UP Election 2022 : बाराबंकी में सीएम योगी की रैली से पहले किसानों ने छोड़े सैकड़ों सांड, बोले- CM को भी पता चले कि कितनी तकलीफ में है हम

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UP Election 2022 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आज बाराबंकी में जनसभा थी। सीएम योगी आदित्यनाथ बाराबंकी में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे लेकिन उनके आने से पहले ही क्षेत्र के किसानों ने जनसभा स्थल के पास हजारों गाय बैल और सांड को छोड़ दिया था। किसानों का कहना है कि 'सीएम को भी पता चलना चाहिए कि गाय, सांड से हमे कितनी समस्याएं होती हैं।' किसान गोवंश को गांव से हांककर जनसभा स्थल तक ले आए। योगी आदित्यनाथ 5:49 बजे कुर्सी विधानसभा में रैली करने पहुंचे। यहां किसानों ने रैली से 500 मीटर की दूरी पर मैदान में सैकड़ों गाय बैल और सांड को छोड़ दिया। जिससे यहां अफरा-तफरी मच गई। पुलिस वालों ने बांस-बल्ली लगा कर आवारा जानवरों को रैली में आने से रोका।
सीएम योगी ने इस समस्या का किया जिक्र
बता दें कि बाराबंकी में सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली करीब डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुई। यहां उन्हें 4:00 बजे पहुंचना था। सीएम योगी ने आवारा जानवरों की समस्या का अपने भाषण में भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 'यूपी में जब भाजपा की सरकार बनी तो पहला फैसला किसानों के लिए तो दूसरा निर्णय बेटियों की सुरक्षा था। हमने फैसला किया था कि गोवंश को बूचड़खाना में कटने नहीं देंगे तो किसानों की फसलें भी नाश्ता नहीं होने देंगे| इनके लिए जगह-जगह गौशाला है बनवाई। आगे और भी बड़े फैसले किसानों के हित में लिए जाएंगे।
कांग्रेस ने सीएम योगी पर कसा तंज
बता दें कि कांग्रेस ने सीएम योगी पर तंज कसा है। सोशल मीडिया पर लिखा, 5 सालों में उत्तर प्रदेश में जितने भाजपा के सदस्य नहीं बने होंगे, उससे 5 गुना ज्यादा तो सांड इकट्ठे कर दिए भाजपा की सरकार ने। चुनाव आते ही अब कह रहे हैं कि 'छुट्टा जानवरों' का इंतजाम बांधेंगे। सुनते ही भाजपा के कार्यकर्ता सहमे हुए हैं। भाजपा सरकार और सांड दोनों जाने वाले हैं|
किसानों की फसलों से जानवरों से हो रहा है नुकसान
बता दें कि, इस समय प्रदेश में आवारा छुट्टा जानवर बड़ी परेशानी का सबब हैं। इसके चलते सड़कों पर जगह-जगह आवारा छुट्टे जानवरों का झुंड देखने को मिलता है। सबसे ज्यादा इन जानवरों से किसान परेशान हैं। ये बड़े पैमाने पर किसानों की फसलें लगातार बर्बाद कर रहे हैं। किसानों ने दर्जनों आवारा छुट्टे जानवर खदेड़ कर जनसभा स्थल पर पहुंचा दिए हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।किसानों के विरोध का ये तरीका एकदम अलग है।
चौथे चरण में आवारा जानवर अहम मुद्दा
बता दें कि उत्तर प्रदेश की सड़कों पर आवारा पशुओं की तादाद बढ़ती गई। 2019 में जारी हुई पशु गणना की रिपोर्ट में मवेशियों की आबादी में 17% की बढ़ोतरी हुई थी, जबकि देश में आवारा पशुओं की संख्या में गिरावट हुई थी। उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की बढ़ोत्तरी का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चौथे चरण की 60 सीटों में कम से कम 50 पर इस बार सांड बड़ा मुद्दा है। ऐसा योगी सरकार में गोवंश को मिले संरक्षण में इनकी तादाद बढ़ने की वजह से हुआ है। वहीं, भूख शांत करने के लिए ये फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।











