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समाज

Agra News : स्नान कराते हुए टूट गई भगवान की बांह तो पुजारी रोते हुए पहुँचा अस्पताल, डॉक्टरों ने श्रीकृष्ण के टूटे हाथ का किया इलाज

Janjwar Desk
20 Nov 2021 3:33 AM GMT
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(अस्पताल में भगवान की टूटी बांह का इलाज करते डॉक्टर)

जब मैं सुबह मूर्ति को स्नान करवा रहा था तो यह मेरे हाथ से फिसल कर गिर गई और उनकी बांह टूट गई। मुझे इस बात से बहुत धक्का लगा, अस्पताल में किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया। मैं अंदर से टूटा हुआ था, इसलिए अपने भगवान के लिए रोने लगा...

Agra News : उत्तर प्रदेश के आगरा में शुक्रवार 19 नवंबर को अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। यहां के एक जिला अस्पताल का स्टाफ शुक्रवार को उस समय हैरत में पड़ गया जब एक पुजारी ने उन्हें भगवान श्रीकृष्ण (लड्डू गोपाल) की एक मूर्ति की टूटी बांह पर रोते हुए पट्टी बांधने का अनुरोध किया।

बताया जा रहा कि, सुबह के वक्त स्नान करवाने के दौरान लड्डू गोपाल की मूर्ती की बांह गलती से टूट गई थी। जिसको लेकर दुखी पुजारी मूर्ति को अस्पताल ले गया। कुछ देर ना नुकुर करने के बाद आखिरकार अस्पताल के स्टाफ ने श्रीकृष्ण की मूर्ति के नाम पर पंजीकरण किया और फिर टूटी हुई बांह पर पट्टी बांधी गई।

भगवान कृष्ण के बाल रूप यानी 'लड्डू गोपाल' की मूर्ति के साथ रोते हुए इस पुजारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुजारी सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंचा और स्टाफ से मूर्ति की बांह पर पट्टी करने की जिद करने लगा। पुजारी लेख सिंह ने बताया कि जिस समय वह सुबह मूर्ति को स्नान करवा रहे थे, तब ही मूर्ति की बांह टूट गई।

पुजारी लेख सिंह ने कहा, 'जब मैं सुबह मूर्ति को स्नान करवा रहा था तो यह मेरे हाथ से फिसल कर गिर गई और उनकी बांह टूट गई। मुझे इस बात से बहुत धक्का लगा, क्योंकि मैं अपने भगवान से बहुत जुड़ा हुआ हूं। इसी वजह से मैं जिला अस्पताल में मूर्ति लेकर पहुंच गया।'

लेखी सिंह ने आगे बताया कि वह पिछले 30 सालों से अर्जुन नगर के खेरिया मोड स्थित प​थवारी मंदिर में पुजारी है। उन्होंने बताया, 'मेरी गुहार को अस्पताल में किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया। मैं अंदर से टूटा हुआ था, इसलिए अपने भगवान के लिए रोने लगा।'

जिला अस्पताल के सीएमओ डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने बताया कि उन्हें अस्पताल द्वारा सूचित किया गया था कि एक पुजारी टूटी हुई बांह वाली मूर्ति लेकर आया है और उसका इलाज कराने के लिए रो रहा है। उन्होंने कहा कि पुजारी की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने मूर्ति के लिए 'श्रीकृष्ण' के नाम पर पंजीकरण कराया। अग्रवाल ने कहा कि हमने पुजारी की संतुष्टि के लिए मूर्ति पर पट्टी भी बांधी गई है।

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