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राजनीति

UP Election 2022 : 'बरसाती मेंढकों से नहीं बढ़ेगा किसी पार्टी का जनाधार', मायावती ने सपा पर साधा निशाना

Janjwar Desk
1 Nov 2021 12:53 PM IST
UP Election 2022 : बरसाती मेंढकों से नहीं बढ़ेगा किसी पार्टी का जनाधार, मायावती ने सपा पर साधा निशाना
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(मायावती ने दलबदलू विधायकों को बताया बरसाती मेंढक)

UP Election 2022 : यावती ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि यूपी विधानसभा आम चुनाव नजदीक आने पर अब फिर से आए दिन दलबदलू लोगों के इस पार्टी से उस पार्टी में आने -जाने का दौर शुरू हो गया है। किन्तु इससे किसी भी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है।

UP Election 2022 : उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के लिए सभी पार्टियों ने अपने स्तर पर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं दूसरी ओर अलग-अलग पार्टियों के निष्कासित और बागी विधायक अपनी-अपनी गोटी सेट करने में लग गए हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 6 और भाजपा (BJP) के एक विधायक ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) इस वक्त सदयस्ता और गठबंधन अभियान चला रही है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) हर पार्टी के नेताओं को अपनी पार्टी के साथ जोड़ना चाहते है और छोटे छोटे राजनीतिक पार्टियों के साथ गठबंधन भी कर रहे हैं।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने पार्टी छोड़कर सपा में शामिल होने वाले विधायकों को बरसाती मेंढ़क बताया। मायावती ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि 'यूपी विधानसभा आम चुनाव नजदीक आने पर अब फिर से आए दिन दलबदलू लोगों के इस पार्टी से उस पार्टी में आने -जाने का दौर शुरू हो गया है। किन्तु इससे किसी भी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है बल्कि इससे हानि ही होगी। अतः बीएसपी ऐसे बरसाती मेंढकों को पार्टी से दूर ही रखें।'

मायावती ने लिखा कि 'केवल दलबदलू ही नहीं बल्कि बरसाती मेंढ़कों की तरह अनेकों ऐसी पार्टियों के नाम भी लोगों को सुनने को मिल रहे है जिनका नाम अबतक देखने - सुनने को नही मिले थे। सत्ता लोलुपता के ऐसे खेल को जनता खूब समझती है व इससे उनपर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। परिवर्तन अटल है।'

बीएसपी के छः विधायक अखिलेश का दामन थामा

शनिवार 30 अक्टूबर को बीएसपी को विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा क्योंकि पार्टी के छह विधायकों ने एक साथ सपा की सदयस्ता ले ली। ये पहले से अनुमान था कि बसपा के बागी विधायक पार्टी छोड़ सकते है क्योंकि इन विधायकों के खिलाफ मायावती ने एक्शन लिया था। बसपा के सभी विधायकों ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी की सदयस्ता ग्रहण किया। बीएसपी पार्टी छोड़ने वाले विधायक असलम राणा,असलम अली चौधरी, मुज्तबा सिद्दीकी, हकीम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव और सुषमा पटेल हैं।

बसपा के दो और बड़े नेता सपा का दामन थामेंगे

आज सोमवार को बीएसपी के नेता लाली जी वर्मा और रामअचल राजभर ने घोषणा की है कि वे 7 नवंबर को अम्बेडकर नगर में होने वाली समाजवादी पार्टी की रैली में अखिलेश यादव के मौजूदगी में औपचारिक तौर पर सपा से जुड़ेंगे। हमने बीएसपी के लिए बहुत कठिन संघर्ष किया है लेकिन पार्टी ने बीते 3 जून को निष्कासित कर दिया।

बीएसपी अकेले लड़ेगी चुनाव

उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीएसपी अकेले लडेगी। बीएसपी ने साफ किया है कि वह चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी और एसपी ने साथ चुनाव लड़ा था। इस बार 2022 के चुनाव में दोनों पार्टियां आमने -सामने होंगी।

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