिधाना ( Lakha Sidhana ) को मौर से मैदान में उतारा है। जबकि लखा सिधाना को किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी, 2021 की लाल किले हिंसा के लिए जिम्मेदार माना जाता है।

एसएसएम ( SSM ) के इस फैसले के बारे में सियासी जानकारों का कहना है कि इससे किसान आंदोलन को नुकसान होगा। साथ ही लोग आंदोलन की मंशा पर सवाल उठा सकते हैं। ऐसा इसलिए कि लखा का बैकग्राउंड आपराधिक है। उसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं। साथ ही किसान आंदोलन पर इस बात का भी आरोप लग सकता है कि उसने ऐसे लोगों को बढ़ावा दिया है जो कानून की नजर में अपराधी है।

दरअसल, करीब एक साल पहले यानि 26 जनवरी को लाले किले पर हिंसा की घटना हुई थी। उसके बाद से लखा सिधाना और किसान नेताओं के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा। तब सवाल उठाया गया था कि कैसे लखा ने अभिनेता दीप सिद्धू के साथ मिलकर आंदोलन को तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी। इतना ही नहीं, सिधाना को एसकेएम के मंच से बोलने पर रोक लगा दी गई थी।

फिलहाल, 22 किसान संघों द्वारा शुरू किया गया राजनीतिक गुट 'संयुक्त समाज मोर्चा' ने मौर विधानसभा सीट के लिए गैंगस्टर से कार्यकर्ता बने लखा सिधाना को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा, एसएम ने कपूरथला से कुलवंत सिंह जोशन, बाघा पुराण से भोला सिंह बराड़, सुल्तानपुर लोधी से हरप्रीत पाल सिंह विर्क, फतेहगढ़ चूड़ियां से बलजिंदर सिंह, भोआ से युद्धवीर सिंह और दीना नगर से कुलवंत सिंह का भी नाम लिया है। लिस्ट में कुल 35 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं। पहली सूची में पार्टी ने घोषणा की थी कि बलबीर सिंह राजेवाल समराला से चुनाव लड़ेंगे। 19 जनवरी को 17 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की गई थी।

एसएसएम प्रत्याशियों की पहली सूची पार्टी के नेता बलबीर सिंह राजेवाल द्वारा राज्य विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से इनकार करने के एक हफ्ते बाद जारी की गई थी। इस मोर्चे गठन का केंद्र के निरस्त किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लेने वाले पंजाब के विभिन्न किसान संगठनों ने पिछले महीने किया था। एसएसएम ने राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना की घोषणा की थी। एसएसएम ने आगामी चुनावों के लिए गुरनाम सिंह चादुनी के नेतृत्व वाली भारतीय किसान यूनियन के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी।

जानिए, कौन है लखा सिधाना?

पंजाब के बठिंडा जिले के सिधाना गांव का रहने वाला है। 40 वर्षीय पूर्व गैंगस्टर 26 नवंबर से सिंघू सीमा पर बतौर कार्यकर्ता किसान आंदोलन में शामिल हुआ था। उस पर यह आरोप है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान लखा ने अभिनेता दीप सिद्धू के साथ मिलकर आंदोलन को तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी। उसने राजधानी में "आक्रमण" करने के लिए लोगों को उकसाया। हालांकि, लखा सिधाना ने आरोप से इनकार किया है और कहा है कि वह इसके बजाय लोगों को शांत कर रहे थे।

एक जमाने में पंजाब के सबसे खूंखार गैंगस्टरों में से एक सिधाना बूथ कैप्चरिंग, हत्या के प्रयास, हत्या, लूट के अलावा आर्म्स एक्ट के उल्लंघन समेत दो दर्जन से ज्यादा मामलों में आरोपी है।

लखा ने एक छात्र नेता के रूप में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया और शुरू में छोटे-छोटे झगड़ों में शामिल हुआ करता था। लेकिन बाद में बूथ कैप्चरिंग में शामिल हो गया और फिर एक गैंगस्टर बन गया। सिधाना शिरोमणि अकाली दल ( शिअद ) के नेता सिकंदर सिंह मलूका के लिए भी काम करता था। लखा सिधाना को पहली बार 2004 में जेल हुई थी और 2017 तक कई बार सलाखों के पीछे रखा गया था।

लखा सिधाना के पास दो मास्टर डिग्री हैं और एक समय वे भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था। वह कबड्डी खिलाड़ी भी है। पुलिस द्वारा उसकी मां और पत्नी को विभिन्न मामलों में वांछित और फरार की वजह से उठा लेने के बाद उसने एक कार्यकर्ता बनने और अपराध की दुनिया को अलविदा कहने का फैसला लिया था। लेकिन उस पर 26 जनवरी 2021 को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के साथ मिलकर प्रदर्शनकारियों को भड़काने का आरोप लगा है। उसने दिल्ली में लाल किले की घेराबंदी की तिरंगे के अपमान का भी आरोप है।

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