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राजनीति

Rahul Gandhi : अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहते हैं तो छोड़ना होगा CM पद, 1 व्यक्ति 1 पद का किया समर्थन

Janjwar Desk
22 Sept 2022 3:59 PM IST
अडानी के राजस्थान निवेश के अगले ही दिन नरम हुए राहुल गांधी, कहा - कॉरपोरेट के खिलाफ नहीं
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अडानी के राजस्थान निवेश के अगले ही दिन नरम हुए राहुल गांधी, कहा - कॉरपोरेट के खिलाफ नहीं

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) को कांग्रेस ( Congress ) अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार की पसंद माना जाता है लेकिन वो अपने गृह राज्य में सीएम की भूमिका नहीं छोड़ना चाहते हैं।

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने भारत जोड़ो यात्रा ( Bharat Jodo Yatra ) के बीच कहा कि पार्टी को जो भी अध्यक्ष बनेगा उसे एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का पालन करना होगा। अगर अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है लेकिन अध्यक्ष चुने जाने पर उन्हें राजस्थान सीएम का पद ( Rajasthan CM Post ) छोड़ना होगा। इस नीति को लेकर एक प्रस्ताव साल 2022 की शुरुआत में राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। राहुल गांधी के ये शब्द गहलोत के लिए एक झटके के समान ही हैं, जो लगातार संकेत दे रहे थे कि वे दो पदों पर रह सकते हैं।

बुधवार को सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) से मुलाकात के बाद गहलोत ने संकेत दिए थे कि वे राजस्थान के सीएम और अध्यक्ष दोनों पदों पर बने रह सकते हैं। वहीं राहुल गांधी की ओर से दिया गया आज का बयान गहलोत के लिए एक झटके के समान ही हैं जो लगातार संकेत दे रहे थे कि वे दो पदों पर रह सकते हैं।

सांप्रदायिकता पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है

राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि इसका लक्ष्य देश में नफरत और हिंसा को कम करना है। उन्होंने कहा कि गरीबी-अमीरी की खाई बेइंतहा बढ़ी है। हिंसा और सांप्रदायिकता पर हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है। ये यात्रा मेरी नहीं लोगों की यात्रा है। मैं सिर्फ इस यात्रा का हिस्सा बना हूं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने उदयपुर में एक कमिटमेंट की है। मुझे उम्मीद है कि इसे बनाए रखा जाएगा। आज पद के दावेदारों को सलाह देते हुए कहा कांग्रेस का अध्यक्ष पद वैचारिक पद है। भारत का दृष्टिकोण सामने लाता है। अध्यक्ष पद पर मेरी राय स्पष्ट है।

दरअसल, 71 वर्षीय अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार की पसंद माना जाता है लेकिन वे राजस्थान में अपनी मुख्यमंत्री की भूमिका नहीं छोड़ना चाहते। अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें लगता है कि उनकी जगह सचिन पायलट ले लेंगे, जिनकी बगावत के कारण 2020 में उनकी सरकार लगभग गिरते-गिरते बची थीं।

गहलोत को दिया साफ संदेश

राहुल गांधी ने होने वाले कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद का चुनाव से पहले इस बात की नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है। यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है। जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि वे एक ऐतिहासिक स्थान ले रहे हैं। एक ऐसा स्थान जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करती है। होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष को विचारों के एक समूह, एक विश्वास प्रणाली और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करना होगा।

3 मुद्दों पर आधारित है भारत जोड़ो यात्रा

राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि यह तीन विचारों पर आधारित है। पहला विचार यह है कि एक भारत अखंड खड़ा है। अपने आप से युद्ध में नहीं है। अपनों से नाराज नहीं है। नफरत से भरा नहीं है। यह यात्रा कुछ ऐसा है जिसकी अधिकांश भारतीय लोग सराहना करते हैं और पसंद करते हैं। दो अन्य विचार भी हैं जो यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं। एक है बेरोजगारी का स्तर जिसका सामना आज भारत कर रहा है। तीसरा मुद्दा कीमतों का है। ये तीन विचार हैं जो यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं और प्रोत्साहित कर रहे हैं। ये विचार आपस में जुड़े हुए हैं।

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