Sanjay Raut : संजय राउत की गिरफ्तारी पर CM शिंदे ने कहा, सुबह-सुबह 8 बजे वाला भोंपू तो अंदर चला गया
Sanjay Raut : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भेजे गए सम्मन पर हाजिर न होने वाले शिव सेना नेता व संसद सदस्य संजय राउत को रविवार 31 जुलाई के दिन ईडी के अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है। आज 1 अगस्त को थोड़ी देर में संजय राउत का मेडिकल होगा जिसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी होगी।
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा, अब रोज सुबह आठ बजने वाला भोंपू तो अंदर चला गया। अब सुबह-सुबह भोंपू सुनने को नहीं मिलेगा। ईडी अपना काम कर रही है। अगर आप ईमानदार हैं तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा।
गौरतलब है कि ईडरी ने पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद रविवार 31 जुलाई की देर रात शिवसेना नेता संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि राउत ने दावा किया कि वह निर्दोष हैं और Patra Chawl Scam Live Updates Sanjay Raut Arrested By ED PMLA Courtउन्हें फंसाया जा रहा है।
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने के ठीक 31 दिन बाद उनके सबसे खास सिपहसालार संजय राउत ने हिरासत के दौरान भी वही ताप तेवर बनाए रखे जिनके लिए उन्हें जाना जाता है। अधिकारियों की हिरासत में राउत जब घर से निकले तो बाहर खड़े समर्थकों का उन्होंने भगवा दुपट्टा लहराते हुए अभिवादन किया। अपने अटूट हौसले की जानकारी देने के लिए राउत ने लग्जरी एसयूवी की छत से विक्ट्री साइन दिखाते हुए अपने समर्थकों की नारेबाजी पर मुट्ठी बांधकर दोनों हाथ भी हवा में लहराये। ईडी अधिकारी रविवार की सुबह सात बजे ही संजय के भापुंड स्थित निवास "मैत्री" पहुंचे थे। नौ घण्टे की लंबी पूछताछ के बाद यहीं से उन्हें अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया। हिरासत के बाद संजय को जब ईडी अधिकारी कार्यालय ले जा रहे थे तो उनके घर के बाहर उनके सैंकड़ों समर्थकों की भीड़ लगी थी।
हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद राउत ने बाल ठाकरे और उद्धव की तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए कहा कि "आप उस व्यक्ति को नहीं हरा सकते जो कभी हार नहीं मानता। झुकेंगे नहीं, जय महाराष्ट्र।" राउत पर यह कार्रवाई महाराष्ट्र के 1034 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाले में उनकी संलिप्तता को लेकर की गई है। इससे पहले राउत को 27 जुलाई को ईडी ने तलब किया था लेकिन वह अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए थे।
ईडी की इस हिरासत के दौरान और उसके बाद धुंआधार ट्विट करते हुए राउत ने ईडी के सामने न झुकने की घोषणा की। ईडी कार्यालय पहुंचकर उन्होंने कहा "मैं झुकूंगा नहीं और और न ही पार्टी छोड़ूंगा।" इतना ही नहीं संजय राउत ने "मार-मार कर पीट-पीट कर अपने खिलाफ सबूत इकट्ठे किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। लेकिन इससे न शिवसेना कमजोर होगी और न ही महाराष्ट्र कमजोर होगा। मैं झुकूंगा नहीं और न ही पार्टी छोड़ूंगा।"
हिरासत में लिए जाने से पहले शिव सेना नेता के भांडुप में स्थित आवास मैत्री पर सुबह पहुंची 10 अफसरों की टीम ने राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत के कमरों की तलाशी ली। टीम ने उनसे और उनके परिवार वालों से पूछताछ की। हिरासत में लिए जाने से पहले टीम ने आरोप लगाया था कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। हिरासत में राउत के ईडी ऑफिस पहुंचने के बाद उनकी बेटी भी वहां पहुंच गई हैं।
हिरासत में लिए जाने से पहले ही टीम ने रविवार को राउत का दादर वाला फ्लैट सील कर दिया था। आरोप है कि संजय राउत ने पात्रा चॉल जमीन घोटाले के पैसे से यह फ्लैट खरीदा था। ईडी की कार्रवाई शुरू होने के बाद संजय राउत ने ट्वीट करके कहा था कि "मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर यह कह रहा हूं। बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है। मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा। यह झूठी कार्रवाई है। झूठा सबूत है। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा।"
इधर संजय राउत के पर हुई कार्यवाही पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि अगर राउत ने कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं ? जबकि संजय राउत के खिलाफ चल रही जांच पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ जो बोलता है, उस पर कार्रवाई की जाती है। यह कार्रवाई अंग्रेजों के कदमों पर चलना है। राउत को ब्लैकमेल करने के लिए कार्रवाई की गई है। ईडी पर दबाव बनाकर ये कार्रवाई हुई है, लेकिन आने वाले चुनाव में जनता इन्हें सबक सिखाएगी। जबकि इस कार्यवाही के विरोध में संजय राउत के घर के बाहर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि ईडी की कार्रवाई केंद्र सरकार के इशारे पर हुई है। संजय राउत के घर पर कार्यवाही की जानकारी मिलते ही शिवसेना कार्यकर्ता उनके घर के बाहर जमा होना शुरू हो गए। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
जिस मामले में ईडी की यह कार्यवाही हुई है वह मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है। आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष म्हाडा और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन साल 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।