सुब्रमण्यम स्वामी ने Owaisi को बताया 'देशभक्त', कहा - उन पर कट्टरवादी सोच का शख्स ही हमला कर सकता है
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमले के दो दिन बाद यानि शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा बयान दिया हैं उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले की सख्त शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि ओवैसी राष्ट्रवादी हों या न हों, लेकिन वो देशभक्त हैं। उन पर हमला कट्टरवादी सोच का ही शख्स कर सकता है, सही नहीं ठहराया जा सकता।
ओवैसी के तर्कों का प्रखरता से जवाब दें, न कि बर्बरता से
भाजपा सांसद स्वामी ने शनिवार को अपने ट्विट में कहा है कि केवल तर्कहीन कट्टरपंथी ही ओवैसी की हत्या करना चाहेंगे। ओवैसी राष्ट्रवादी न होते हुए भी देशभक्त हैं। अंतर यह है कि ओवैसी हमारे देश की रक्षा करेंगे, लेकिन वह नहीं मानते हैं कि हिंदू-मुस्लिम का डीएनए एक ही है। हमें उनके तर्कों को प्रखरता से जवाब देना चाहिए न कि बर्बरता से।
सुब्रमण्यम स्वामी का यह ट्विट कट्टरवादी सोच के हिंदुत्ववादियों के लिए बड़ा झटका है। स्वामी ने ट्विट कर साफ कर दिया है कि राष्ट्रवाद की परिभाषा को लेकर अगर कोई असहमत है तो उसका जवाब हिंसक घटनाओं ने नहीं दिया जा सकता। तर्क का जवाब वैचारिक प्रखरता और बौद्धिकता से ही दिया जा सकता है।
आपको बता दें कि गुरुवार को पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी मेरठ के किठौर पहुंचे थे। चुनाव प्रचार के बाद वो दिल्ली जा रहे थे। दिल्ली पहुंचने से काफी पहले हापुड़ जिले के छिजारसी में उनके काफिले पर हमला हुआ था। कट्टरवादी सोच के दो युवाओं ने उनपर फायरिंग की थी। इस हमले वो बाल बाल बच गए थे। ओवैसी पर हमले का सभी सियासी दलों ने आलोचना की है। शुक्रवार को लोकसभा में इस घटना को लेकर ओवैसी ने सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि इस हमले से साफ हो गया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति कैसी है।
केंद्र सरकार ने हमले के बाद ओवैसी के सुरक्षा की समीक्षा की और जैड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की पेशकश की, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया है। उनकी मांग है कि आतंकवाद विरोधी कानून के तहत आरोपियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। आज यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने इस बात लेकर योगी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने सीएम योगी कहा कि आप छोटी—छोटी बातों को लेकर भी यूएपीए के तहत कार्रवाई करते हैं। फायरिंग मामले के आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज कराकर मेरे साथ न्याय कीजिए।