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UP Election 2022: भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दिया ब्राहमणों पर विवादित बयान, UP के इस जिले में उबाल!

Janjwar Desk
7 Dec 2021 2:44 PM GMT
kanpur news
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(मोबाइल पर टिकैत का वीडियो दिखाते वीरेंद्र दुबे व अन्य)

समाज में सक्रिय राकेश टिकैत जैसे किसान नेता आंदोलन का सहारा बनकर ब्राम्हण समाज के खिलाफ जहर उगल रहा है। जिससे ब्राम्हण समाज अपमानित अनुभव कर रहा है...

UP Election 2022: किसान आंदोलन के बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के बयान का वायरल वीडियो एक बार फिर चर्चा में है। जिसे लेकर ब्राह्मण समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। आज मंगलवार 07 दिसंबर को अखिल भारतीय सर्व ब्राम्हण महासभा के पदाधिकारियों ने कानपुर में एक प्रेसवार्ता कर राकेश टिकैत द्वारा ब्राम्हणों के लिए दिए गए तथाकथित बयान की कड़ी निंदा की है।

महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि यूपी में आसन्न विधानसभा चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए जहाँ विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अव्यवहारिक तरीके से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से ब्राम्हणों को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं समाज में सक्रिय राकेश टिकैत जैसे किसान नेता आंदोलन का सहारा बनकर ब्राम्हण समाज के खिलाफ जहर उगल रहा है। जिससे ब्राम्हण समाज अपमानित अनुभव कर रहा है।

दुबे ने कहा कि टिकैत राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित होकर कुछ राजनीतिक दलों के हाथों की कठपुतली बनकर जाने-अनजाने समाज का अहित कर रहे हैं।अखिल भारतीय सर्व ब्राम्हण महासभा ऐसे नेताओं के कृत्यों की घोर निंदा करती है और महासभा ऐसे तत्वों के विरुद्ध जन जागरण अभियान चलाकर समाज मे बेनकाब करेंगी। महासभा ने योगी सरकार से मांग की है राकेश टिकैत के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।

क्या है वायरल वीडियो में?

किसान आंदोलन के बीच पलवल में आयोजित किसानों की सभा का ये वायरल वीडियो दिसंबर 2020 का बताया जा रहा। वीडियो में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 'मंदिर वालों को रोज पूजा जा रहा है, लेकिन वो लोग एक भी दिन भंडारा लगाते नहीं नजर आए। ये लोग कहाँ हैं? इनसे भी हिसाब-किताब ले लो। इनका अता-पता ले लो। हमारी माँ-बहनें इन्हें जा-जा कर दूध दे रही हैं। ये लोग बदले में एक कप चाय भी नहीं पिला रहे हैं। इन सब लोगों को भी पता चलेगा।'

टिकैत ने कहा है कि 'गाय का बच्चा हो या भैंस का, सबसे पहला दूध पंडित के यहाँ जाता है। लेकिन इनमें से एक भी (प्रदर्शन स्थल) पर कुछ नहीं भिजवा रहे। इनसे बढ़िया तो गुरुद्वारा ही है।'

टिकैत ने यह भी कहा!

अंत में टिकैत ने पंडितों पर भड़कीले स्वर में कहा कि 'देखो सुधर जाओ। पंडित भी सुधर जाओ, जो मंदिर में बैठे हैं। इन पर बहुत चढ़ावा है, इनसे हिसाब-किताब तो ले लो भाई। यहाँ एकाध भंडारा लगवा दो। हम कोई कृष्ण जी के ख़िलाफ़ थोड़ी हैं, लेकिन तुम भंडारा तो लगवाओ। सब हरिद्वार जा रहे हैं, मथुरा जा रहे हैं, एक भी पंडित यहाँ नहीं आ रहा। इलाज इनका सबका होगा। इनकी सबकी लिस्ट बनेगी।'

टिकैत के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई भी पेश की थी कि मेरे बयान का आशय मंदिर में पुजारी व ट्रस्ट से ,गुरुद्वारा 'लंगर' की भाति मंदिर के पुजारी व 'ट्रस्ट' भी आंदोलन मे अपने बैनर के साथ लंगर की सेवा प्रदान करने का आशय था, मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर अन्यथा न लिया जाए। वीडियो को एडिट कर गलत तरीके से पेश ना करें। आंदोलन सभी का है। यह आंदोलन आप सभी के द्वारा ही चलाया जा रहा है।

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