Sambhal News : दूल्हे की बारात निकलते ही टूट गया 10 साल पुराना रिकार्ड, यादव समाज ने इस बिरादरी की बारात पर लगाई थी पाबंदी
Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल स्थित धनारी थाना क्षेत्र में रह रहे वाल्मीकि समाज के दूल्हे की बारात निकलनी थी। यादव समाज ने गांव में बारात नहीं निकलने देने का ऐलान किया था। जिसके बाद दूल्हे के पिता विजेंद्र सिंह ने बेटे रंजीत की बारात निकालने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी।
मामले में अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष मयंक वाल्मीकि और रोहित जैनवाल 28 नवंबर को डीएम संजीव रंजन और पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र से मिले थे। उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में बारात निकाले जाने की मांग उठाई थी। इस पर बुधवार 01 नवंबर की शाम गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
सीओ गुन्नौर सहित तीन थानों के पुलिस फोर्स की मौजूदगी में गांव में बारात निकाली गई। अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत के पदाधिकारियों को पुलिस ने देर रात तक थाने में नजरबंद रखा। बारात निकलने के बाद ही उन्हें थाने से छोड़ा गया।
इससे पहले नहीं निकली बारात
थाना क्षेत्र के गांव मुडेना निवासी प्रीति की बारात बड़ा गांव की मड़ैया से बुधवार शाम को आई थी। गांव के यादव समुदाय के लोगों ने इसे नई परंपरा बताते हुए पहले ही ऐलान कर दिया था, कि अभी तक वाल्मीकि समाज के लोगों की बारात गांव में नहीं निकाली गई है। इस समाज के दूल्हे को घोड़ी पर बैठा कर गांव में नहीं घुमाया जाता है। इस बार भी बारात नहीं निकाली जाएगी।
बारात के निकलने से समाज में खुशी
युवक दूल्हा बनकर घोड़ी चढ़ा तो गांव के सभी लोग उसको देखने पहुंचे। दुल्हे के आगे-आगे बाराती और पीछे बंदूकधारी चल रहे थे। शादी समारोह में भी पुलिस की तैनाती रही। गांव में 10 साल के बाद किसी वाल्मीकि समाज का युवक घोड़ी चढ़कर अपनी दुल्हन लेने गया। इस पहल से समाज के लोगों में खुशी है।