Ankita Murder case : हत्यारोपियों से रिमांड के दौरान किन VVIP मेहमानों का नाम उगलवा पाई SIT
भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य का है विवादों से है पुराना नाता, बीएएमएस में धांधली के दम पर मिला था एडमिशन
Ankita Murder case : अंकिता हत्याकांड के हत्यारोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) खत्म होने के साथ ही बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या रिमांड के दौरान एसआईटी हत्यारोपियों से उस वीवीआईपी मेहमान का नाम उगलवा पाई, जिसको स्पेशल सर्विस दिए जाने का अंकिता पर दबाव डाला जा रहा था। यह सवाल इसलिए भी महत्त्वपूर्ण हो चला है कि हत्याकांड की मुख्य वजह यही रही थी। इसी मेहमान को स्पेशल सर्विस देने से इंकार करने पर अंकिता की हत्या हुई थी और इसी मेहमान का नाम छिपाने के लिए रिसोर्ट के तमाम सबूतों से छेड़छाड़।
एसआईटी को मिली तीन दिन की रिमांड के दौरान पुलिस ने मौके के घटनास्थल का सीन रिक्रिएट कराते हुए हर पहलू की बारीकी से पड़ताल की है। इस दौरान महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी मिले हैं। एसआईटी अंकिता की हत्या के पीछे आरोपियों के मकसद का भी पता चलने की बात कह रही है। एसआईटी के अनुसार अभी तक जो भी साक्ष्य और गवाह मिले हैं, वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का समर्थन कर रहे हैं।
घटना से पहले रिजॉर्ट में अंकिता के साथ ज्यादा मारपीट नहीं हुई थी। एसआईटी ने मामले में संदिग्ध भूमिका को लेकर पटवारी वैभव प्रताप सिंह से भी पूछताछ कर चुकी है। इससे घटनाक्रम से जुड़ी कई बातें सामने आई हैं। एसआईटी ने अंकिता के मित्र पुष्पदीप, अंकिता से घटना के दौरान बात करने वाले रिजॉर्ट कर्मचारी करण, अंकिता के चीखने के दौरान मौके पर मौजूद कर्मचारी अभिनव समेत सभी मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर लिए हैं।
झूठा निकला पुल्कित का फोन पानी में फेंकने वाला बयान
अंकिता भंडारी की हत्या के मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य का यह बयान झूठा निकला जिसमें उसने कहा था कि झगड़े में अंकिता ने उसका मोबाइल फेंक दिया था। इसके बाद उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। पुलकित की यह कहानी पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट के आगे फेल हो गई। एक्सपर्ट ने पाया कि उसका मोबाइल अगले दिन स्विच ऑफ हुआ था। सूत्रों के अनुसार, पुलकित ने पुलिस को बताया कि उसने हत्या के अगले दिन मोबाइल नहर में फेंका था ताकि अपनी कहानी सिद्ध कर सके।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अब साफ हो चुका है कि पुलकित ने सोची-समझी साजिश के तहत अंकिता की हत्या की थी। 18 सितंबर को नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या को उसने दुर्घटना दर्शाने के लिए मोबाइल को आधार बनाया था, मगर पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट की जांच में पता चला कि उसका मोबाइल अगले दिन दोपहर में बंद हुआ था। वह दूसरे मोबाइल पर व्हॉट्सएप चला रहा था।
एसआईटी के साथ पुलिस की टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम ने पुलकित को सामने बैठाकर इस बात के प्रमाण दिखाए। जिस पर पुलकित कभी हां तो कभी ना करता रहा, लेकिन बाद में उसे बताना ही पड़ा कि अंकिता की हत्या करने के बाद जब वह वापस आया तो उसने यह कहानी बुनी थी, ताकि यह हादसा लगे। ऐसे में मोबाइल अगले दिन नहर में फेंक दिया था। यही कारण है कि मोबाइल पर 19 सितंबर को भी घंटी जा रही थी। उसे इस बात की जानकारी भी थी कि जांच हुई तो वह सीसीटीवी फुटेज में आ सकता है। वह मोबाइल को उसी स्थान पर फेंकना चाहता था, जहां अंकिता को धक्का दिया। सीसीटीवी से बचने के लिए उसने दूसरा रास्ता चुना। मगर बिना सीसीटीवी में आए वह इस जगह पर नहीं पहुंच सकता था। ऐसे में वह जंगल के रास्ते नहर तक पहुंचा और वहां मोबाइल फेंक दिया। मगर, यह स्थान भी उसी टावर लोकेशन में था जिसमें घटनास्थल है। जिस वजह से मोबाइल के सिग्नल ही ट्रेस आउट हो गए थे।
