देश के लोकतंत्र को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा आरएसएस-राहुल गांधी
चेन्नई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पिछले छह वर्षो में देश में स्वतंत्र प्रेस और संस्थानों को सुनियोजित तरीके से नष्ट कर दिया है। उन्होंने शनिवार को तूतीकोरिन स्थित वीओ चिदंबरम कॉलेज हॉल में अधिवक्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के मातृ-संगठन पर यह आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने लोकसभा, विधानसभा और पंचायत जैसे निर्वाचित संस्थानों और न्यायपालिका जैसी संस्थाओं के साथ ही आजाद प्रेस को एक देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि इन छह वर्षो में "भारत में लोकतंत्र मर चुका है।"
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को एक दिन में नहीं, बल्कि व्यवस्थित तरीके से मारा गया है। आरएसएस देश के लोकतंत्र को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस ने पूंजीपतियों के साथ मिलकर देश के संतुलन को नष्ट कर दिया है।
उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, "सवाल यह नहीं है कि प्रधानमंत्री उपयोगी हैं या बेकार हैं, बल्कि वह किसके लिए उपयोगी हैं, सवाल यह है। यह तो हम दो हमारे दो जैसा है।"
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे पर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह भेदभावपूर्ण है। राहुल ने एक बार फिर दोहराया कि संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानून देश के गरीब किसानों के खिलाफ हैं।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि लोगों की शक्ति ही एकमात्र ऐसी शक्ति है, जो लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थानों की रक्षा कर सकती है।
कांग्रेस नेता तमिलनाडु के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जहां पुडुचेरी और केरल के साथ छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने तमिलनाडु की यात्रा से पहले पुडुचेरी का दौरा किया था।