UP Election 2022: तीसरे चरण की 59 सीटों पर थम गया चुनावी शोर, अखिलेश-शिवपाल से लेकर केन्द्रीय मंत्री तक की किस्मत दांव पर
शिवपाल यादव ने Exit Polls को बताया भ्रामक
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में राज्य के 16 जिलों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे चरण के मतदान के लिए आज (शुक्रवार) शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया. इस चरण में रविवार को मतदान होगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतदान रविवार सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा. कोरोना के कारण चुनाव आयोग ने इस बार मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया है.
2 करोड़ से ज्यादा वोटर लेंगे हिस्सा
जानकारी के अनुसार तीसरे चरण में दो करोड़ 15 लाख से अधिक मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे और इनमें एक करोड़ 16 लाख से अधिक पुरुष 99 लाख से ज्यादा महिला मतदाता हैं. जबकि एक हजार से अधिक तीसरी लैंगिक पहचान वाले मतदाता हैं. इस चरण में मैनपुरी जिले के साथ ही हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण में कुल 627 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
सबसे हॉट सीटों में करहल का नाम
राज्य के 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट भी शामिल है. यहां सत्तारूढ़ बीजेपी से केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आमने-सामने हैं. तीसरे चरण वाले इन जिलों में शुक्रवार की शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव इटावा जिले स्थित अपने पैतृक गांव सैफई से मात्र चार किलोमीटर दूरी पर स्थित मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं. अखिलेश के मुकाबले केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल के भाजपा उम्मीदवार के रूप में सामने आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
शिवपाल की किस्मत का भी होगा फैसला
अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. तीसरे चरण के कुल 627 उम्मीदवारों में राज्य सरकार के मंत्री सतीश महाना (महाराजपुर-कानपुर) व आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री (भोगांव-मैनपुरी) रामवीर उपाध्याय (हाथरस – सादाबाद) भाजपा से चुनाव मैदान में हैं. जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं. भारतीय पुलिस सेवा (IPS) छोड़कर राजनीति में कूदे अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी रहे असीम अरुण भी इसी चरण में कन्नौज के सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार हैं.
तीसरे चरण की इन 59 सीटों पर 2017 विधानसभा चुनाव
- बीजेपी गठबंधन- 49 सीट
- समाजवादी पार्टी- 8 सीट
- कांग्रेस- 1 सीट
बहुजन समाज पार्टी- 1 सीट
दांव पर इन दिग्गजों की साख - तीसरे चरण में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव ही नहीं, योगी सरकार के कई मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। अखिलेश यादव के खिलाफ केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी करहल सीट से ही चुनावी मैदान में हैं। जबकि कानपुर की महाराजपुर सीट से मंत्री सतीश महाना किस्मत आजमा रहे हैं। बसपा का ब्राह्मण चेहरा रहे रामवीर उपाध्याय की किस्मत भी सादाबाद सीट से भाजपा के टिकट पर दांव पर लगी है। फर्रूखाबाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद की किस्मत का फैसला भी इसी चरण के चुनाव में होना है। कन्नौज की सुरक्षित सीट से आईपीएस की नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ रहे असीम अरुण का फैसला भी इसी चरण में होना है। जबकि सिरसागंज सीट से मुलायम के समधी हरिओम यादव भी बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कानपुर के किदवई नगर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय कपूर भी चुनावी मैदान में हैं। सीसामऊ सीट से हाजी इरफान सोलंकी की हैट्रिक का फैसला भी तीसरे चऱण के चुनाव में ही होना है।
अखिलेश-शिवपाल से लेकर मंत्री तक की किस्मत दांव पर
- 1- अखिलेश यादव (करहल)
- 2- शिवपाल यादव (जसवंत नगर)
- 3- एसपी सिंह बघेल (करहल)
- 4- सतीश महाना (कानपुर की महाराजपुर सीट)
- 5- सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद (फर्रूखाबाद)
- 6- असीम अरुण (कन्नौज)
- 7- बीजेपी से मुलायम के समधी हरिओम यादव (सिरसा)
- 8- अजय कपूर (किदवई नगर)
2 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे फैसला - तीसरे चरण में कुल 2 करोड़, 15 लाख, 75 हजार 430 मतदाता हैं। इसमें 1,16,12,010 पुरुष औऱ 99,62,324 महिला मतदाता और 1,096 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। 2017 में नहीं चला था सपा का जादू - तीसरे चरण के चुनाव में 30 सीटें ऐसी हैं जो कि यादव बाहुल्य हैं। यह सीटें फिरोजाबाद, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, एटा आदि जिलों में आती हैं। हालांकि 2017 के चुनाव में इन 30 सीटों में से सपा सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई थी। जिसके बाद 2022 के चुनाव में देखना होगा कि यहां योगी मैजिक चलता है समाजवादी पार्टी मजबूत होती है।