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राजनीति

Bhupendra Chaudhary UP BJP New President : योगी के मंत्री भूपेंद्र चौधरी हो सकते हैं BJP के नए प्रदेश अध्यक्ष, लखनऊ कार्यालय में आज होगा फैसला

Janjwar Desk
25 Aug 2022 6:01 AM GMT
Bhupendra Chaudhary UP BJP New President : योगी के मंत्री भूपेंद्र चौधरी हो सकते हैं BJP के नए प्रदेश अध्यक्ष, लखनऊ कार्यालय में आज होगा फैसला
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24 अगस्त को भूपेंद्र चौधरी को आनन-फानन आजमगढ़ से दिल्ली बुलाया गया था। इससे पहले पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ब्राह्मण व दलित चेहरे पर भी मंथन कर चुका है

Bhupendra Chaudhary UP BJP New President : योगी के मंत्री भूपेंद्र चौधरी हो सकते हैं BJP के नए प्रदेश अध्यक्ष, लखनऊ कार्यालय में आज होगा फैसलाभारतीय जनता पार्टी की यूपी विंग के प्रदेश अध्यक्ष पद पर आज फैसला हो सकता है। अभी तक केशव प्रसाद मौर्या इस दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे, लेकिन बुधवार 24 अगस्त को प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने इस पद के लिए बढ़त बनाते हुए सभी को पीछे छोड़ दिया। जनज्वार को मिली जानकारी के मुताबिक आज गुरूवार 25 अगस्त को प्रदेश के नए अध्यक्ष की ताजपोशी भी हो सकती है। इससे पहले भूपेंद्र चौधरी ने दिल्ली जाकर कुछ शीर्ष नेताओं से मुलाकात की हैए जिसके बाद इस चर्चा को और भी अधिक बल मिलता दिख रहा है।

खबर यह भी है कि भूपेंद्र चौधरी को कमान सौंपने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही संघ की तरफ से सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव 2024 को मद्देनजर रखते हुए पार्टी पश्चिमी यूपी के नेता को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपना चाहती है, क्योंकि यहां जाट वोट बैंक को साधने के लिए चौधरी सबसे मजबूत नेता माने जा रहे हैं। ऐसे में रालोद व सपा गठबंधन का असर कम करने के लिए पार्टी कमान उन्हें आगे लाना चाहती है, जो लगभग तय माना जा रहा है। माना यह भी जा रहा कि चौधरी के नेतृत्व में पश्चिमी यूपी की सात लोकसभा सीटों पर भाजपा को फायदा मिल सकता हैण् साथ ही प्रदेश में पिछड़े वोट बैंक को भी साधने में मदद हासिल होगी।

बता दें कि भूपेंद्र चौधरी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी हैं। साथ ही वह पुराने स्वयंसेवक भी हैं। जनज्वार को मिले इनपुट के मुताबिक बुधवार 24 अगस्त को भूपेंद्र चौधरी को आनन-फानन आजमगढ़ से दिल्ली बुलाया गया था। इससे पहले पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ब्राह्मण व दलित चेहरे पर भी मंथन कर चुका है। ब्राह्मण व दलित चेहरों में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, सुब्रत पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक के अलावा सांसद सतीश गौतम, केंद्रीय राज्य मंत्री भानू प्रताप वर्मा, सांसद रामशंकर कठेरिया, एमएलसी विद्यासागर सोनकर व विनोद सोनकर के नाम रहे, जिनमें सबसे मुख्य नाम केशव प्रसाद मौर्या का था। डिप्टी सीएम केशव मौर्य बुधवार तक रेस में सबसे आगे चल रहे थे।

बीजेपी के बड़े नेता भी यह मानकर चल रहे थे कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व किसी भी नाम पर मुहर लगाकर चौंका सकता है, जिसके चलते यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष को लेकर सस्पेंस बरकरार है। बुधवार 24 अगस्त को प्रदेश में तैर रहे इस सवाल पर काफी कुछ साफ हो गया है। इससे पहले सूबे के ओबीसी समीकरण को देखते हुए केशव प्रसाद मौर्य का नाम प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे रहा।

उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने जब से यह ट्वीट किया है कि 'संगठन सरकार से बड़ा है' तभी से उनके नाम के कयास लगाए जाने लगे थे। हालांकि, पार्टी का हर नेता अपनी बात के साथ एक लाइन जोड़ने से नहीं रोक पाता कि यह बीजेपी है और आखिरी वक्त में किसका नाम सामने आ जाए कहना मुश्किल है।

गौरतलब है कि योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल शुरू होने के साथ ही बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा था। ऐसे में ज्यों.ज्यों समय बीत रहा है, अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की फेहरिस्त लंबी होती चली गई। केशव मौर्य के अलावा जो नाम चर्चा में रहा उनमें हरीश द्विवेदी भी एक थे, तो श्रीकांत शर्मा के नाम की भी सुगबुगाहट रही। अबअब पश्चिम यूपी से जाट चेहरे के तौर पर योगी सरकार में मंत्री भूपेंद्र चौधरी का नाम लगभग फाइनल हो गया है, लिहाजा फूंक.फूंककर कदम रखे जा रहे हैं।

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