UP Assembly Election 2022 : अखिलेश यादव फिर हुए हमलावर, कहा चुनाव में हार के डर से बौखला गई है भाजपा
अखिलेश यादव ने अमित शाह पर साधा निशाना
UP Assembly Election 2022 : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जानता पार्टी (BJP) को झूठे वादों की महारथी करार दिया है। अखिलेश यादव ने गुरुवार 9 दिसंबर को भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार से डरी बीजेपी बौखला गई है। साथ ही अखिलेश यादव ने अपने एक बयान में कहा 'बीजेपी सरकार विज्ञापन में नम्बर वन और शासन में शून्य है। उसे झूठे वादों में महारत हासिल है। मगर अब जनता सच्चाई से भलीभांति परिचित हो गई है।'
बीजेपी में बौखलाहट की स्थिति
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता को बीजेपी और समाजवादी सरकारों के बीच फर्क भी मालूम है। साथ ही उन्होंने कहा कि 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता के आक्रोश और अपनी हार से डरी बीजेपी में बौखलाहट की स्थिति हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर कानून-व्यवस्था को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 'इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। सच्चाई यह है कि बीजेपी के राज में कहीं कोई सुरक्षित नहीं है। प्रशासन पूरी तरह पंगु है। महिलाएं असुरक्षित हैं। राजधानी लखनऊ में भी अपराधी बेफिक्र हैं।'
आक्रोशित जनता बीजेपी को करारा जवाब देगी
समजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि 'उत्तर प्रदेश में बीजेपी के अब तक के कार्यकाल में लोगों की जिन्दगी और युवाओं के भविष्य के साथ सिर्फ खिलवाड़ हुआ है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी है। खर्च बढ़ने और कमाई घटने से एक बड़ी आबादी के सपने टूट गए हैं। आक्रोशित जनता साल 2022 के चुनाव में बीजेपी को करारा जवाब देगी।'
लाल टोपी वाले बयान पर भी कर चुके हैं पलटवार
इससे पहले भी बीजेपी पर हमला करते हुए समजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी में बदलाव होने जा रहा है। यूपी की जनता परिवर्तन चाहती है। यूपी में बीजेपी हार रही है। हनुमान जी का रंग भी लाल होता है। लाल रंग क्रांति का प्रतीक होता है। अब लाल टोपी की लड़ाई संसद तक पहुंच चुकी है। इसलिए योगी सरकार की हार तय है।
पीएम मोदी के बयान के तत्काल बाद अखिलेश यादव ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर ट्विट कर लिखा था कि यह भाजपा के लिए 'रेड एलर्ट' है महंगाई का, बेरोज़गारी-बेकारी का, किसान-मज़दूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और 'लाल टोपी' का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।
यूपी से लाल टोपी कभी नहीं हटा पाएंगे योगी-मोदी
2018 के उपचुनाव के बाद अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यूपी से लाल टोपी कभी नहीं हटा पाएंगे। सदन में लाल टोपी पहनकर पहुंचे मुलायम सिंह यादव भी शायद यही बताने की कोशिश कर रहे थे कि लाल टोपी के वजूद को मिटाना इतना आसान भी नहीं है।