UP की तरह उत्तराखंड में भी मदरसों का सर्वे, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के पिरान कलियर में सेक्स रैकेट चलने और ड्रग्स माफिया की सक्रियता के दावे के बाद CM धामी एक्शन में
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Dehradun news : उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स के मदरसों को लेकर दिए बयान पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया सामने आई है। मंगलवार 13 सितंबर को सीएम धामी ने भी मदरसों के सर्वे पर मुहर लगा दी है। सीएम धामी का कहना है कि मदरसों को लेकर समय समय पर तमाम तरीके की बातें सामने आती रहती हैं। ऐसे में जांच होना जरूरी है, जिससे मदरसों के बारे में सब कुछ सच सामने आ सके।
बता दें कि एक तरफ जहां उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के गले में भर्ती घोटाला हड्डी की तरह अटका पड़ा है, तो दूसरी तरह राज्य के युवा इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग के लिए सड़कों पर उतरना शुरू हो गए हैं। गढ़वाल मंडल से शुरू हुए युवाओं के इस आंदोलन की तपिश कुमाउं मण्डल तक पहुंच चुकी है। हल्द्वानी में भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवाओं की होने वाली जनाक्रोश रैली में अब 24 घंटे से भी कम का समय रह गया है।
ऐसे में संकटग्रस्त प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश में चल रही मदरसों की जांच के व अवैध मदरसों ध्वस्तीकरण के मुद्दे पर बॉलिंग करने का निश्चय किया है। इसी रणनीति के तहत इस मुद्दू पर पहले उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स के माध्यम से मदरसों पर बयान दिलवाकर माहौल बनाया गया। माहौल बनते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद आगे बढ़कर इसकी कमान संभाल ली। मंगलवार को इसी तर्ज पर मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड में मदरसों के सर्वे का बयान दिया गया।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष बनने के बाद शादाब शम्स ने वक्फ बोर्ड से जुड़ी ऐसी संपत्तियों का सर्वे कराने की बात कही है, जिन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। साथ ही शादाब शम्स ने सरकार से सहायता प्राप्त मदरसों का सर्वे होने की भी बात कही है, लेकिन उनके द्वारा पिरान कलियर को सेक्स और ड्रग्स का अड्डा बताए जाने का प्रदेश के मुस्लिम समुदाय में जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है। बीते 6 साल से प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बाद भी पिरान कलियर को सेक्स व ड्रग्स का अड्डा बताए जाने से खुद भाजपा सरकार पर ही उंगलियां खड़ी होना शुरू हो गई हैं।