ऑनर किलिंग : UP के रामपुर में बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने बेटी-दामाद को मारी गोली, प्रेम विवाह से था नाराज
रामपुर। उत्तर प्रदेश में स्थित रामपुर जिले के सैदनगर में परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी रचाने वाले प्रेमी जोड़े को लड़की के पिता ने गोली मार दी, जिससे ये दोनों जख्मी हो गए हैं।
बेटी-दामाद को गोली मारने वाला शख्स बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने आज रविवार 13 सितंबर को इस मामले की जानकारी दी।
सहायक पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ने कहा कि, प्रशांत कुमार नाम के युवा ने सितंबर की शुरुआत में उत्तराखंड के काशीपुर की एक लड़की से शादी की थी। महिला के परिवारवाले इस शादी से नाखुश थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लड़की के पिता ने शनिवार 12 सितंबर को दोनों के बांह के ऊपरी हिस्से में गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया। दंपती को जिला अस्पताल से एक अन्य स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लड़की का नाम कामिनी है, उसने आरोप लगाया है 'मेरे पिता विनोद कुमार गौतम काशीपुर में रहते हैं। उन्होंने सैदनगर में हमारे घर आकर मुझे और मेरे पति प्रशांत को गोली मार दी।'
वहीं इस मामले में एक रिश्तेदार ने बताया कि ये दोनों पीड़ित जिन्होंने आपस में शादी की है, रिश्ते में दूर के भाई-बहन लगते हैं और इन्होंने परिवार की सहमति के बिना आपस में शादी की। रिश्तेदारी में शादी करने के कारण ही परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि बेटी के प्रेम विवाह से नाखुश बीएसपी ज़िलाध्यक्ष ऊधमसिंह नगर ने बेटी और दामाद को गोली मार दी। पुलिस ने आरोपी ज़िलाध्यक्ष विनोद गौतम (BSP leader Vinod Gautam) समेत तीन लोगों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया है।
घटनाक्रम के मुताबिक उत्तराखंड के जनपद ऊधमसिंह नगर के काशीपुर निवासी विनोद कुमार गौतम बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी सैदनगर में दूर की रिश्तेदारी है। बसपा नेता की बेटी ने सैदनगर के प्रशांत से प्रेमविवाह कर लिया था, जिससे विनोद कुमार गौतम का परिवार बहुत नाराज था। बेटी ने जिस लड़के से शादी की उसका नाम प्रशांत है और वह फिलहाल बरेली पीएसी में ट्रेनिंग कर रहा है।
प्रेम विवाह के बाद भी बसपा नेता इज्जत बचाने के नाम पर अपनी बेटी को ले जाना चाहता था। इसीलिए वह अपने बेटे रविकांत गौतम और भाई महावीर गौतम समेत कई लोगों के साथ बेटी के पास आया था। तीन दिन से दोनो पक्षों के बीच इस बारे में बहस भी हो रही थी, लेकिन बसपा नेता की बेटी कामिनी किसी भी कीमत पर वापस जाने को तैयार नहीं थी। शायद उसे डर था कि घर जाकर उसकी हत्या कर दी जायेगी। प्रशांत भी उसे वापस पिता के घर नहीं भेजना चाहता था।
इसके लिए दोनों परिवारों ने पंचायत भी बुलाई। पंचायत के दौरान बसपा नेता जब बेटी को घर ले जाने के हर प्रयास में असफल होता महसूस कर रहा था तो उसने चिढ़कर बेटी और दामाद दोनों को अपनी लाईसेंसी पिस्टल से गोली मार दी थी। गोलीबारी में दोनों बुरी तरह घायल हो गये और उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें हायर सेंटर मुरादाबाद को रैफर कर दिया गया था।
गोली मारने के बाद तीनों आरोपी कार छोड़कर फरार हो गए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने गोली कांड के बाद बसपा नेता की कार में तोड़फोड़ भी की थी। पुलिस ने शनिवार 12 सितंबर की रात को दबिश दी और दो आरोपियों को हिरासत में भी लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।