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राजनीति

ये क्या! मोदी सरकार ने शशि थरूर को संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से हटाया, BJP सांसद ने ओम बिरला से की उन्हें बहाल करने की मांग

Janjwar Desk
25 Sep 2022 3:50 AM GMT
ये क्या! मोदी सरकार ने शशि थरूर को संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से हटाया, भाजपा सांसद ने ओम बिरला से की उन्हें बहाल करने की मांग
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ये क्या! मोदी सरकार ने शशि थरूर को संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से हटाया, भाजपा सांसद ने ओम बिरला से की उन्हें बहाल करने की मांग

केंद्र सरकार के इस फैसले पर चुप्पी तोड़ते हुए शशि थरूर ने कहा कि मैं सरकार के इस फैसले से निराश हूं। इस तरह की असहिष्णुता से संसदीय लोकतंत्र को नुकसान होता है।

नई दिल्ली। एक ताजा सियासी घटनाक्रम के तहत चौंकाने वाली सूचना सामने आई है। इस मामले में मोदी सरकार ( Modi government ) ने जहां कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ( Shashi Tharoor ) को संसद की सूचना प्रौद्योगिकी पर स्थायी समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया है वहीं भाजपा ( BJP ) के एक सांसद सहित समिति पांच सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ( Om Birla ) को एक पत्र लिखकर उन्हें फिर से अध्यक्ष पद पर बहाल करने की मांग की है। इस मसले पर शशि थरूर ने भी सरकार के फैसले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि मैं सरकार के इस फैसले से निराश हूं। इस तरह की असहिष्णुता से संसदीय लोकतंत्र को नुकसान होता है।

लोकसभा अध्यक्ष Om Birla को संयुक्त रूप से पत्र लिखने वाले पांच लोगों में भाजपा के अनिल अग्रवाल, सीपीएम के जॉन ब्रिटास, कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम, टीएमसी की महुआ मोइत्रा और डीएमके की टी सुमति शामिल हैं। पत्र में लिखा गया है कि समिति का आवंटन आम तौर पर नई लोकसभा की शुरुआत में ही हो जाता है और यह तब तक बना रहता है जब तक कि कुछ असाधारण परिस्थितियों उसे भंग न कर दिया जाए। पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि 17वीं लोकसभा के बीच में हमारी समिति के अध्यक्षता को बदल देना एक झटका है।

अध्यक्ष को बदलना बड़ा झटका

सांसदों ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि 17वीं लोकसभा के बीच में हमारी समिति के अध्यक्ष shashi Tharoor को बदल देना एक झटका है। कई संसदीय स्थायी समितियों में से हमारी समिति लगातार बैठकें आयोजित करने में हमेशा सक्रिय रही है, जिसके परिणामस्वरूप संसदीय सत्रों के साथ-साथ अंतर-सत्र अवधि के दौरान भी ठोस कार्रवाई हुई है।

अधीर रंजन ने ओम बिरला को दिलाई इस बात की याद

वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan chaudhary ) ने भी लोकसभा स्पीकर को एक पत्र भेजकर प्रमुख विपक्षी दल ;कांग्रेस के लिए सम्मानजनक व्यवहार की मांग की है। उन्होंने कहा है कि थरूर ( Shashi tharoor ) आईटी मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष थे। कांग्रेस की मांग है कि अगर सरकार आईटी की समिति को अपने पास रखना चाहती तो उन्हें विदेश मामलों की समिति में बहाल करे क्योंकि 2019 तक वह उनके पास ही थी। अधीर रंजन चौधरी ने ओम बिरला को लिखे में पता में कहा है कि परंपरा के अनुसार प्रमुख विपक्षी दल के पास शीर्ष चार समितियों में से कम से कम एक होना चाहिए।

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