Bihar Panchayat Election : वोट ना देने पर दलितों से कराई उठक-बैठक, थूक चटवाया
(औरंगाबाद : दलितों पर अत्याचार की शर्मनाक तस्वीर)
Bihar Panchayat Election : बिहार में पंचायत चुनाव आखिरी दौर में हैं लेकिन इस बीच औरंगाबाद जिले (Aurangabad) से एक शर्मनाक और दिल दहलाने वाली तस्वीर सामाने आयी है। इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि इक्कीसवीं सदी में भी समाज में जातिवाद का कितना जहर है। औरंगाबाद जिले में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में वोट न देने पर महादलित समुदाय के युवकों से उठक-बैठक कराई गई और थूक चाटने को मजबूर किया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
खबरों के मुताबिक औरंगाबाद में एक मुखिया प्रत्याशी ने वोटिंग से पहले मतदाता से समाज सेवा करने का वादा किया। फिर अपने पक्ष में वोट करने के लिए पैसे दिए। जब वोट नहीं मिला तो मुखिया प्रत्याशी ने पहले उसकी पिटाई की। फिर उठक-बैठक लगवाई। इसके बाद भी उसका जी नहीं भरा तो सरेआम थूक चटवाया।
यह मामला कुटुम्बा प्रखंड के डुमरी पंचायत के सिंघना गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में चुनाव हारने वाले मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह सिंघना पर गांव के दो वोटरों की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी मुखिया प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला तूल पकड़ने के बाद दलित नेता व विधायक जिग्नेश मेवाणी ने औरंगाबाद कूच करने की चेतावनी दी। मेवाणी ने अपने ट्वीट में लिखा- औरंगाबाद जिले के डुमरी प्रखंड के सिंघना में मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह ने दलित समुदाय को 'तुने वोट नही दिया?' यह कहकर उठक-बैठक करवाया, थूक चटवाया और जातिसूचक गलियां दी। नीतीश कुमार जी अविलंब मामले को संज्ञान में लेकर करवाई करें, अन्यथा हमारी टीम के साथी औरंगाबाद कूच करेंगे।
औरंगाबाद जिले के डुमरी प्रखंड के सिंघना में मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह ने दलित समुदाय को 'तुने वोट नही दिया?' यह कहकर उठक-बैठक करवाया, थूक चटवाया और जातिसूचक गलियां दी।@NitishKumar जी अविलंब मामले को संज्ञान में लेकर करवाई करें, अन्यथा हमारी टीम के साथी औरंगाबाद कूच करेंगे।
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) December 13, 2021
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष डॉ. नितिन राउत ने अपने ट्वीट में लिखा कि ये उसी बिहार की घटना है जहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछड़ों के हितों की बात करते हैं। नीतीश कुमार जी कार्रवाई कीजिएगा।
बिहार के औरंगाबाद में मुखिया प्रत्याशी ने दलित समुदाय के एक व्यक्ति से कान पकड़ कर उठक-बैठक करवाई और थूक चटवाया। जातिसूचक गालियां दीं।
— Dr. Nitin Raut 🇮🇳 (@NitinRaut_INC) December 13, 2021
ये उसी बिहार की घटना है, जहां के मुख्यमंत्री @NitishKumar पिछड़ों के हितों की बात करते हैं। #NitishKumar जी, कार्रवाई कीजिएगा? pic.twitter.com/ZBMLSw8o70
हंसराज मीणा लिखते हैं कि ये कृत्य मानवीय मूल्यों के ऊपर कलंक व हमला है। सीएम नीतीश कुमार को देखकर शर्म आनी चाहिए। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
बिहार के औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के डुमरी प्रखंड के सिंघना गाँव का पराजित मुखिया बलवंत सिंह दलित व्यक्ति को उठ बैठ करवा रहा है, थूक चटवा रहा है। ये कृत्य मानवीय मूल्यों के ऊपर कलंक व हमला है। सीएम @NitishKumar को देखकर शर्म आनी चाहिए। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। pic.twitter.com/WE9btL6uqk
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) December 13, 2021
अखिल भारतीय परिसंघ ने अपने ट्वीट में लिखा कि बिहार में भी अब औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के डुमरी प्रखंड के सिंघना गाँव का पराजित मुखिया बलवंत सिंह दलित को उठक बैठक करवा रहा है,थूक चटवा रहा है! नीतीश कुमार के सुशासन सरकार में दलितों को जानवरों की तरह सुलूक किया जा रहा है, सत्ता के संरक्षण में जातीय रंग जारी है।
बिहार में भी अब औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के डुमरी प्रखंड के सिंघना गाँव का पराजित मुखिया बलवंत सिंह दलित को उठक बैठक करवा रहा है,थूक चटवा रहा है! नीतीश कुमार के सुशासन सरकार में दलितों को जानवरों की तरह सुलूक किया जा रहा है
— All India Parisangh (AIP) (@aiparisangh) December 13, 2021
सत्ता के संरक्षण में जातीय रंग जारी है। pic.twitter.com/Ns8tDUTTRW