वीवीआईपी मेहमान और कॉल गर्ल्स के लिए नहीं था रिजॉर्ट में कोई रजिस्टर
इस दौरान एसआईटी के हाथ लगे अहम सुराग में यह बात खासतौर पर शामिल है कि ऋषिकेश के वनंत्रा रिजॉर्ट में आने वाले वीआईपी गेस्ट स्पेशल सर्विस के लिए प्रेसिडेंशियल सुइट में ठहरते थे। रिजॉर्ट के मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ में एसआईटी को पता चला है कि उनकी आगंतुक रजिस्टर में एंट्री नहीं की जाती थी। एसआईटी अब उनके ठहरने की मियाद के दौरान क्षेत्र में सक्रिय मोबाइल नंबरों से उनका पता लगाने की कोशिश करेगी। पूछताछ में सामने आने वाले वीआईपी गेस्ट के नामों का मिलान विजिटर रजिस्टर से किया।
आरोपियों की रिमांड समाप्त होने के बाद अब एसआईटी ने जांच वीआईपी गेस्ट पर केंद्रित कर दी है। कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि रिजॉर्ट में आने वाले वीआईपी गेस्ट प्रेसिडेंशियल सुइट में ठहरते हैं। एसआईटी अब प्रेसिडेंशियल सुइट में ठहरने वाले वीआईपी गेस्ट से पूछताछ शुरू कर रही है। जिसमें कुछ सफेदपोश और रसूखदार भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस जांच में एसआईटी को तमाम दिक्कतें पेश आएंगी क्योंकि इस रिजॉर्ट में आने वाले कई वीआईपी गेस्ट और कॉल गर्ल के नंबर विजिटर रजिस्टर में दर्ज नहीं किए जाते थे। रिजॉर्ट की पूर्व कर्मचारी इशिता ने यह खुलासा किया था।
डीआईजी एवं एसआईटी प्रभारी पी. रेणुका देवी के अनुसार एसआईटी को कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। पटवारी, कर्मचारी और अंकिता के मित्र से पूछताछ के बाद बयान दर्ज कर लिए गए हैं। रिजॉर्ट के प्रेसिडेंशियल सुइट में ठहरने वाले मेहमानों को वीआईपी कहा जाता था। अब एसआईटी वीआईपी गेस्ट के एंगल पर ही जांच कर रही है। जांच काफी आगे बढ़ गई है। आगे जैसे-जैसे साक्ष्य मिलेंगे, कार्रवाई की जाएगी।
वीवीआईपी मेहमान के तौर पर आ रहा है पुल्कित के बड़े भाई अंकित का नाम
अंकिता हत्याकांड की मुख्य वजह बने वीवीआईपी मेहमान के तौर पर हत्यारोपी पुल्कित आर्य के बड़े भाई अंकित आर्य जो कि घटना के दिन तक पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर तैनात था, का नाम सामने आ रहा है। हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने छोटे भाई द्वारा बड़े भाई के लिए लड़कियों का इंतजाम करने जैसे घृणित काम पर शक जताया है। लेकिन डीजीपी के बयान के बाद उन्होंने इसे बेहद शर्मनाक बताया है।
अगर पुलकित आर्य समेत सब का यही कहना है कि भाजपा के राज्य मंत्री अंकित आर्य ही वह VIP थे जिसके लिए अंकिता पर एक्स्ट्रा सर्विस देने का दबाव बनाया जा रहा था तो बड़ा सवाल यह है कि अंकित आर्य आज की तारीख में है कहां? pic.twitter.com/RRf2nUv7PK
— Garima Mehra Dasauni (@garimadasauni) October 2, 2022
गायब हो चुका है अंकित आर्य, नेपाल भागने की आशंका
एक तरफ अंकिता हत्याकांड की मुख्य वजह बने वीवीआईपी मेहमान के तौर पुल्कित के बड़े भाई अंकित आर्य का नाम आ रहा है तो दूसरी तरफ पुल्कित का पूरा परिवार अपने हरिद्वार वाले घर से गायब बताया जा रहा है। लोगों का विरोध और आक्रोश देखते हुए पुलकित आर्य का पूरा परिवार हरिद्वार से गायब हो गया है। हत्याकांड के बाद लगातार लोगों का विरोध हरिद्वार में भी पुलकित के परिवार के खिलाफ देखा जा रहा था। सोशल मीडिया पर भी लोग तमाम तरह के परिवार को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे थे, जिसके बाद पुलकित के पिता, भाई और परिवार के दूसरे सदस्य घर में ताला लगाकर कहीं चले गए हैं, जिसके बाद उनके घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
हालांकि अभी तक एसआईटी या स्थानीय पुलिस उनके घर नहीं पहुंची है, लेकिन लोगों के विरोध और डर के बीच पूरा परिवार कहां गया है इसका पता नहीं चल सका है। संभावना है कि पुलकित का परिवार लोगों के गुस्से को देखते अपने घर को निशाना बनाये जाने की आशंका के चलते कहीं चला गया है। दबी जुबान में उनके नेपाल होने की बात कही जा रही है।