मथुरा में 3 युवाओं ने जबरन घर में घुसकर 17 साल की लड़की को छत से नीचे फेंका, वीडियो वायरल
सीसीटीवी की फुटेज देखकर सोशल मीडिया पर फूट रहा लोगों का गुस्सा
जनज्वार। अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका जीता जागता उदाहरण यूपी के मथुरा जिले में सामने आया है। यहां 3 लड़के जोकि पिछले सालभर से नाबालिग युवती को परेशान कर रहे थे, न सिर्फ जबरन उसके घर में घुसे, बल्कि परिजनों के सामने ही उसे छत से नीचे फेंक दिया। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुयी है।
मीडिया में सामने आ रही जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवती के भाई ने बताया कि तीनों आरोपी एक साल से उसकी बहन को परेशान कर रहे थे। सोमवार 21 जून की रात करीब 8 बजे उसके पिता के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से लोकेशन पूछने के लिए कॉल आया। इसके बाद तीन आरोपी मोटरसाइकल पर आए और जबरन घर में घुस गए। आरोपियों ने उसकी मां और बहन से मारपीट की और बहन को छत से नीचे फेंक दिया।
पुलिस को पड़ोस के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज मिली है, जिसमें एक लड़की सड़क पर नीचे गिरती हुई दिख रही है। उसके बाद वहां से कुछ लोग गुजरते हुए नजर आ रहे हैं। फिलहाल परिजनों की शिकायत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घटना का सीसीटीवी फुटेज काफी भयानक है और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और लोगों का गुस्सा योगी सरकार पर फूट रहा है।
It's so painful to even see. What will happen to the girl, her entire life. I hope she gets well, however, such injuries affect entire lives and whole families. Apart from the arrests, can we have a system to ensure that the girl and her family gets support for treatment.
— Shams Ur Rehman Alavi شمس (@indscribe) June 23, 2021
एएसपी मथुरा ग्रामीण ने मीडिया को इस घटना के बारे में बताते हुए कहा, 'थाना छाता क्षेत्र के अंतर्गत एक बालिका के परिजनों ने शिकायत दी थी कि सोमवार 21 जून की रात को कुछ युवक उनके घर पर घुस आए और बेटी के साथ मारपीट की। इसके बाद उन्होंने बेटी को छत से नीचे फेंक दिया। इससे उन्हें काफी चोट आई है। एफआईआर दर्ज करते हुए तुरंत ऐक्शन लिया गया और दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं।'
वहीं लड़की के पिता प्रेम पाल सिंह ने कहते हैं, मेरी बेटी बहुत सीरियस हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती है और उसकी रीढ़ की हड्डी और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिवार ने कहा कि वे सोमवार 21 जून की रात को ही स्थानीय थाने से लोग हमारे घर पर आए थे, लेकिन अगले दिन आने के लिए कहकर मामले को टालने की कोशिश की गयी।
अनुजा जायसवाल ने सीसीटीवी फुटेज शेयर करते हुए ट्वीट किया है, मथुरा में एक 17 वर्षीय लड़की को उसके दूसरे मंजिल के घर की छत से 3 युवकों ने नीचे फेंक दिया, जो पिछले एक साल से उसे परेशान कर रहे थे। घायल लड़की की रीढ़ की हड्डी टूट गयी है और हालत काफी गंभीर बनी हुयी है।'
A 17-year-old girl #thrown down from the terrace of her second floor house in #Mathura by 3 youths who had been harassing her for the past one year. The victim in the hospital with fractured spinal cord. @mathurapolice @Uppolice @adgzoneagra pic.twitter.com/gtJTjClEbq
— Anuja Jaiswal (@AnujaJaiswalTOI) June 23, 2021
कौशल कुमार कहते हैं, ...घर में घुस के क्राइम कर रहे हैं। कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है। जिस राज्य का मुखिया ही गुंडा हो (एफआईआर देख लो) वहां गुंडई तो होगी न। गिरफ्तार कर लेने से उस लड़की का दर्द कम हो जाएगा। कोई बीजेपी वाले नेता के दबाव में 2 महीने बाद छोड़ दिया जाएगा। यूपी को नरक बना दिया।'
Quick arrests are good. However, the fact remains that, as far as NCRB data go, the situation has always been more or less like that with different regimes. Either disprove that or don't draw emotional inferences. The audacity of criminals is a social issue, not administrative.
— Dr. N. C. Asthana, IPS (Retd) (@NcAsthana) June 23, 2021
शम्स उर रहमान अल्वी ने ट्वीट किया है, सीसीटीवी फुटेज देखने में भी बहुत दर्द होता है। लड़की का क्या होगा, उसकी पूरी जिंदगी। मुझे आशा है कि वह ठीक हो जाएगी, हालांकि, इस तरह की चोटें पूरे जीवन और पूरे परिवार को प्रभावित करती हैं। गिरफ्तारी के अलावा, क्या हमारे पास यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली हो सकती है कि लड़की और उसके परिवार को इलाज के लिए सहायता मिले।'
साले घर में घुस के क्राइम कर रहे हैं। कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है। जिस राज्य का मुखिया ही गुंडा हो ( एफआईआर देख लो) वहां गुंडई तो होगी न। गिरफ्तार कर लेने से उस लड़की का दर्द कम हो जाएगा। कोई बीजेपी वाले नेता के दबाव में 2 महीने बाद छोड़ दिया जाएगा। यूपी को नरक बना दिया।
— Kaushal Kumar (@kkyadav203) June 23, 2021
राहुल मांग करते हैं, ऐसे मामलों में कानून बहुत सख्त होना चाहिए, फास्ट ट्रैक और कड़ी से कड़ी सजा। ये सभी सबूतों के साथ स्पष्ट मामले हैं। कोई मानवीय धारा नहीं होनी चाहिए, अपराधी किसी भी समाज के लिए खतरा हैं।''