छ्त्तीसगढ में पेड़ कटाई पर वनकर्मी ने अपने ही अधिकारी के खिलाफ की कार्रवाई, वीडियो वायरल
संजय ठाकुर की रिपोर्ट
रायपुर। छ्त्तीसगढ में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वनरक्षक का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक छोटासा वनरक्षक इलाके के फारेस्ट रेंजर को पेड़ की अवैध कटाई करने पर जमकर लताड़ लगा रहा है। यही नही तो रेंजर के सामने पद में अदने से इस वनकर्मी ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने अधिकारक्षेत्र के जंगल के मुखिया मानेजानेवाले रेंजर, डिप्टी रेंजर के खिलाफ ही कार्रवाई करते हुए आपराधिक मामला भी दर्ज कर लिया।
वीडियो छ्त्तीसगढ के कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल के हल्दीबाड़ी रिजर्व फारेस्ट इलाके का है। 17 जुलाई को वनरक्षक शेखर सिंह रात्रे की तैनाती वाले हल्दीबाड़ी के रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में कुछ मजदूर बास के पेड़ों की कटाई कर रहे थे। रिजर्व फारेस्ट में यह कटाई एक वनकर्मी ही रेंजर मृत्युंजय शर्मा के कहने पर करवा रहा था। रिजर्व फारेस्ट में जहाँ एक पत्ता भी नही तोड़ा जा सकता वहाँ 300 से ज्यादा पेड़ो की कटाई होते देख वनकर्मी शेखर सिंह ने जमकर वनकर्मी को लताड़ लगाई।
वनकर्मी द्वारा रेंजर के कहने पर कटाई करने की बात कहने पर इस वनकर्मी ने खुदके रेंजर को ही घटनास्थल पर बुलाया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। इतना ही नहीं इस वनकर्मी ने इस दौरान जमकर फारेस्ट रेंजर और अन्य अधिकारियों को फटकार भी लगाई। इस दौरान स्थानीय मीडिया के कुछ लोगो ने इस पूरे वाकिये को अपने कैमरे में कैद कर लिया।
वीडियो में वनकर्मी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं- ये रिजर्व फारेस्ट है, आप यहाँ एक पत्ता भी नही तोड़ सकते तो बास की कटाई कैसे की, डीएफओ का आदेश बताइए, आप अपराधी है। आपके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। साइन कीजिये पंचनामे पर नही करेंगे तो मैं लिख दूंगा कि आपने नही किया, आपने पेड़ कैसे काटे। थ्री स्टार लगाकर घूम रहे हो इतना भी नही पता कि रिजर्व फारेस्ट में पेड़ नही काटे जा सकते।
वनकर्मी आगे कहते हैं, 'देखिये मैं आदेश पर दूसरे इलाके में गया था। 17 तारीख को जब मैं वापस आया तो यहां पर 11 मजदूर पेड़ काट रहे थे। वनकर्मी मौजूद था जब मैंने पूछा तो उसने कहा रेंजर साहब के आदेश से पेड़ काट रहा हूं, मजदूरों ने बताया कि उन्हें 250 रुपये रोजी देकर पेड़ काटने लाया गया है। डीएफओ का कोई आदेश नहीं है, ये रिजर्व फारेस्ट है यहां पेड़ नही काटे जा सकते, मेरी गश्त का इलाका है।' रेंजर, डिप्टी रेंजर, वनकर्मी और 11 मजदुरो के खिलाफ वन अधिनियम के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है।