Alia Bhatt : आलिया के 'कन्यादान' को लेकर आखिर क्यों छिड़ गया विवाद
(पिछले कई सालों से मान्यवर के लिए विज्ञापन कर रही हैं आलिया भट्ट)
Alia Bhatt जनज्वार। हिन्दू धर्म (Hindu Religion) में कन्यादान (Kanyadan) को महादान का नाम दिया गया है। हिन्दू परंपराओं (Hindu Traditions) के अनुसार, कन्यादान की रस्म हजारों वर्षों से चली आ रही है और इसके पीछे हिन्दू समुदाय की कई मान्यताएं जुड़ी हैं। लेकिन हाल ही में एक ब्रांड के विज्ञापन में कन्यादान की प्रथा को जिस तरह से दर्शाया गया, उसको लेकर विवादों का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल, बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट (Alia Bhatt) द्वारा 'मान्यवर' ब्रांड के लिए किया गया विज्ञापन अपने थीम को लेकर विवादों में घिर गया।
कपड़ों के ब्रैंड 'मान्यवर (Manyavar)' के नए विज्ञापन (Advertisement) में आलिया भट्ट दुल्हन के लिबास में नजर आ रहीं हैं और मंडप में जाने के दौरान वे अपने माता-पिता के साथ बिताए पुराने दिनों को याद कर रहीं हैं। दुल्हन के रूप में सजी आलिया सवाल करती है कि क्या वे सच में पराई धन है, और क्या माता-पिता का घर उसका अपना घर नहीं!
इस विज्ञापन के जरिए वर्षों से चले आ रहे कन्यादान के प्रथा को गलत बताया गया है। वहीं, दुल्हन के रूप में आलिया कहती हैं कि लड़कियों के लिए ही अलग हो जाना, पराया हो जाना, या किसी और के हाथों सौंपा जाना क्यों कहा जाता है... आलिया सवाल करती हैं कि, 'मैं कोई दान करने की चीज हूं, क्यों सिर्फ कन्यादान?' और फिर जब दुल्हन के माता पिता बेटी का हाथ कन्यादान (Kanyadan) के लिए आगे बढ़ाते हैं, तो दुल्हे की मां भी अपने लाडले बेटे का हाथ आगे कर देती है। और दुल्हन मुस्कुराते हुए कहती है...नया आईडिया...कन्यामान!!!
विज्ञापन (Advertisement) के जरिए ब्रैंड ने भारतीय समाज में लड़कियों के प्रति लोगों की मानसिकता को दर्शाने की कोशिश की है। इसके तहत महिलाओं को कोई चीज या पैसा ना समझते हुए मान और सम्मान देने की बात कही गई है। विज्ञापन के जरिए नई पीढ़ी के युवक-युवतियों के सोच में परिवर्तन लाने की पहल की गई है।
विज्ञापन के निर्देशक श्रेयांश वैद (Shreyansh Vaid) का कहना है कि, 'हमने हमेशा से प्रगतिशीलता पर जोर दिया है। इस ऐड फिल्म (Ad Film) को बनाने के पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य प्रगतिशील महिलाओं (Progressive Womens) के जरिए समाज को संदेश देना है ताकि अन्य महिलाएं सशक्तिकरण की ताकत को समझें जो हमारे भारत की संस्कृति में हमेशा से मौजूद रही है।
लेकिन, एक अच्छे बदलाव की ओर किया गया पहल कुछ लोगों को रास नहीं आया। यही कारण है कि विज्ञापन (Advertisement) के रिलीज होते ही इसे कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया (Social Media) पर विज्ञापन के खिलाफ लोगों ने खूब बवाल काटा। कुछ तो इसे सनातन धर्म से जुड़े रीति-रिवाज का अपमान करने जैसा बताने लगे, तो कुछ लोग इसे मान्यवर का घटिया मार्केटिंग बता रहें है। विज्ञापन आने के बाद ट्विटर पर #Boycott_Manyavar का नारा ट्रैंड करने लगा। विज्ञापन में नजर आ रही अभिनेत्री आलिया भट्ट भी लोगों के विरोध का शिकार हो गईं।
लेकिन, इस पूरे बवाल में मान्यवर (Manyawar) के लिए राहत की बात ये रही कि विरोध के अलावा ऑडिएंस का एक बड़ा तबका ऐसा भी रहा जिसनें ब्रांड द्वारा की गई इस पहल की सराहना की और विज्ञापन के जरिए दिए जा रहे संदेश को सही माना। विज्ञापन में आलिया के सादगी भरे दुल्हन के लिबास को भी खूब सराहा जा रहा है।
वहीं, विवादों के बीच अभिनेत्री आलिया भट्ट (Alia Bhatt) ने विज्ञापन पर रिएक्ट करते हुए कहा कि- 'मैं पूरी तरह से इस विचारधारा से इत्तेफाक रखती हूं और ये एक ऐसी चीज है जो मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि मैं इस एड का हिस्सा बन पाई और लोगों तक एक ऐसा संदेश पहुंचा पाई जिससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव हो।' आपको बता दें कि आलिया भट्ट इस ब्रांड की एम्बेसडर हैं और पिछले कई सालों से मान्यवर के लिए विज्ञापन कर रहीं हैं।