भारत में अपने नाना का सरनेम कौन रखता है?, पीएम मोदी के 'कोई नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता' पर कांग्रेस का पलटवार
file photo
Nehru Surname Controversy : प्रधानमंत्री मोदी संसद में अपने डेढ़ मिनट के भाषण में जमकर बरसे थे और उन्होंने परिवारवाद की बात को एक बार फिर से उठाया था। राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी 9 फरवरी को कहते हैं, 'मैंने पढ़ा है कि इस देश में 600 योजनाएं सिर्फ गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर हैं। किसी कार्यक्रम में नेहरू जी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ तो उनके बाल खड़े हो जाते हैं।उनका लहू गर्म हो जाता है कि नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया। मुझे बहुत आश्चर्य होता है, चलो कभी छूट जाता है ठीक भी कर लेंगे, क्योंकि वह भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता। आपको मंजूर नहीं और हमारा हिसाब मांगते रहते हो।'
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर अब कांग्रेस ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पूछा है, पीएम मोदी यह बतायें कि भारत में अपने नाना का सरनेम कौन रखता है? क्या उन्हें भारतीय संस्कृति की बुनियादी समझ नहीं है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला पीएम मोदी जो इतने जिम्मेदार पद पर बैठे हैं, वह भारत की संस्कृति को नहीं जानते समझते हैं क्या? आप देश में किसी भी व्यक्ति से पूछ सकते हैं कि क्या वह अपने नाम में नाना के सरनेम का उपयोग करते हैं? अगर पीएम मोदी भारत की संस्कृति की यह बुनियादी समझ नहीं है, तो केवल भगवान ही इस देश को बचा सकते हैं।
मोदी ने गैर-कांग्रेसी दलों के नेतृत्व वाली राज्य सरकारों को गिराने के लिए संविधान के अनुच्छेद 356 का बार-बार इस्तेमाल करने के लिए नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कड़ी आलोचना की थी और कहा था इतिहास उठा कर देख लिजिए कि वह कौन सी पार्टी थी जिसने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया। 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया। एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया, उनका नाम है श्रीमती इंदिरा गांधी।
पीएम मोदी ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस को देश लगातार नकार रहा है, मगर इसके नेता हैं कि साजिशें करने से बाज नहीं आ रहे। इनकी राजनीति, अर्थ नीति और समाज नीति वोटबैंक के आधार पर ही चलती थी, लेकिन हमने रेहड़ी-ठेले पटरी वालों की चिंता की। PM स्वनिधि और PM विकास योजना के जरिए हमने समाज के एक बड़े वर्ग का सामर्थ्य बढ़ाने का काम किया है।