Begin typing your search above and press return to search.
अंधविश्वास

बच्ची को बुलाकर पूरी रात दुष्कर्म करता था बाबा, विरोध करने पर देता था श्राप देने की धमकी, 694 पेज की चार्जशीट में कई खुलासे

Janjwar Desk
14 Nov 2022 6:47 AM GMT
बच्ची को बुलाकर पूरी रात दुष्कर्म करता था बाबा, विरोध करने पर देता था श्राप देने की धमकी, 694 पेज की चार्जशीट में कई खुलासे
x

बच्ची को बुलाकर पूरी रात दुष्कर्म करता था बाबा, विरोध करने पर देता था श्राप देने की धमकी, 694 पेज की चार्जशीट में कई खुलासे

Karnataka News: वॉर्डन रश्मि मुझे रात नौ बजे के बाद फल और पैसे लेने के लिए बाबा के पास जाने के लिए कहती थी। मेरे अलावे मैं उसे दूसरी लड़की के साथ भी दो-तीन बार जाते देखा। हालांकि कई लड़कियों ने मना कर दिया। वहीं मुझे रात के खाने के बाद और सबके सो जाने के बाद पिछले दरवाजे से उनके कमरे में भेजा जाता था...

Karnataka News: कर्नाटक के चित्रदुर्ग में दुष्कर्म के आरोपी जेल में बंद मुरुघ मठ के प्रमुख शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने बाबा के खिलाफ 694 पन्नों का चार्जशीट तैयार कर 27 अक्टूबर को अदालत में पेश कर दिया गया था। इस चार्जशीट में जो खुलासे हुए हैं वे हैरान करने वाले हैं।

पुलिस के मुताबिक शरणारू के बेडरूम तक ड्रग्स, शराब और नशीले पदार्थ सप्लाई किए जाते थे। इसके अलावा बेडरूम में नाबालिग लड़कियों को भेजा जाता था। बता दें कि दो नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म के आरोप में मठ प्रमुख को एक सितंबर को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा गया था।

पढ़िये : छात्रा की दर्दनाक आपबीती

छात्रा ने कहा कि मेरी मां का 2012 में एक बीमारी के कारण निधन हो गया। मैं 7 वीं कक्षा में पढ़ रही थी। मेरे पिता ने मुझे मठ के प्रियदर्शिनी हाई स्कूल में दाखिला दिलाया। यहां मैं अक्का महादेवी छात्रावास में रुकी थी। छात्रा ने कहा कि मेरे प्रवेश के समय श्रुति और अपूर्वा हॉस्टल वार्डन थीं। लेकिन कुछ समय तक सबकुछ ठीक-ठाक रहा। लेकिन यह परेशानी 2013-2014 में शुरू हुई जब रश्मि ने हॉस्टल वार्डन के रूप में नया पदभार संभाला।

वॉर्डन रश्मि मुझे रात नौ बजे के बाद फल और पैसे लेने के लिए बाबा के पास जाने के लिए कहती थी। मेरे अलावे मैं उसे दूसरी लड़की के साथ भी दो-तीन बार जाते देखा। हालांकि कई लड़कियों ने मना कर दिया। वहीं मुझे रात के खाने के बाद और सबके सो जाने के बाद पिछले दरवाजे से उनके कमरे में भेजा जाता था। वह मुझे सूखे मेवे और चॉकलेट दिया करते थे। वह पूछते थे कि क्या किसी ने मुझे उनके कमरे में जाते देखा है। फिर वह मुझसे अपने कपड़े उतारने को कहता। वह अपने कपड़े भी उतार देता था। वह मुझे अपनी गोद में बैठाता था और मेरे गुप्तांगों को गलत तरीके से छूता था और फिर मेरे साथ दुष्कर्म करते थे।

विरोध पर देता था श्राप की धमकी

एसपी ने कहा कि खुद को भगवान का अवतार बताते हुए संत छात्राओं की सेवा करने से मना करने पर उन्हें श्राप देने की धमकी देते थे। उसने उनसे कहा कि उसका श्राप उन्हें और उनके परिवारों को नष्ट कर देगा।

छात्राओं को मिलती थीं फल और चॉकलेट में नशे की गोलियां

ओडानाडी NGO के निदेशक स्टैनली के अनुसार मठ द्वारा संचालित अक्का महादेवी छात्रावास की वार्डन रश्मि नाबालिग छात्रा को देर रात बाबा के कमरे में भेजती थी, जहां बाबा बच्ची को नशे से भरे हुए सेब और चौकलेट खाने के लिए देते थे जिसके बाद छात्रा बेहोश हो जाती थी। फिर पूरी रात दुष्कर्म करते थे। सुबह सभी के जगने से पहले इन्हें छात्रावास भेज दिया जाता था। जब ये पुनः छात्रावास जाती थीं तो इनकी नींद उड़ जाती थी। छात्राओं के शरीर के विभिन्न हिस्सों और निजी अंगों में तेज दर्द होता था।

चार्जशीट में मौत के रहस्य का जिक्र

एनजीओ के निदेशक स्टेनली ने कहा कि चार्जशीट में कर्नाटक-आंध्र प्रदेश सीमा पर रेलवे ट्रैक पर रहस्यमय परिस्थितियों में एक लड़की की मौत के संदेह का भी उल्लेख किया गया है। घटना से कुछ दिन पहले हॉस्टल की रहने वाली लड़की को मठ से दूर भेज दिया गया था।लड़की के पिता नेत्रहीन थे, इसलिए वह छात्रावास में रहती थी। अगर मठ लड़की की देखभाल नहीं कर सकता, तो उसे बाहर नहीं भेजा जा सकता। प्रक्रिया का पालन किए बिना उसे घर भेज दिया गया और सीडब्ल्यूसी ने उल्लंघन को चिह्नित नहीं किया। इसकी जांच की जरूरत है।

चित्रदुर्ग पुलिस ने कहा कि लड़की की मौत को अप्राकृतिक के रूप में दर्ज किया गया था और मामले को रेलवे पुलिस ने बंद कर दिया था। हमने पाया कि हिंदूपुर रेलवे पुलिस में एक यूडीआर दर्ज था, जिसमें कहा गया था कि एक लड़की ट्रेन से गिर गई और उसकी मौत हो गई। जांच के बाद, यह एक आकस्मिक मृत्यु पाई गई और मामला बंद कर दिया गया।

ये है पूरा मामला

दरअसल, शिवमूर्ति शरणारू समेत पांच व्यक्तियों पर हाईस्कूल की दो छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी की शिकायत के आधार पर मठ के छात्रावास के वार्डन समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। नाबालिग लड़कियों ने पहले मैसूरू के उक्त एनजीओ से संपर्क किया था और काउंसलिंग के दौरान अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद बाबा को गिरफ्तार किया गया था, फिलहाल वह जेल में है।

Next Story

विविध