कुत्तों ने नोच डाला दुर्घटना में मौत का शिकार हुए युवक का शव, मुजफ्फरनगर के अस्पताल की मोर्चरी में रखी थी डेडबॉडी
कुत्तों ने नोच डाला दुर्घटना में मौत का शिकार हुए युवक का शव, मुजफ्फरनगर के अस्पताल की मोर्चरी में रखी थी डेडबॉडी
Muzaffarnagar news : सड़क हादसे में जान गंवाने वाले दिल्ली के एक युवक की लाश को सरकारी अस्पताल में इस कदर बदसलूकी का शिकार होना पड़ा कि आवारा कुत्तों ने लाश तक नोच डाली। परिजनों ने जब अपने लाडले की यह दुर्गति देखी तो उनकी चीखें निकल गईं। एक सड़क हादसे के बाद दिल्ली के इस युवक का शव यूपी के मुजफ्फरनगर स्थित इस सीएचसी में रखा गया था। परिवार वालों ने यह नजारा देखकर हंगामा शुरू किया तो उसके बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के जानसठ में पानीपत खटीमा राजमार्ग पर गुरुवार 3 नवंबर की देर शाम दिल्ली से बिजनौर जा रही एक बेकाबू कार डीसीएम से टकरा गई थी। इस दुर्घटना में घायल हुए कार सवार द्वारका दिल्ली निवासी आशीष, विकास, लोकेश, राहुल और तरुण को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ में भर्ती कराया था। जहां लोकेश पुत्र कन्हैयालाल दिल्ली को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने लोकेश के शव को अस्पताल परिसर के कमरे में रख दिया था। इस कमरे में शव की देखरेख के लिए एक कर्मचारी की तैनाती भी थी। लोकेश के परिजनों को पुलिस ने मौत की खबर दे दी थी।
शुक्रवार 4 नवंबर की सुबह जब लोकेश के परिजन अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कई आवारा कुत्ते लोकेश के शव को नोच रहे हैं। यह हौलनाक मंजर देखकर परिजन चीख उठे। अस्पताल की इस बदइंतजामी और डॉक्टरों से नाराजगी जताते हुए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजनों का कहना था कि अस्पताल परिसर में शवगृह (मोर्चरी) है, लेकिन उसके बाद भी शव को अस्पतालकर्मियों और पुलिस ने लापरवाही दिखाते हुए अलग कमरे में रख दिया। इस कमरे के दरवाजे में कुंडी भी नहीं थी, जिस वजह से आवारा कुत्तों ने कमरे में घुसकर शव को नोच डाला।
परिजनों के इस हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों को समझाकर शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जानसठ के सीओ रविशंकर का इस बारे में कहना है कि रात के समय अस्पताल का कर्मचारी शव के पास मौजूद था, लेकिन वह देर रात चाय पीने के लिए चला गया था। इसी बीच कोई जानवर शव नोंच गया।
जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ के प्रभारी डॉक्टर अशोक कुमार ने इसकी जिम्मेदारी पुलिस पर थोपते हुए कहा कि शव के पास पुलिस कर्मचारी भी होना चाहिए था, लेकिन नहीं था। शव चार बजे तक शव ठीक था। शुक्रवार 4 नवंबर की सुबह पता लगा कि शव को कोई जानवर नोच गया है। फिलहाल इस मामले में हुई चूक की जांच की जा रही है।