26 जनवरी को महाराष्ट्र में शुरु हुई 5 रुपये की शिव भोजन थाली की बिक्री एक करोड़ के पार
मुंबई। महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी सरकार की अग्रणी सस्ता भोजन योजना के तहत 'शिव भोजन थाली' अब तक एक करोड़ से अधिक बिक चुकी है। यह योजना 26 जनवरी को शुरू की गई थी। एक अधिकारी ने यह जानकारी मंगलवार को दी। इस थाली की मूल कीमत यूं तो 10 रुपये है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान इसकी कीम आधी कम कर दी गई। इस अवधि में भूखे प्रवासियों, गरीब, बेघर और छात्रों ने पांच रुपये की शिव भोजन थाली से अपनी भूख मिटाई। किसी को अंदाजा नहीं था कि यह थाली एक करोड़ से ज्यादा बिकेगी।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इससे खुश हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा, '26 जनवरी से 30 जून के बीच पूरे राज्य में 848 केंद्रों पर 1,00,00,870 शिव भोजन थालियां बांटी गईं।'
यह भोजन थाली पहले दिन से ही लोकप्रिय हो गई और धीरे-धीरे इसकी बिक्री बढ़ती चली गई। जनवरी में 79,918, फरवरी में 467,869, मार्च में 578,031, अप्रैल में 24,99,257, मई में 3,384,040, आधी जून तक 2,991,755 और आज की तारीख तक 1,00,00,870 थालियां बिक चुकी हैं।
शिव भोजन थाली में दो रोटियां, एक सब्जी, थोड़ा चावल और दाल परोसी जाती है। राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने मंत्री छगन भुजबल की अगुवाई में यह योजना शुरू की थी। शुरुआत में मात्र 50 दुकानों पर ये थालियां बेची गईं, और अब तो राज्यभर में 848 दुकानों पर ये थालियां बिक रही हैं।
मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, सरकार को इस थाली पर लागत शहरी क्षेत्र में 50 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 35 रुपये आती है। सरकार प्रति थाली 45 रुपये सब्सिडी देती है और ठेकेदार को हर थाली के लिए 30 रुपये देती है।