UP Election 2022 : 'ओवैसी की रगों में जिन्ना का खून, वह औरंगजेब की औलाद, जल्दी होगा दमन' भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह की फिर फिसली जुबान
[भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह]
UP Election 2022 : भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा का विषय बने रहते हैं। उत्तर प्रदेश के बलिया में बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने अब एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर विवादित टिप्पणी की है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी आधुनिक भारत में मोहम्मद अली जिन्ना के विचार का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके रगों में जिन्ना का खून बह रहा है। वह औरंगजेब की औलाद है।
विधायक ने देश बांटने का लगाया आरोप
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने असदुद्दीन ओवैसी पर देश बांटने का आरोप लगाया है। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि ओवैसी औरंगजेब के संतान की तरह है। वह नए जमाने के औरंगजेब हैं लेकिन उन्हें यह जरूर समझना चाहिए कि मोदी एवं योगी शिवाजी की तरह हैं। उन्होंने नए जमाने के औरंगजेब से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए अवतार लिया है।
छापेमारी को लेकर लगाया आरोप
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने ओवैसी के अलावा समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। सुरेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि कानपुर एवं कन्नौज के इत्र कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी हुई, वे अखिलेश यादव एवं मुलायम सिंह के करीबी हैं। आगे उन्होंने कहा कि चुनाव में समाजवादी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए कारोबारियों ने अपने घरों में कैश जमा किया था। आगे बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इन पैसों से अखिलेश यादव को फायदा होता है इसलिए वो चुनाव आयोग से छापों पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने लाल टोपी वालों को बताया गुंडा
केवल भाषा विधायक सुरेंद्र सिंह ने ही नहीं बल्कि यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी अखिलेश यादव पर हमला किया है। सीतापुर में स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के शहजादे कहते हैं कि 'ठोको ताल, पहचान हमारी टोपी लाल'। उनसे मैं कहना चाहता हूं कि यूपी का आज बच्चा बच्चा जानता है कि लाल टोपी वाले आदमी गुंडे होते हैं। साथ ही स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव और उनके पार्टी की तुलना फिल्म शोले के गब्बर सिंह से करते हुए कहा कि 2017 से पहले यूपी में मां अपने बच्चों को कहते थे कि सो जाओ नहीं तो लाल टोपी वाले गुंडे आ जाएंगे और उठा के ले जाएंगे।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर 18वीं विधानसभा फिर यह चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच में हो सकते हैं। बता दे कि 17 विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है। ऐसे में चुनाव आयोग को उसे पहले ही एक चुनाव कराने हैं।