Merrut News : छात्रा के मासिक धर्म से गंदा हुआ हॉस्टल का बाथरूम, स्कूल स्टाफ ने सभी लड़कियों के कपड़े उतरवाकर की जांच
मेरठ में टॉयलेट गंदा होने पर उतरवाए लड़कियों के कपड़े (image/socialmedia)
Merrut News (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित एक विद्यालय के हॉस्टल में छात्राओं से कपड़े उतरवाने का मामला सामने आया है। यहां छात्रा का आरोप है कि स्कूल का बाथरूम गंदा होने पर छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच की गई। परिजनों ने इस मामले में एसएसपी से शिकायत करते हुए धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है। एसएसपी ने एसपी देहात और सीओ को जांच सौंपी है।
@Uppolice मेरठ में शर्मनाक घटना. मासिक धर्म के चलते गंदा हुआ हॉस्टल का टॉयलेट तो स्कूल स्टाफ ने लड़कियों के कपड़े उतरवाकर की जांच. @myogioffice @dgpup pic.twitter.com/9b923DXESW
— Janjwar Media (@janjwar_com) September 29, 2021
जानकारी के मुताबिक किठौर (Kithaur) क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने 6 सितंबर को अपनी बेटी का दाखिला इलाके के ही निजी आवासीय विद्यालय में कराया था। इसी विद्यालय में 12 सितंबर को उन्होंने अपनी भांजी का भी दाखिला कराया। परिवार का कहना है कि 19 सितंबर को उनकी भांजी का फोन आया और उसने बीमार होने की बात कही।
जब वह भांजी को विद्यालय से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो बच्ची ने इस घटना का खुलासा (Open the incident) किया। बच्ची ने बताया कि किसी छात्रा को मासिक धर्म था और बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था। इस कारण बाथरूम गंदा हो गया। इसके चलते प्रबंधन ने छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच करवाई।
एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी (SSP Prabhakar Chaudhary) ने कहा कि इस तरह की शिकायत मिली है, मामला उनके संज्ञान में है। जांच के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार विधिपूर्वक कार्रवाई की जाएगी।
मामले में पीड़ित परिवार ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद बेटी को स्कूल से निकालने के लिए पहुंचे। आरोप है कि फोन पर संपर्क करने पर प्रबंधक ने उनसे अभद्रता की। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर बच्ची को स्कूल से लेकर आए। परिवार ने बताया कि जिस समय वह बच्ची को लेने पहुंचे तो वहां कुछ अन्य लोग भी इसी विवाद के कारण अपनी बच्चियों को लेने आए थे।
वहीं, विद्यालय की प्राचार्य ने बताया कि सभी आरोप निराधार हैं। जिस बालिका के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया था। विरोधियों के साथ मिलकर इस तरह के घिनौने आरोप लगाए जा रह हैं।