पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है और सुशील मोदी लालू प्रसाद की बेटी से
(ट्विटर ने 17 घंटे तक रोहिणी आचार्य का अकाउंट किया ब्लॉक, कुछ ट्वीट्स भी हटाए)
जनज्वार डेस्क। देश इस समय जब कोरोना महामारी का सामना कर रहा है, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी से जुबानी जंग में लगे हुए हैं। सुशील मोदी की शिकायत के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का ट्विटर हैंडल ब्लॉक किया गया। रोहिणी का ट्विटर अकाउंट करीब 17 घंटे तक बंद रहा। हालांकि अकाउंट को फिर से अनब्लॉक किया गया है।
सुशील कुमार मोदी ने अकाउंट ब्लॉक करवाने के बाद खुद अपने ट्वीटर हैंडल से जानकारी दी- लालू की बेटी का ट्विटर अकाउंट ब्लॉक।
लालू की बेटी का Twitter अकाउंट लॉक... pic.twitter.com/eoHeNukm36
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 22, 2021
वहीं अकाउंट अनब्लॉक होते ही रोहिणी फिर हमलावर हो गयी हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा- ना अस्पताल की सुविधा और ना ही एम्बुलेंस की सुविधा, खाट पर ही जनता की जान है मंत्री साहेब सत्ता की सुख सुविधा में ही मदमस्त है, जनता की समस्या का समाधान करिए, अब फुर्ती दिखाइए ट्विटर मियां..
ना अस्पताल की सुविधा
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) May 22, 2021
और ना ही एम्बुलेंस की सुविधा
खाट पर ही जनता की जान है
मंत्री साहेब सत्ता की
सुख सुविधा में ही मदमस्त है
जनता की समस्या का
समाधान करिए
अब फुर्ती दिखाइए ट्विटर मियां.. https://t.co/Ltge9hvb1E
एक दूसरे ट्वीट में रोहिणी ने लिखा- कोई नहीं बोलेगा मेरे राज में... दवा,इलाज ऑक्सीजन और एम्बुलेंस की मांग अभी नहीं करना है, नहीं तो एक मिनट में भेजेंगे जेल में।
कोई नहीं बोलेगा मेरे राज में
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) May 22, 2021
दवा,इलाज ऑक्सीजन और
एम्बुलेंस की मांग अभी नहीं करना है
नहीं तो एक मिनट में भेजेंगे जेल में
दरअसल बुधवार 19 मई को सुशील कुमार मोदी ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था- तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डाक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएँ क्यों नहीं ली गईं? यदि राजद नेतृत्व में गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती, तो अस्पताल शुरू करने के लिए पहले सरकार से अनुमति ली जाती और उसके मानकों का पालन किया जाता। बिना डॉक्टर, उपकरण-स्वास्थ्यकर्मी के किसी परिसर में केवल कुछ बेड लगा देने से अस्पताल नहीं हो जाता। इससे केवल अस्पताल होने का नाटक किया जा सकता है।
तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डाक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएँ क्यों नहीं ली गईं?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 19, 2021
यदि राजद नेतृत्व में गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती, तो अस्पताल शुरू करने के लिए पहले सरकार से अनुमति ली जाती और उसके मानकों का पालन किया जाता।
इसके बाद रोहिणी आक्रोशित हो गईं और जवाब में रोहिणी आचार्य ने सिलसिलेवार कई ट्वीट्स कर सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा था। रोहिणी ने एक ट्वीट में लिखा था- 'आज के बाद से मेरा या मेरी बहनों का नाम लिया ना ये लीचर सुशोल मोदी तो मुँह ठुर देंगे आ कर ! भाग यहाँ से राजस्थानी मेढक।' ट्वीटर ने इस् ट्वीट को अब नियमों का उल्लंघन मानते हुए हटा दिया है।
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था- एक दूसरे ट्वीट में रोहिणी ने लिखा- 'ई सुशील मोदी थेठर है सुधरेगा नहीं जब तक बिहार की बेटियों से थुरायगा नहीं।' इस ट्वीट को भी नियम का उल्लंघन मानते हुए ट्वीटर ने हटा दिया है।