Lucknow news : पत्नी ने तनख्वाह नहीं दी, पति ने दुबई से ही फोन पर तीन तलाक दे डाला
पत्नी ने तनख्वाह नहीं दी, पति ने दुबई से ही फोन पर तीन तलाक दे डाला (file photo from social media)
Lucknow news : एक महिला को अपनी तनख्वाह के पैसे ससुराल वालों को न देने की कीमत तलाक से चुकानी पड़ी। जी हां, ये मामला सामने आया है लखनऊ से, जहां पीजीआई में काम करने वाली एक मुस्लिम महिला ने जब अपने ससुराल वालों के हाथ में सेलरी नहीं रखी तो उन्होंने फोन पर ही उसका तलाक करवा दिया। जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला का पति दुबई में नौकरी करता है और उसने अपने मां-बाप के उकसाने पर पत्नी को फोन पर ही तलाक दे डाला।
गौरतलब है कि लखनऊ पीजीआई में कार्यरत पीड़ित महिला के ससुराल वाले उस पर तनख्वाह देने का दबाव डाल रहे थे। बहू के मना करने पर बेटे को उकसाकर फोन पर ही तलाक के लिए राजी कर लिया। घरवालों के कहने पर पति ने दुबई से ही फोन पर पत्नी को तीन तलाक दे डाला। इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
लखनऊ पीजीआई में कार्यरत एवं कोतवाली क्षेत्र के एकतानगर की रहने वाली महिला की शादी 7 दिसंबर 2018 को हुसैनगंज निवासी आरिफ बेग से हुई थी। आरिफ बेग दुबई में नौकरी करता है और वह शादी के कुछ महीनों बाद दुबई चला गया।
पीड़िता का आरोप है कि शादी के बाद ही ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे और कई बार पिटाई भी की। जब भी वह अपने पति से फोन पर ससुरालियों द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न की शिकायत करती तो वह बजाय उसकी बात सुनने के हमेशा अपने परिवार का पक्ष लेता रहा। इससे परेशान होकर महिला मायके में आकर रहने लगी।
जानकारी के मुताबिक जब वह 30 मई को वापस ससुराल पहुंची तो उसके ससुर ने उसे तलाक के कागज थमा दिए। जब महिला ने इसका विरोध किया तो पति से फोन पर बात करायी। आरोप है कि फोन पर बातचीत के वक्त ही पति आरिफ ने महिला को तीन तलाक बोल दिया। यह शब्द सुन कर महिला के होश उड़ गये।
इस मामले में इंस्पेक्टर देवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि महिला के पति आरिफ, उसके पिता सगीर अहमद, भाई आतिफ, शबनम बानो और नियाज अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।