जब किसान जमीन ही नहीं देंगे तो BJP सांसद निरहुआ ने कैसे बोल दिया 'आजमगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पास हुआ है तो बनकर रहेगा'
आजमगढ़ भाजपा सांसद निरहुआ हेट स्पीच file photo
खिरिया बाग, आजमगढ़। जन आंदोलन के राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) के राष्ट्रीय समन्वयक किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि किसानों ने कह दिया है कि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जमीन नहीं देंगे तो नहीं देंगे। निरहुआ ने किस आधार पर बोला कि आजमगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पास हुआ है, तो बनकर रहेगा। निरहुआ ने यह बोलकर कि किसान मुआवजे की ताक में रहता है कहकर अन्नदाता का अपमान किया। निरहुआ बताएं की क्या कभी यहां के किसानों मजदूरों ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की मांग की थी। निरहुआ और उनकी पार्टी को पालने वाले पूंजीपति आजमगढ़ का भविष्य को नहीं तय करेंगे। निरहुआ के आजमगढ़ प्रेम को जानते हैं, ये वहीं निरहुआ हैं जिन्होंने आजमगढ़ियों के घुटने तोड़ने, ऊपर पहुंचाने और जेल में डालने की धमकी दी थी. यूपी में कानून व्यवस्था का राज होता तो ये जेल में होते।
किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि आरएसएस के कार्यक्रम में निरहुआ ने एयरपोर्ट बनने की बात कहकर अपने आकाओं को खुश करने की कोशिश की, क्योंकि आजमगढ़ में किसानों के विरोध में निरहुआ के बयानों की वजह से भाजपा से उनकी उम्मीदवारी संकट में आ गई है। कोई एयरलाइन कंपनी आजमगढ़ नहीं आना चाहती कहकर उन्होंने साफ कर दिया की यूपी की ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था और अर्थव्यस्था के चलते कोई निवेश नहीं करना चाहता।
राजीव यादव ने कहा कि निरहुआ ने मंदुरी में तैयार हवाई अड्डे को नाकाफी बोलकर रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम की परियोजना पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद एयरलाइन कंपनियों से बातचीत की गई, जिस पर उन्होंने कहा कि घरेलू उड़ान संभव नहीं। जब घरेलू उड़ान नहीं हो सकती थी तो क्यों बनाया गया हवाई अड्डा। एयरलाइन कंपनियों से यह बात हवाई अड्डे पर धन खर्च करने से पहले क्यों नहीं की गई, सिर्फ कमीशनखोरी के लिए। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा नवंबर 2018 से अप्रैल 2019 के 1821.49 लाख और जीएसटी खर्च किए गए। सालों से अब उड़ेगा तब उड़ेगा की घोषणाएं की गई और अब कहा जा रहा है कि उड़ान हो ही नहीं सकती। सांसद के बयान ने साफ कर दिया कि लाखों, करोड़ खर्च से बना आजमगढ़ एयरपोर्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
किसान नेता ने कहा कि निरहुआ मानसिक तौर पर तनाव में लग रहे हैं। एक दिन पहले कह रहे थे की किसान जमीन दे दें, बहकावे में न आएं और दूसरे दिन कह रहे कि सरकार से अनुरोध करेंगे कि एक बड़ी ग्रीनलैंड कहीं मिले जो सरकारी हो जहां किसी को कोई आपत्ति ना हो, वहां पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण हो। हम जानते हैं कि निरहुआ को राजनीतिक सूझबूझ नहीं है क्योंकि शूटिंग ईटिंग से फुर्सत कहां। निरहुआ आजमगढ़ से सांसद हैं निश्चित तौर पर वे किसानों के खिलाफ बोले पर अन्नदाता का दिल बड़ा है वे जब मान रहे कि एयरपोर्ट किसानों की सहमति के बगैर नहीं बन सकता और किसान जिसके लिए तैयार नहीं तो वे परियोजना रद्द करने का शासनादेश लाएं, जिससे उनकी माता तुल्य माताएं बहनें धरने से वापस जाकर अपनी घर गृहस्थी संभालें।
निरहुआ कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री से कहकर मंदुरी विस्तारीकरण के काम को रोक दिया गया है, जबकि जिला प्रशासन के कागजों में परियोजना के जारी होने की बात कही जा रही है। निरहुआ सांसद हैं और वे मंदुरी के किसानों के प्रति चिंतित हैं तो वे विस्तारीकरण परियोजना रद्द करने का शासनादेश लाकर आठ महीने से बैठी माताओं बहनों को सुकून का जीवन जीने दें।
धरना 242 दिन खिरिया बाग में जारी रहा। धरने पर किस्मती देवी, नीलम, रामचंद्र यादव, अवधेश यादव, बलराम यादव आदि उपस्थित रहे।