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समाज

'डियर तेजस्वी जी, आप तो लव मैरेज कर लिए लेकिन हमर मैरेज पर बेरोज़गारी का अड़चन लगल है' : पिंक का लव लेटर वायरल

Janjwar Desk
9 Feb 2023 1:15 PM GMT
डियर तेजस्वी जी, आप तो लव मैरेज कर लिए लेकिन हमर मैरेज पर बेरोज़गारी का अड़चन लगल है : पिंक का लव लेटर वायरल
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Pinky Ka love Letter : हम उधर कंपटीशन की तैयारी में लगल हैं और बाबू जी मने मन हमारे बियाह की तैयारी में। हमारी सब सहेली लोग का तो बच्चा भी हो गया है बियाह के बाद। मन बड़ी मायूस हो रहा है ई सब सोच सोच के। बड़ी उम्मीद से चिट्ठी लिख रहे हैं, नौकरी का जुगाड़ लगवाइए नहीं तो लेखक साहब किसी और जुगाड़ के साथ फरार हो जाएंगे। प्यार बिना नौकरी लेके क्या करेंगे....

Pinky Ka love Letter : फरवरी के प्यार भरे महीने के बीच सोशल मीडिया पर एक लव लेटर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि इस प्रेमपत्र को पिंकी नाम की एक लड़की ने बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नाम लिखा है।

पत्र में पिंकी ने अपनी बेरोजगारी या यूं कहें कि बिहारी युवा पीढ़ी की बेरोजगारी को ऐसे बयां किया है कि उसे पढ़कर नौजवान खुद—ब—खुद उससे खुद को जोड़ लेंगे। हालांकि तेजस्वी यादव ने इस पत्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, मगर यह पत्र जरूर वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल इस पत्र को प्रभात बंधुल्या नाम के यूजर ने भी शेयर किया है, जिन्हें पिंकी का प्रेमी बताया जा रहा है। यह कथित प्रेमी ट्वीट करते हैं, 'महादेव कसम! पिंकी ने हमको फेमस कर दिया यार। शुक्रिया! मैं प्रयास करूंगा कि तेजस्वी यादवजी से मेरी मुलाकात हो और इस विषय पर संवाद करूं। चिट्ठी पढ़कर तो मुझे यही लग रहा लभ (Love) से ज्यादा पिंकी को रोजगार की जरूरत है।'


पढ़िये पिंकी का लव लेटर

डियर तेजस्वी जी, उपमुख्यमंत्री, बिहार।

आपको पता है हम बड़ी टेंशन में हैं। आप तो लव मैरिज कर लिए, लेकिन हमर मैरिज पर बेरोजगारी का अड़चन लगल है। हम चार साल से प्रभात बांधुल्य संग वन साइडेड अफेयर में हैं। अफेयर के उमर में करेंट अफेयर पढ़ रहे हैं। सोचे थे नौकरी लगेगा तो प्रपोज करेंगे, लेकिन नौकरी तो लगने से रही। एक तो भैंकेंसी (नौकरी) नहीं आता है और भैंकेंसी आता भी है तो पेपरे लीक हो जाता है।

ई सब देखते देखते लगता है इहो वैलेंटाइन अइसहीं पार हो जाएगा और हम परपोज (प्रपोज) भी ना कर पाएंगे। हम उधर कंपटीशन की तैयारी में लगल हैं और बाबू जी मने मन हमारे बियाह की तैयारी में। हमारी सब सहेली लोग का तो बच्चा भी हो गया है बियाह के बाद। मन बड़ी मायूस हो रहा है ई सब सोच सोच के। बड़ी उम्मीद से चिट्ठी लिख रहे हैं, नौकरी का जुगाड़ लगवाइए नहीं तो लेखक साहब किसी और जुगाड़ के साथ फरार हो जाएंगे। प्यार बिना नौकरी लेके क्या करेंगे।

आपकी वोटर और लेखक प्रभात बांधुल्य की वन साइडेट लभर पिंकी (फ्रॉम पटना) सस्नेह आभार।

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