Political News : चाचा शिवपाल का अखिलेश यादव को अल्टीमेटम, गठबंधन पर जल्दी साफ करें अपना रुख वरना 403 सीटों पर उतारूंगा उम्मीदवार
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया
Political News जनज्वार न्यूज। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) से पहले छोटे दल भी अपने सियासी दांव को मजबूत कर रहे हैं, शिवपाल यादव आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party), समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ गठबंधन के लिए लंबा इंतजार करने के पक्ष में नहीं है। हाल ही में शिवपाल यादव ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को 11 अक्टूबर तक गठबंधन फाइनल करने का अल्टीमेटम दे दिया है। साथ ही कहा है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जल्दी ही अपनी प्रतिक्रिया दें, नहीं तो शिवपाल (Shivpal yadav) विरोध में उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी करेंगे। मीडिया में खबरें हैं कि 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर यादव परिवार एक हो जाएगा।
छोटे-छोटे दलों के साथ करेंगे गठबंधन
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार सुबह के छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अपने चाचा शिवपाल यादव की पार्टी को भी साथ मिलाने की बात की है। दूसरी तरफ शिवपाल यादव भी साफ तौर पर यह जाहिर कर चुके हैं कि सपा के साथ गठबंधन (Alliance) उनकी प्राथमिकता है। शिवपाल अपनी पार्टी का सपा के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार थे। शिवपाल ने कई बार संकेत दिए थे यदि उनको अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का निमंत्रण आता है तो वह उनसे मिलने जरूर जाएंगे।
शिवपाल- मुलायम सिंह के बीच दिल्ली में मुलाकात
'जनसत्ता' में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक सितंबर के पहले सप्ताह में शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के बीच दिल्ली में डेढ़ घंटे की मुलाकात हुई। बैठक के दौरान मुलायम ने शिवपाल यादव को मना लिया था। जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव के साथ दिल्ली में बैठक की। जहां मुलायम सिंह ने भाई और बेटे दोनों को समझाया कि यदि परिवार अभी एक साथ नहीं खड़ा हुआ तो चुनाव में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इसके बाद शिवपाल यादव (Shivpal Singh Yadav) अपनी पार्टी का सपा में विलय करने के लिए बात करने लगे थे।
अखिलेश यादव और शिवपाल दोनों ही मिलकर चुनाव में साथ आने की बात तो कर रहे हैं। लेकिन उनके बीच पार्टी के गठबंधन को लेकर कोई भी मुलाकात नहीं हो पा रही है और ना ही कोई समीकरण बनता हुआ दिख रहा है। इसी बीच ऐसा माने जाने लगा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह के जन्म दिवस पर यानी 22 नवंबर को पूरा परिवार मिलेगा तो उसी समय चाचा भतीजे के बीच समझौते का ऐलान किया जाएगा।
शिवपाल ने दिया अल्टीमेटम
एक तरफ माना जा रहा था कि मुलायम सिंह के जन्मदिन पर शायद चाचा भतीजे के मिलन का ऐलान होगा। वहीं दूसरी तरफ शिवपाल ने अपने सब्र के बांध को तोड़ दिया। मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन आने में अभी पोने दो महीना बाकी है। ऐसे में शिवपाल यादव के सब्र ने जवाब दे दिया है। अब तक अखिलेश यादव की ओर से बुलावा ना आने पर शिवपाल का धैर्य टूटने लगा है। मंगलवार को इटावा में शिवपाल ने यह जाहिर किया और बोले कि अगर गठबंधन पर कि 11 अक्टूबर तक अखिलेश का कोई जवाब नहीं आता है, तो प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के प्रत्याशी को उतारने की तैयारी शुरू कर देंगे और 12 तारीख से मथुरा से प्रदेश भर में भ्रमण के लिए निकल जाएंगे। साथ ही शिवपाल ने कहा, हमें सपा से गठबंधन के सारे प्रयास कर लिए अब इंतजार अखिलेश यादव के जवाब का है।
राजभर-ओवैसी ने शिवपाल से कहा गठबंधन को लेकर स्टैंड साफ करें
शिवपाल यादव का सब्र इसलिए टूट रहा है क्योंकि विपक्षी अपने-अपने गठबंधन को मजबूत करने में जुटे हैं। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bhartiya Samaj Party) की अगुवाई में बने भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल दल अब गठबंधन का स्वरूप ले रहे हैं। गौरतलब है कि राजभर और ओवैसी के साथ शिवपाल की कई बार मुलाकात हो चुकी है। लेकिन सपा के चक्कर में कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं।
शिवपाल का कहना है कि हमारी कई छोटे-बड़े दिनों से बात हो रही है। वहीं ओवैसी और राजभर अक्टूबर के महीने में यूपी में एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं। जिसमें भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल सभी दल के नेता एक साथ उपस्थित रहेंगे। राजभर और ओवैसी ने शिवपाल यादव से कहा है कि वह गठबंधन को लेकर अपना मत साफ करें। ताकि सीट के बटवारे को लेकर समीकरण तय हो सकें। यही कारण है कि अब शिवपाल सपा का बहुत लंबा इंतजार करने के पक्ष में नहीं है।
शिवपाल को सता रहा है डर
शिवपाल, अखिलेश के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अखिलेश द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है। शिवपाल गठबंधन को लेकर कई बार संकेत दे चुके हैं। लेकिन अखिलेश यादव की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। ऐसे में शिवपाल यादव को यह लग रहा है कि कहीं अखिलेश यादव के चक्कर में वह छोटे दलों के साथ हाथ मिलाने का मौका ना खो दें। इसलिए शिवपाल ने अखिलेश को चेतावनी देते हुए अपनी ताकत भी बता दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में प्रसपा का संगठन मजबूत है। जिला पंचायत चुनाव में भतीजे अंशुल यादव ने गठबंधन किया तो, सभी का विरोध सहने के बावजूद जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ जसवंत नगर क्षेत्र के तीन ब्लाक प्रमुख भी निर्विरोध निर्वाचित किए गए। साथ ही शिवपाल ने कहा, हमारी पार्टी इटावा- औरैया की सभी विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। शिवपाल यादव ने अपनी तरफ से सभी बातें साफ कर दी है और अब अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया का इंतजार है।