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Dasvi Movie : अभिषेक बच्चन के 'दस​वीं' वाले ओमप्रकाश चौटाला जब गलती से पास कर गए थे बारहवीं, ​पढ़िए पूरा किस्सा

Janjwar Desk
8 April 2022 7:24 AM GMT
Dasvi Movie : अभिषेक बच्चन के दस​वीं वाले ओमप्रकाश चौटाला जब गलती से पास कर गए थे बारहवीं, ​पढ़िए पूरा किस्सा
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Dasvi Movie : अभिषेक बच्चन के 'दस​वीं' वाले ओमप्रकाश चौटाला जब गलती से पास कर गए थे बारहवीं, ​पढ़िए पूरा किस्सा

Dasvi Movie : 'मैं एक्सक्लूसिव के लालच में 10 मिनट में ही वहां पहुंच गया, प्रोफेसर साहब के कमरे में घुसा तो उनकी टेबल पर भी तमाम अखबार बिखरे थे, चौटाला से जुड़ी खबरों पर लाल-नीली कलम चली थी....'

प्रभात उपाध्याय की टिप्पणी

Dasvi Movie : अभिषेक बच्चन की फिल्म 'दसवीं' (Dasvi) आज नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई। फिल्म गंगा राम चौधरी के इर्द गिर्द घूमती है, जो जेल में रहकर दसवीं की परीक्षा पास करते हैं। तमाम लोग इसे हरियाणा (Haryana) के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) से भी जोड़ रहे हैं, जिन्होंने तिहाड़ जेल में रहते हुए दसवीं की पढ़ाई पूरी की थी। 'दसवीं' के बहाने चौटाला और उनकी पढ़ाई से जुड़ी करीब 5 साल पुरानी घटना याद आ गई।

उन दिनों मैं दैनिक जागरण में एजुकेशन रिपोर्टर हुआ करता था। सुबह करीब साढ़े दस बजे ऑफिस पहुंचा। सामने तमाम अखबारों की फाइल थी। मैंने सरसरी तौर पर निगाह डाली। हिंदी-अंग्रेजी के लगभग सभी अखबारों में पहले पन्ने पर ओमप्रकाश चौटाला के जेल में रहते हुए A ग्रेड से 12वीं पास होने की खबर छपी थी। थोड़ी देर में ब्यूरो मीटिंग शुरू हुई, इसी बीच मेरा फोन बजा। उधर, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) के तत्कालीन चेयरमैन प्रो. शर्मा थे। मैंने फोन काट दिया, लेकिन चंद सेकेंड में फोन दोबारा बजा तो उठा लिया। प्रोफेसर साहब ने कहा- आप अभी आ सकते हैं क्या, एक जरूरी खबर है।


मैं समझ गया कि वाकई कुछ बेहद जरूरी खबर है तभी वे सुबह-सुबह फोनकर ऐसे बुला रहे हैं। एनआईओएस का मुख्यालय नोएडा (Noida) के सेक्टर 62 में ही है। मैं' एक्सक्लूसिव' के लालच में 10 मिनट में ही वहां पहुंच गया। प्रोफेसर साहब के कमरे में घुसा तो उनकी टेबल पर भी तमाम अखबार बिखरे थे। चौटाला से जुड़ी खबरों पर लाल-नीली कलम चली थी। उन्होंने हंसते हुए कहा, 'चौटाला जी को पास करवा दिया आपने...!' मैंने जवाब में मुस्कुराते हुए- ये तो बहुत अच्छी बात है।

उन्होंने टोका, 'चौटाला जी तो पास हो गए लेकिन हमने तो अभी रिजल्ट ही जारी नहीं किया है...और चौटाला जी ने हमारे यहां 12वीं नहीं 10वीं में दाखिला लिया है।' मेरे मुंह से तुरंत निकला- मतलब? उन्होंने कहा- मतलब तमाम अखबारों ने जो खबर छापी है, वो असत्य है।

चेयरमैन साहब ने चौटाला के NIOS में दाखिले-परीक्षा से जुड़े तमाम दस्तावेज मुझे सौंप दिये और कहा- अपने तरीके से देख लो। खबर तो बड़ी थी ही। मैंने वहीं से अपने ब्यूरो त्यागी सर को फोन किया और पूरा मामला बताया। उन्होंने कहा- ऑफिस आ जाओ...डिस्कस करते हैं। चूंकि सारे संस्करणों के लिए महत्वपूर्ण खबर है, अगर कैरी होगी तो समय से जारी करनी होगी। मैं ऑफिस पहुंचा तो इसी खबर पर चर्चा हो रही थी। विष्णु त्रिपाठी सर (जागरण के ग्रुप एडिटर) को पूरा मामला बताया...सारे दस्तावेज दिखाए। उन्होंने कहा- हिसार ब्यूरो से चौटाला के परिजनों का बयान/पक्ष भी मंगवा लो। हिसार ब्यूरो से मुझे ओमप्रकाश चौटाला के पौत्र दिग्विजय सिंह का नंबर मिला। मैंने उन्हें फोन किया तो उन्होंने कहा कि उनके दादाजी यानी ओमप्रकाश चौटाला ने ही उन्हें खुद के A ग्रेड से 12वीं पास होने की जानकारी दी थी। चूंकि उनके लिए ये बड़ी उपलब्धि थी, इसलिये उन्होंने फौरन प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों को जानकारी दी थी।


मैंने अगला सवाल किया- 'लेकिन एनआईओएस ने तो अभी कोई रिजल्ट ही जारी नहीं किया है और आपके दादाजी ने 10वीं में दाखिला लिया है...12वीं में नहीं...। उधर से आवाज आई अच्छा... और फोन कट गया...। थोड़ी देर बाद मेरे पास हिसार यूनिट के प्रमुख का फोन आया। उन्होंने कहा- 'उनके पास कई लोगों के फोन आ रहे हैं...।' अपनी जानकारी के लिए चौटाला के दाखिले-परीक्षा से जुड़े दस्तावेज मुझसे वाट्सएप करने को कहा। मैंने भेज दिया और खबर लिखने में जुट गया। संभवत: उन्होंने वो दस्तावेज उन लोगों को भेजे होंगे, जो उन्हें फोन कर रहे थे। बहरहाल, थोड़ी देर बाद मेरे फोन की घंटी दोबारा बजी, लेकिन इस बार अननोन नंबर था। शख्स ने कहा कि वो चौटाला जी के यहां से बोल रहा है। मैंने कहा- हां बताइये...तो उसने कहा कि जो छप गया वो छप गया...अब इस खबर का कोई मतलब नहीं है। मैंने कहा- लेकिन खबर तो खबर है...जाएगी। इसपर उसकी आवाज थोड़ी कड़क-धमकी वाली हो गई। शख्स ने धमकाते हुए कहा- आपको मैं अच्छे से जानता हूं...कहां रहते हैं...कैसे जाते है... देख लूंगा। फोन कट गया...।

मैंने त्यागी सर को फोन पर हुई बातचीत की जानकारी दी। उन्हें भी गुस्सा आया और बोले- अब तो खबर जाएगी ही...। हुआ भी ऐसा ही। खबर जागरण के सभी संस्करणों में पहले पन्ने पर छपी...उसका फॉलोअप भी छपा। हां...कुछ दिनों बाद चौटाला जी ने दसवीं की परीक्षा पास भी की...ठीक गंगा राम चौधरी की तरह।

(प्रभात उपाध्याय की यह टिप्पणी पहले उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रकाशित।)

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