Lakhimpur Kheri News : 'ट्रांसफर चाहिए तो अपनी बीवी को मेरे पास भेज दो', JE की प्रताड़ना से परेशान लाइनमैन ने किया सुसाइड
Lakhimpur Kheri News : 'ट्रांसफर चाहिए तो अपनी बीवी को मेरे पास भेज दो', JE की प्रताड़ना से परेशान लाइनमैन ने किया सुसाइड
Lakhimpur Kheri News : उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी अबतक किसानों को कुचले जाने की खबरों को लेकर खूब चर्चाओं रहा है। लेकिन अब खबर आ रही है कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के विद्युत विभाग (Electricity Department) में तैनात एक लाइनमैन ने कथित तौर पर जेई (JE) की प्रताड़ना से तंग आकर खुद को आग के हवाले कर दिया। लाइनमैन की लखनऊ में इलाज के दौरान रविवार की सुबह मौत हो गई। वहीं लाइनमैन की मौत से पहले का वीडियो मिलने पर जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने बिजली विभाग को जेई के निलंब की संस्तुति और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। एसपी संजीव सुमन ने भी तहरीर मिलते ही कार्रवाई की बात कही है। मामले में बिजली विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
खबरों के मुताबिक मृतक 45 वर्षीय लाइनमैन गोकुल यादव (Gokul Yadav) लखीमपुर के पलिया का रहने वाला था। एक साल पहले उसकी तैनाती घर से पचास किलोमीटर दूर अलीगंज में थी। इससे पहले महंगापुर में तैनात था। वहां उसकी पहचान जेई से हुई थी। गोकुल अपने परिवार को लेकर काफी दिनों से परेशान था इसलिए वह अपना ट्रांसफर पलिया चाह रहा था। उसने इसके लिए कई अफसरों से बात की लेकिन उसका ट्रांसफर नहीं हुआ।
इसके बाद गोकुल ने जेई से बात की तो जेई ने ट्रांसफर करवाने की जिम्मेदारी तो ली लेकिन इसके बदले उसने जो डिमांड की उसे गोकुल सहन नहीं कर पाया। जेई ने लाइनैन से कहा, तुम एक रात के लिए अपनी पत्नी को मेरे और मेरे साथियों के लिए भेज तो उसके बाद तुम्हारा ट्रांसफर करवा देंगे। यह सुनते ही लाइनमैन घर वापस आया और पुलिस से इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जेई की बात ने लाइनमैन को इस कदर आहत किया कि उसने अपने घर जाकर खुद पर डीजल उड़ेला और आग ली। परिवार के लोग उसको देर रात लखीमपुर लेकर पहुंचे जहां उसकी हालत गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया। जहां रविवार की सुबह छह बजे उसकी मौत हो गई।
लाइनमैन के मौत के पहले वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जेई और उसके दलाल ट्रांसफर के बदले में मेरी पत्नी मांग रहे हैं। मैंने थाने में भी नंबर देकर शिकायत किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ।
वहीं इस मामले को लेकर जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने वीडियो का संज्ञान लेकर जेई के निलंबन की सिफारिश की है। साथ उसके खिलाफ विभागीय जांच सुरू करने के निर्देश दिए।
रविवार की देर शाम अधीक्षण अभियंता राम शब्द ने आरोपी जेई नागेंद्र कुमार और टीजी-2 जगतपाल को संस्पेंड कर दिया। इस मामले में पलिया के सीओ संजय नाथ तिवारी ने कहा कि अभी तक परिवार से कोई केस दर्ज करवाने नहीं आया है। परिवार के लोगों की तलाश की जा रही है। शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर इस घटना की चर्चा हो रही है। पूर्व आईएएस सूर्यप्रताप सिंह ने अपने ट्वीट में पूछा- खाली सस्पेंड क्यों? मृत्यु पूर्व कथन के आधार पर अब तक दुष्ट जेई जेल में होना चाहिए था..नौकरी से पदच्युत हो चाना चाहिए था। रामराज्य में ऐसा जघन्य कृत्य हुआ और कार्यवाही में इतना विलम्ब क्यों?
खाली सस्पेंड क्यों?
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 11, 2022
मृत्यु पूर्व कथन (Dying Declaration) के आधार पर अब तक दुष्ट JE जेल में होना चाहिए था...नौकरी से पदच्युत हो जाना चाहिए था।#रामराज्य में ऐसा जघन्य कृत्य हुआ और कार्यवाही में इतना विलम्ब क्यों? https://t.co/VrHrfz3K5n
समाजवादी पार्टी ने अपने ट्वीट में इस घटना पर लिखा- डबल इंजन भाजपा सरकार में चल रहा है ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर गोरखधंधा। लखीमपुर खीरी में सामने आई शर्मसार कर देने वाली घटना। बिजली विभाग के जेई द्वारा लाइनमैन को प्रताड़ित करने की घटना भाजपाई स्सिटम को बेपर्दा करती है। दोषी जेई के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई।
डबल इंजन भाजपा सरकार में चल रहा है ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर गोरखधंधा।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 10, 2022
लखीमपुर खीरी में सामने आई शर्मसार कर देने वाली घटना।
बिजली विभाग के जेई द्वारा लाइनमैन को प्रताड़ित करने की घटना भाजपाई सिस्टम को बेपर्दा करती है।
दोषी जेई के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई। pic.twitter.com/xE3nvGeAIo
वहीं कांग्रेस ने लिखा- लखीमपुर खीरी में बिजली विभाग के अधिकारी ने लाइनमैन गोकुल यादव से ट्रांसफर के बदले घिनौनी शर्त रखी। इस बर्बरता के खिलाफ गोकुल की गुहार नहीं सुनी गई। उन्हें आत्मदाह करके जान देनी पड़ी। जब अधिकारी ही महिला अस्मिता का सौदा कर रहे हैं तो सुरक्षा और सम्मान नामुमकिन है।
लखीमपुर खीरी में बिजली विभाग के अधिकारी ने लाइनमैन गोकुल यादव से ट्रांसफर के बदले घिनौनी शर्त रखी। इस बर्बरता के खिलाफ गोकुल की गुहार नहीं सुनी गई। उन्हें आत्मदाह करके जान देनी पड़ी।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 11, 2022
जब अधिकारी ही महिला अस्मिता का सौदा कर रहे हैं तो सुरक्षा और सम्मान नामुमकिन है। #जंगलराज pic.twitter.com/3srDMnqrGM