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फैक्ट चैक : तनी मूंछ रखने के मामले में दलित युवा की हत्या का आरोपी कोई सवर्ण नहीं, बल्कि उसी की जाति के लोग

Janjwar Desk
18 Sep 2020 10:48 AM GMT
फैक्ट चैक : तनी मूंछ रखने के मामले में दलित युवा की हत्या का आरोपी कोई सवर्ण नहीं, बल्कि उसी की जाति के लोग
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प्रदीप मेघवाल मर्डर केस के जांच अधिकारी ने कहा तनी हुई मूंछ रखने पर उच्च जाति के लड़कों द्वारा हत्या की बात गलत, आपसी रंजिश में दलित लड़के ने ही की थी प्रदीप की हत्या...

विकास राणा की रिपोर्ट

जनज्वार। राजस्थान के गंगानगर स्थित खाटलबाना गांव में मूंछों को ऊंची रखने के मामले पर एक युवक की हत्या का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। दैनिक भास्कर समेत कई न्यूज पोर्टल्स और भाजपा राजस्थान के ट्वीटर हैंडल से दावा किया गया है कि दलित समाज से आने वाले प्रदीप नाम के युवक की हत्या इसलिए कर दी गई, क्योंकि उसने दंबगों के सामने मूंछों को ऊंचा रखा हुआ था।

भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा रिट्वीट की गई दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार राजस्थान के खाटलबाना गांव के निकट युवकों में मूंछें ऊंची रखने के विवाद में एक युवक के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई है। ख़बर में कहा गया कि प्रदीप नाम के युवक को कुछ युवकों ने इस लिए गोली मार दी, क्योंकि प्रदीप अपनी मूंछों को ऊंची रख रहा था। इस ख़बर को बीजेपी राजस्थान समेत बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने रिट्वीट किया है।

अमित मालवीय ने लिखा कि, 'अगर यही घटना किसी भाजपा शासित प्रदेश में हुई होती तो दिल्ली में बैठे professional protestors (प्रशिक्षित प्रदर्शनकारी) सक्रिय हो जाते। लेकिन क्योंकि ये घटना कांग्रेस शासित राजस्थान में हुई है, तो सब तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। मरने वाला युवक दलित समाज से है और इस घटना के लिए मुख्यमंत्री गहलोत जिम्मेदार हैं।


अमित मालवीय के ट्वीट को बीजेपी राजस्थान के ट्वीटर हैंडल से भी रिट्वीट किया गया और गहलोत सरकार के शासन पर राज्य में अपराध, दलित व महिला उत्पीड़न आदि के मामलों में भारी बढ़ोतरी होने की बात की गई, साथ ही शासन पर मौन और प्रशासन बेबस रहने के आरोप भी भाजपा के द्वारा लगाए गए हैं।

इसके अलावा परिसंघ के प्रमुख डॉ उदित राज ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि बीकानेर में प्रदीप कुमार मेघवाल नाम के एक दलित युवक को इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसने मूंछ रखी हुई थी। इस घटना के बाद भी तथाकथित ऊंची जातियां वाले कहेंगे की दलित हिंदू ही है।


वन इंडिया हिंदी.कॉम ने "तनी हुई मूंछ रखने पर दबंगों ने गोली मारकर की दलित युवक की हत्या" नाम के शीर्षक से एक ख़बर लिखी है, जिसमें मीडिया रिपोर्टस से दावा करते हुए मूंछों को रखने के कारण गोली मारने की बात को कहा गया है।

क्या है सच?

अखबार की खबर और घटना को लेकर जब जनज्वार ने सीओ ओमप्रकाश चौधरी से बात की तो उन्होंने मूंछों वाली बात को पूरी तरह से गलत बताया। ओमप्रकाश चौधरी प्रदीप कुमार मेघवाल हत्याकांड मामले के जांचकर्ता अधिकारी हैं। ओमप्रकाश चौधरी का कहना था कि ये गांव के ही दो गुटों की लड़ाई थी।

बकौल ओमप्रकाश चौधरी, 'मृतक युवक प्रदीप मेघवाल के चचेरे भाई मुकेश के साथ कुछ युवकों ने मारपीट कर दी थी, जिसके बाद अपने भाई के साथ हुई मारपीट का बदला लेने के लिए प्रदीप ने कपिल नाम के युवक को फोन कर समझाने की बात की तो उल्टा कपिल ने धमकी देते हुए प्रदीप को रात 9 बजे लक्ष्मीनारायण नहर की पुल पर आने के लिए कहा। प्रदीप जब वहां पहुंचा तो कपिल गुट के छुपे हुए लोगों ने प्रदीप के सर पर गोली मार दी। प्रदीप को मारने वाले लोगों में जरूर कुछ लड़के उच्च जाति के भी थे, मगर गोली चलाने वाला व्यक्ति अनुसूचित जाति का था। फिलहाल मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।'


खांटलगांव के स्थानीय निवासी और भीमा आर्मी के नेता मुकेश चोपड़ा ने जनज्वार को इस मामले में बताया कि ये पूरी लड़ाई कॉलेज से शुरू हुई है। ये सभी युवक स्थानीय सरकारी कॉलेज में एक साथ पढ़ते हैं। प्रदीप नाम के जिस युवक की हत्या की गई है, वह पूर्व में कॉलेज का अध्यक्ष रह चुका है, जिस कारण कॉलेज के अंदर इन लड़कों की अकसर लड़ाई होती रहती थी। फिर एक बार इन दोनों गुटों में किसी मसले को लेकर आपस में लड़ाई हो गई और एससी समाज से आने वाले एक युवक को रिवाल्वर देकर प्रदीप की हत्या करा दी गई।

प्रदीप मेघवाल मर्डर केस के जांच अधिकारी मुकेश चोपड़ा ने कहा तनी हुई मूंछ रखने पर उच्च जाति के लड़कों द्वारा हत्या की बात गलत है, आपसी रंजिश में दलित लड़के ने ही प्रदीप की हत्या की थी। जब हमने मूंछों को रखे जाने के कारण हत्या करने की बात मुकेश चोपड़ा से पूछी तो उनका कहना था कि ऐसी जरूर नहीं है कि मूंछों के रखे जाने के कारण ये हत्या की गई है।

कॉलेज की राजनीति में प्रदीप की बढ़ती ताकत और राजनीति में बहुजन समाज के लोगों का आना भी हत्या का मुख्य कारण रहा है। इसी कारण कानूनी रूप से बचने के लिए एससी समाज के लड़के का इस्तेमाल इन उच्च जाति के लड़कों ने प्रदीप की हत्या कराने के लिए किया है।

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