UP Elections 2022 : नीतीश के मंत्री ने भाजपा को बताया धोखेबाज, इस बात का ऐलान कर बढ़ाई योगी की मुसीबत
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 ( UP Assembly Election 2022 ) में सत्ता में वापसी के लिए भाजपा के पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी ( CM Yogi Adityanath ) तक पसीना बहा रहे हैं, वहीं नीतीश सरकार में शामिल एक मंत्री और भाजपा ( BJP ) के सहयोगी योगी की मुसीबत बढ़ाने में लगे हैं। यहां पर मैं, बात कर रहा हूं, विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया और सीएम नीतीश की कैबिनेट में शामिल मंत्री मुकेश सहनी ( Mukesh Sahni ) की।
दरअसल, चुनाव यूपी में है और निषदों को एससी कटेगरी में शामिल न करने के अमित शाह के रुख से नाराज हो गए हैं बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी। उनकी नाराजगी भाजपा को यूपी में नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा इसलिए कि उन्होंने विधानसभा की कुल 403 में से 165 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। एनडीए सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने भाजपा को धोखेबाज बताया है। मुकेश सहनी ने अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा से बगावत करते हुए आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है।
बिहार सरकार में मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी ( VIP Mukesh Sahni ) नाराज इसलिए हैं कि आरक्षण के नाम पर निषादों को लखनऊ बुलाकर भाजपा ने धोखा दिया। लेकिन रैली में किसी ने भी आरक्षण के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। किसी के मुंह से आरक्षण का 'अ' तक नहीं बोला गया। इसलिए निषाद समाज भाजपा को माफ नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी पर भी हमला बोला है।
सहनी ने निषाद पार्टी को परिवार की पार्टी बताया
वीआईपी मुखिया मुकेश सहनी ने कहा कि लखनऊ में हुई रैली से यह साबित हो गया है कि निषाद पार्टी संजय निषाद और उनके परिवार की पार्टी है। साथ ही उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद समाज के लोगों को ठग रहे हैं और छल कपट करके उनका वोट लेते हैं। उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर के बाद से उत्तर प्रदेश में पार्टी की प्रचार यात्रा शुरू की जाएगी।
शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निषाद समाज को खूब साधने की कोशिश की। अमित शाह ने कहा कि रैली में उमड़ी निषाद समाज की भीड़ बताती है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए 300 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर दोबारा सरकार बनाने के बाद निषाद समुदाय के बाकी एजेंडे को पूरा किया जाएगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में निषाद समुदाय काफी लंबे समय से अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग कर रहा है। शुक्रवार को आयोजित की गई दोनों पार्टियों की संयुक्त रैली में निषाद समुदाय यह उम्मीद थी कि अमित शाह निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग स्वीकार करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई और सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा कि अगर भाजपा को निषाद समाज का वोट चाहिए तो उन्हें इस समाज के लोगों का ख्याल भी रखना होगा।