Breaking : प्रशांत किशोर ने छोड़ा चुनावी रणनीतिकार का काम, कहा अब जिंदगी में कुछ नया करूंगा
Prashant Kishor News : प्रशांत किशोर ने शुरू की 'जन सुराज यात्रा', बोले - सत्ता में परिवारों का केंद्रीकरण राजनीति के लिए अभिशाप
जनज्वार डेस्क। प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ने का ऐलान किया है। प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले ऐलान किया था कि अगर भाजपा बंगाल में सौ सीटों को पार करेगी तो वो रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे। बता दें कि प्रशांत किशोर इस समय तक तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीतिकार के रूप में काम कर रहे थे। हालांकि वह बंगाल में सही साबित हुए और भाजपा सौ का आंकड़ा पार नहीं कर पायी है।अभी तक के रूझानों में बीजेपी मुश्किल से 80 सीटें पाती हुई दिख रही है। पश्चिम बंगाल में पार्टी का यह हाल तब है जबकि भाजपा ने शीर्ष नेतृत्व के सभी नेताओं को कोरोना के बीच झोंक दिया था।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं जीवनभर यही काम नहीं करना चाहता था। मैं बहुत लंबे समय से यह काम छोड़ने की सोच रहा था। बंगाल चुनाव वह अवसर आ गया है जब मुझे यह काम छोड़ना चाहिए। जिंदगी में अब कुछ नया करूंगा। दरअसल प्रशांत किशोर समाचार चैनल आजतक के साथ बातचीत कर रहे थे। इस दौरान ही उन्होंने यह ऐलान किया।
कार्यक्रम के दौरान जब वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने जब पूछा कि क्या अब आप आगे किसी को प्रचार के लिए नहीं कहेंगे। तो प्रशांत किशोर ने कहा-नहीं, मैं खुद को पॉलिटिकल ऐड मानता हूं जिसे राजनेता चुनते हैं। इसपर पत्रकार राहुल कंवल ने पूछा कि आप यह स्पेस क्यों छोड़ रहे हैं तो यह काम मैं जिंदगीभर नहीं करना चाहता था। उन्होंने कहा कि इंडियनपेक में मेरे से ज्यादा योग्य लोग हैं, वरिष्ठ सहयोगी हैं, वह मुझसे काफी बेहतर हैं।
वहीं टीएमसी के पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर की वीडियो वायरल होने के बाद वह ममता बनर्जी के आंखों का कांटा हो गए थे। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर का मोदी विरोधी माने जाने वाले पत्रकारों के एक समूह "club house' ने साक्षात्कार किया, जिसमें एनडीटीवी के एंकर रवीश कुमार भी थे। रवीश कुमार के एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा था मोदी की पार्टी बंगाल में मजबूत है और लोकप्रियता भी बंगाल में उनकी ज्यादा है। उनकी पूरी बात से झलक रहा था कि तृणमूल की राजनीतिक स्थितियों और मजबूती कम करके आंक रहे हैं। विवाद होने पर अगले दिन उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उनके कहने का वह मतलब नहीं था। चूंकि प्रशांत किशोर बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के पेड चुनावी रणनीतिकार थे, वैसे इस बातचीत का लीक होना, प्रशांत किशोर की साफ-सूथरी छवि पर बड़ा आघात था।
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि 'क्लब हाउस' के पत्रकारों की उस बातचीत के लीक होने के बाद से पार्टी का बड़ा हिस्सा प्रशांत किशोर को विभिषण मानने लगा था। आरोप यह भी था कि प्रशांत किशोर भाजपा की ओर से बैटिंग कर रहे हैं। हालांकि इस बारे में कभी कोई पुष्टिकारक बयान कहीं से नहीं आया, पर प्रशांत किशोर के उस वीडियो के वायरल होने के बाद पश्चिम बंगाल की सबसे ताकतवर पार्टी टीएमसी में कद घट गया था और कद्र भी। ऐसे में कुछ जानकारों का कहना है कि उसी समय तय हो गया था कि प्रशांत किशोर चुनाव परिणाम आने के बाद खुद ही तृणमूल से नाता तोड़ लेने की घोषणा करेंगे और उन्होंने किया भी।