Political News : पंजाब में सियासी संकट के बीच दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के 10 विधायक, राहुल गांधी से करेंगे मुलाकात
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Political News जनज्वार डेस्क। पंजाब में जारी सियासी संकट के बीच छत्तीसगढ़ के 10 विधायक बृहस्पत सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के राज्य प्रभारी पीएल पुनिया से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं। बीते काफी दिनों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Dev) के बीच ढाई साल के पावर शेयरिंग को लेकर कथित तौर पर विवाद जारी है। इससे पहले 28 अगस्त को कांग्रेस (Congress) आलाकमान के साथ एक लंबी बैठक हुई थी। बघेल ने कहा कि आने वाले समय में राहुल गांधी राज्य का दौरा करेंगे।
इन विधायकों में से कई छत्तीसगढ़ भवन (Chattisgarh Bhawan) में ठहरे हुए हैं और उनका नेतृत्व एक वरिष्ठ विधायक बृहस्पत सिंह कर रहे हैं। सिंह भूपेश बघेल के वफादार हैं। सिंह का पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के साथ विवाद हुआ था और यहां तक कि बाद में उन्होंने खुद को खत्म कराने की साजिश रचने का आरोप भी लगाया था।
एक स्थानीय समाचार पोर्टल ने विधायक सिंह के हवाले से कहा कि 60 विधायकों ने बघेल को लिखित समर्थन का आश्वासन दिया है, जो उनके अनुसार "नेता के रूप में अच्छा काम कर रहे हैं।" सिंह ने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री (Chief Minister) अगले 25 सालों तक राज्य का नेतृत्व करते रहेंगे।
सिंह ने कहा कि विधायक प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया (PL Punia) और अगर संभव हुआ, तो पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को खुश करने के लिए 70 विधायकों (MLA) के भाग्य को दांव पर नहीं लगाया जा सकता है।
पुरुषोत्तम कंवर, यूडी मिंज, विकास उपाध्याय, मोहित केरकेट्टा, चंद्रदेव राय, गुलाब कामरो उन लोगों में शामिल हैं, जो नई दिल्ली (New Delhi) में हैं। सूत्रों के अनुसार, विधायकों के बारे में भी कहा जा रहा है कि वे वापस जाते समय, शिमला में छुट्टी मनाने की योजना बना रहे हैं।
कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla), जो मंगलवार को रायपुर में थे, उन्होंने भी 2.5 साल के सत्ता बंटवारे के फार्मूले को खारिज कर दिया था, और कहा था कि 'छत्तीसगढ़ में चीजें समान रहेंगी।'
दिलचस्प बात ये है कि सीएम बघेल (Bhupesh Baghel) ने कुछ दिन पहले रायपुर में एक कार्यक्रम में "काका अभी जिंदा है" कहकर अपने समर्थकों के बीच विश्वास जताया था। सीएम को उनके समर्थक काका और दाऊ कहते हैं। इस दौरान उनके पुराने दोस्त से विरोधी बने टीएस सिंह देव भी वहां मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) उस समय राजनीतिक संकट (Political Crisis) में आ गया था, जब सिंह देव अगस्त में कांग्रेस आलाकमान से मिलने के लिए नई दिल्ली के लिए रवाना हुए थे, जिसके बाद बघेल को तलब किया गया था। साथ ही 55 विधायकों के भी दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद, बघेल कुछ दिनों बाद विजयी विश्वास के साथ लौटे थे।
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