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Rudrapur News : मंदिर का महंत बना हैवान, नेपाली नाबालिग को बंधक बनाकर रखा था मंदिर में, सरियों और कील लगे डंडों से करता था पिटाई

Janjwar Desk
4 April 2022 8:34 AM GMT
Rudrapur News : मंदिर का महंत बना हैवान, नेपाली नाबालिग को बंधक बनाकर रखा था मंदिर में, सरियों और कील लगे डंडों से करता था पिटाई
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Rudrapur News : मंदिर का महंत बना हैवान, नेपाली नाबालिग को बंधक बनाकर रखा था मंदिर में, सरियों और कील लगे डंडों से करता था पिटाई

Rudrapur News : बरामद बच्चे की काउसंलिंग के बाद जिला बाल कल्याण समिति ने पुलिस से बाल हित उल्लंघन के मामले में जांच कर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देश दिए हैं....

Rudrapur News : उत्तराखण्ड के रुद्रपुर (Rudrapur) स्थित एक मंदिर के महंत और उसके बेटे के खिलाफ नेपाल मूल के एक नाबालिग किशोर को बंधक (Hostage) बनाकर मंदिर (Temple) में रखने का आरोप लगा है। मंदिर का महंत और उसका बेटा इस नाबालिग के साथ बहशियों कि तरह सरियों और कील लगे डंडे से मारपीट भी करते थे। मामला उजागर होने के बाद महंत व उसके बेटे के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज हुआ है। लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

जानकारी के अनुसार भरतपुर, चितवन, नेपाल निवासी रोहन बगाले (Rohan Bagale) का 15 साल का छोटा भाई बचपन से ही ज्यादा धार्मिक स्वभाव का था। वर्ष 2018 में वह अचानक घर से वृंदावन (Vrindavan) पहुंच गया। यहां पर वह एक महंत के संपर्क में आया और महंत उसे रुद्रपुर के बालाजी मंदिर में ले आया। नाबालिग के जिम्मे महंत ने पूरे मंदिर की साफ-सफाई का काम कर दिया। मंदिर में किशोर के साथ मंदिर का महंत रमेश वशिष्ठ और उसका बेटा अभिषेक वशिष्ठ अक्सर ही ज्यादती करते रहते थे। आए दिन पिटाई करने के साथ खाना भी नहीं दिया जाता था। कई बार भूखा भी रखते थे। मंदिर का सारा काम करवाने के साथ ही गौशाला का काम भी करवाते थे। काम न करने पर सरिया व कील लगी लकड़ी से पीटते थे।

गंभीर रूप से घायल होने पर नाबालिग को कई बार एक निजी क्लीनिक पर इलाज के लिए भी ले जाया गया। लेकिन इस डॉक्टर ने भी पुलिस को इस गंभीर अपराध की कोई सूचना नहीं दी। तंग आकर नाबालिग द्वारा घर जाने की बात कहने पर उससे गालीगलौज और पिटाई करते हुए डराया धमकाया जाता था। हिम्मत करके एक बार किशोर इस महंत के चंगुल से निकलकर भाग भी गया था। लेकिन कुछ महीने बाद नाबालिग बालाजी मंदिर राजस्थान दर्शन करने गया तो एक बार फिर इस महंत ने किशोर को पकड़ लिया। डरा-धमकाकर यह लोग फिर किशोर को रुद्रपुर मंदिर में ले आये।

इन सब कारगुजारियों की खबर किसी तरह बचपन बचाओ आंदोलन टीम को लग गयी। टीम ने इसकी खबर पुलिस को दी तो चाइल्ड लाइन, बचपन बचाओ आंदोलन, पुलिस आदि की संयुक्त टीम ने किशोर का रेस्क्यू कर जिला बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया।

बरामद बच्चे की काउसंलिंग के बाद जिला बाल कल्याण समिति ने पुलिस से बाल हित उल्लंघन के मामले में जांच कर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देश दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने किशोर के उत्पीड़न करने के मामले में मंदिर के महंत रमेश वशिष्ठ व उसके बेटे अभिषेक वशिष्ठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिले के एसएसपी मंजूनाथ टीसी के अनुसार बाल कल्याण समिति के निर्देश पर महंत और उनके पुत्र के खिलाफ किशोर को अगवा का बंधुवा मजदूरी करवाने का केस दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस मामले में अभी महंत व उसके बेटे की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जबकि बचपन बचाओ आंदोलन के प्रदेश प्रभारी सुरेश उनियाल पुलिस टीम के साथ बच्चे को उसके परिजनों के सुपुर्द करने के लिए नेपाल गए हुए हैं।

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