Kanpur में 56 इंची दबंगों ने दलित युवक को पीटकर तोड़ा जबड़ा, FIR दर्ज करने के बाद SHO महाराजपुर का CUG नंबर स्विच ऑफ
Kanpur News (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित थाना महाराजपुर के एक गांव में उंची जाति के दबंगों ने दलित युवकों को पीटकर मरणासन्न कर दिया। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने काफी ना-नुकुर के बाद एफआईआर तो दर्ज कर ली, बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं की जा रही और ना ही अब तक कोई कार्रवाई ही की गई।
जनज्वार को भेजे गए पत्र के मुताबिक पीड़ितों का आरोप है कि, वह 25 अक्टूबर की दोपहर महुआ गांव के चौराहे के निकट बैठे हुए थे। इतने में गांव के ही 3 से चार लोगों ने आकर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट शुरू कर दी। विरोध करने पर साथ बैठे दलित युवक को लाठी-डण्डों से बुरी तरह पीट दिया गया, जो हैलट में भर्ती है।
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला थाना महाराजपुर के महुआ गांव का है। यहां रहने वाले अजीत कुरील पुत्र गुलाब व अमरपाल पासवान पुत्र राजाराम पासवान चौराहे के पास बैठे थे। उसी दौरान गांव के ही रहने वाले छोटू पुत्र संतोष सिंह, रजत पुत्र बऊआ लाल सिंह, भजन पुत्र रामसिंह व भूरा सिंह पुत्र राकेश सिंह ने आकर उन्हें अपशब्द व जातीगत गालीगलौज शुरू कर दी।
इस बात पर दोनो युवकों ने उनका विरोध किया। विरोध करते ही चारों युवक गुस्से में आगबबूला हो गये। जिसके बाद अजीत की पिटाई शुरू कर दी गई। झगड़े का बीच बचाव करने के दौरान दबंग युवकों ने अमरपाल को भी पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने अमरपाल की इस कदर पिटाइ कर दी की उसका जबड़ा तक टूट गया। पीड़ित को पहले सीएचसी सरसौल ले जाया गया जहां से हालत गंभीर होने पर उसे हैलट कानपुर के लिए रेफर किया गया।
इस घटना के बाद घायल अमरपाल के पास अपने टूटे जबड़े का इलाज कराने के लिए पैसे तक नहीं है। अमरपाल ने जनज्वार को बताया कि यहां टूटे जबड़े का इलाज नहीं है। उसे लखनऊ जाने को कहा है लेकिन जबड़े का इलाज दूर की बात है उसके पास लखनऊ पहुँचने का किराया तक नहीं है। तो इलाज कैसे कराएगा। उसपर पुलिस कोई कार्रवाई भी नहीं कर रही। कम से कम पुलिस इतना ही कर दे कि जिन्होने मारा है उनसे इलाज के लिए पैसे ही दिला दे।
हालांकि पुलिस ने इस मामले पर तहरीर लेकर मुकदमा संख्या 298/2021 के तहत धारा 323/504 व 3(1)(d) आईपीसी में पंजीकृत कर लिया है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस मुकदमा पंजीकृत करने के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी लगातार दशहत में बने हुए हैं। इस मामले को लेकर हमने थानाध्यक्ष महाराजपुर से बात करनी चाही लेकिन उनका सरकारी नंबर काफी देर तक बंद आता रहा।