रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर मोदी के दो बड़े मंत्रियों में ठनी - हरदीप पुरी ने कहा देंगे आवास तो अमित शाह के गृह मंत्रालय का आया ट्वीट 'बिल्कुल नहीं'
राहिंग्या मुस्लिमों को लेकर मोदी के दो बड़े मंत्रियों में ठनी - हरदीप पूरी ने कहा देंगे आवास तो अमित शाह के गृहमंत्रालय का आया ट्वीट 'बिल्कुल नहीं'
Rohingya Refugees : रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर मोदी सरकार के 2 बड़े मंत्रियों में आपस में ठन गई है। जहां एक तरफ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों को आवास दिए जाएंगे तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह के गृह मंत्रालय का ट्वीट सामने आया है। जिसमें उन्होंने इस खबर पर रोक लगा दी है और यह साफ कर दिया है कि यह खबर सच नहीं है। रोहिंग्या मुसलमानों को कोई आवास नहीं दिया जाएगा। अब दोनों मंत्रियों के बीच इस रस्साकशी को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है।
हरदीप पुरी को अमित शाह ने ही किया ट्रोल
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पूरी जी की बात तो गलत निकली और यह हम नहीं अमित शाह कह रहे हैं। साथ ही सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि हरदीप सिंह पुरी अपने ही गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा ट्रोल हो गए हैं। इसी की तकरार को क्या नाम दें।
पुरी जी की बात तो पूरी ग़लत निकली और यह हम नहीं अमित शाह कह रहे हैं!
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) August 17, 2022
Poor Mr @HardeepSPuri you have been trolled by your own Home Minsiter @AmitShah
इस तीखी तकरार को क्या नाम दें? https://t.co/bPpQGHxVto pic.twitter.com/Vshzzru0RA
रोहिग्या मुसलमानों को देश में शरण देने और देश से बाहर निकालने की चर्चा अक्सर होती है। इस बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के ट्वीट ये इस बात को हवा मिली कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को देश में शरण देने की तैयारी कर रही है। हरदीप पुरी ने ट्वीट कर कहा है कि भारत वैसे सभी लोगों का स्वागत करते हैं जो देश में शरणार्थी की मांग करते हैं। गौरतलब है कि बीजेपी के नेता रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर करने की मांग करते रहे हैं।
हरदीप सिंह पुरी ने किया ये ट्वीट
बता दें कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एएनआई की एक स्टोरी पर ट्वीट करते हुए लिखा कि जो लोग भारत की रिफ्यूजी पॉलिसी के खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने का काम करते हैं और इसे सीएए से जोड़ते हैं, उन्हें अब निराशा मिलेगी। भारत संयुक्त राष्ट्र के रिफ्यूजी कन्वेंशन 1951 को मानता है और रंग, धर्म और जाति के बिना जिसे भी जरूरत है उसे शरण देता है।
Those who made a career out of spreading canards on India's refugee policy deliberately linking it to #CAA will be disappointed.India respects & follows @UN Refugee Convention 1951 & provides refuge to all, regardless of their race, religion or creed.@MIB_India @NBirenSingh pic.twitter.com/6jyMl9dJ7Q
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 17, 2022
भारत सभी शरणार्थियों का करता है स्वागत
वहीं अपने अगले ट्वीट में हरदीप सिंह पुरी ने लिखा कि 'भारत वैसे सभी शरणार्थियों का स्वागत करता है जो देश से शरण मांगते हैं। एक बड़े फैसले में सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को दिल्ली के बक्करवाला इलके में EWS फ्लैट में शिफ्ट किया जाएगा। उन्हें हर जरूरी चीजें मुहैया कराई जाएंगी। उन्हें UNHCR आईडी और चौबीसों घंटे दिल्ली पुलिस की सुरक्षा दी जाएगी।'
India has always welcomed those who have sought refuge in the country. In a landmark decision all #Rohingya #Refugees will be shifted to EWS flats in Bakkarwala area of Delhi. They will be provided basic amenities, UNHCR IDs & round-the-clock @DelhiPolice protection. @PMOIndia pic.twitter.com/E5ShkHOxqE
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 17, 2022
रोहिंग्या शरणार्थी के लिए डिटेंशन सेंटर
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के ट्वीट के बाद गृह मंत्रालय की ओर से इस बात को साफ कर दिया गया है कि केंद्र सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। बता दें कि रोहिंग्या शरणार्थियों के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली सरकार को आदेश जारी किया। गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा कि जहां रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं, उसी को मौजूदा समय में डिटेंशन सेंटर घोषित किया जाए। वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय की तरफ से ये भी स्पष्ट किया गया है कि नई दिल्ली के बक्करवाला इलाके में रोहिंग्या शरणार्थियों को लिए किसी भी तरह का ईडब्ल्यूएस फ्लैट देने का निर्देश नहीं दिया गया है।
With respect to news reports in certain sections of media regarding Rohingya illegal foreigners, it is clarified that Ministry of Home Affairs (MHA) has not given any directions to provide EWS flats to Rohingya illegal migrants at Bakkarwala in New Delhi.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) August 17, 2022
BJP करती रही है रोहिंग्या मुसलमानों का विरोध
बता दें कि 2017 में लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियां मानवता के आधार पर शरणार्थियों पर ध्यान देने की अपील की थी। वहीं, बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था का म्यांमार के रास्ते रोहिंग्या मुसलमान भारत आते हैं। इससे पूरे देश में सीमावर्ती क्षेत्रों की जनसांख्यिकी बदल गई है। बीजेपी सांसद ने कहा था कि ये लोग भारतीयों का रोजगार छीन रहे हैं और जाली मुद्रा का काम करते हैं। कांग्रेस के शशि थरुर ने कहा था कि देश में विदेशी शरणार्थियों के स्वागत का हजारों साल का इतिहास रहा है। उन्होंने सरकार से एक शरणार्थी और आश्रय कानून बनाने की मांग की थी।