Uttar Pradesh News : 'जिसे चलना सिखाया, वह हमें रौंदता चला गया', अखिलेश यादव पर शिवपाल का बड़ा हमला
Uttar Pradesh News : जिसे चलना सिखाया, वहीं हमें रौंदता चला गया, अखिलेश यादव पर शिवपाल का बड़ा हमला
Uttar Pradesh News : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने बड़ा हमला किया है। शिवपाल यादव ने अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा है कि जिसे चलना सिखाया, वही उन्हें रौंदता चला गया। बता दें कि ईद के मौके पर शिवपाल यादव से पहले आजम खान (Azam Khan) ने भी बेटे के टि्वटर हैंडल के सहारे अखिलेश यादव को निशाने पर लिया।
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
बता दें कि शिवपाल यादव ने आज मंगलवार को ईद के मौके पर कहा कि उन्होंने अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर उसे संतुष्ट (अखिलेश यादव) करने का प्रयास किया। बता दें कि शिवपाल यादव ने ट्वीट कर लिखा 'अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया। इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी। हमने उसे चलना सिखाया...और वो हमें रौंदते चला गया। एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।'
सपा की हार के बाद बढ़ी अखिलेश और शिवपाल के बीच दूरी
बता दें कि उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Election 2022) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद से अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच दूरी एक बार फिर बढ़ गई है। शिवपाल यादव ने बगावत का झंडा बुलंद कर लिया है तो अखिलेश उन्हें जल्द चले जाने को कह रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिवपाल यादव अब आजम खान के साथ मिलकर कोई नया मोर्चा बना सकते हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार दोनों नेता सपा के एमवाई समीकरण को बिगाड़ सकते हैं। दोनों ही अखिलेश यादव के रवैए से नाराज हैं और साथ मिलकर अपने कथित अपमान और उपेक्षा का बदला ले सकते हैं।
(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू—ब—रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।
हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।
सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)