Uttarakhand Election 2022 : हरदा करेंगे चुनाव को लीड, सीएम चेहरा बाद में होगा तय, प्रभारी का कद घटा
आरोपों से आहत हरीश ने दी कांग्रेस मुख्यालय पर उपवास की धमकी, करारी हार के बाद भी कम नहीं हो रहे तेवर
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत के तूफानी ट्वीट के बाद देहरादून से लेकर दिल्ली तक की कांग्रेस में मची हलचल के 48 घंटे बाद स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है। फिलहाल, जो फार्मूला आलाकमान स्तर पर तय हुआ है उसके अनुसार चुनाव को हरीश रावत लीड करेंगे। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कांग्रेस ने अपनी परम्परा को बरकरार रखते हुए इसे चुनाव नतीजे आने के बाद के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया है। कांग्रेस सुप्रीमों सोनिया गांधी की राय से मुख्यमंत्री का चयन चुनाव परिणाम आने के बाद किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में हरीश रावत से राहुल गांधी की मुलाकात के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने हरीश रावत को इस फार्मूले के तहत मना लिया है। नई दिल्ली में पार्टी के सभी क्षत्रपों की आलाकमान के साथ हुई गुफ्तगू के बाद पत्रकार वार्ता में चुनाव अभियान समिति के मुखिया हरीश रावत ने बताया कि फिलहाल चुनाव उनके ही नेतृत्व में लीड किए जाने की सहमति बनी है। मुख्यमंत्री का चुनाव कांग्रेस की परम्परा के अनुसार चुनाव नतीजे आने के बाद विधयक दल की राय के आधार पर कांग्रेस आलाकमान द्वारा तय किया जाएगा।
हालांकि, हरीश रावत ने बताया है उसमें ऊपरी तौर पर कुछ भी नया नहीं है। चुनाव अभियान समिति के प्रमुख होने के नाते चुनाव पहले से ही उनकी ही देखरेख में सम्पन्न होना था। लेकिन विवाद के बाद कांग्रेस आलाकमान के साथ हुई बातचीत की जानकारी जिस प्रकार से पार्टी ने हरीश रावत के "द्वारा" दिलवाई है, वह कई मायने में खास है। पत्रकारों को जब हरीश रावत जानकारी दे रहे थे तब यशपाल रावत के अलावा उनके विरोधी खेमे के प्रतिनिधि के तौर पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी उनके साथ मौजूद थे।
रावत को अपर हैंड
बहरहाल, ताज़ा प्रकरण के निहितार्थ के लिहाज से इस समय कांग्रेस आलाकमान ने हरीश रावत को अपर हैंड दे दिया है। इसके साथ ही विवाद का मुख्य केन्द्र रहे प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव को भी चुनाव के कारण अभी तत्काल प्रदेश से रिलीव नहीं किया जाएगा। अलबत्ता उनका जाना तय है।