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स्वरूपरानी अस्पताल में गैंगरेप की शिकार लड़की की मां आई सामने, कहा गुनहगारों को मिले कड़ी सजा

Janjwar Desk
3 Jun 2021 2:02 PM GMT
स्वरूपरानी अस्पताल में गैंगरेप की शिकार लड़की की मां आई सामने, कहा गुनहगारों को मिले कड़ी सजा
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अस्पताल में सर्जरी के दौरान कथित तौर पर गैंगरेप की शिकार हुई लड़की की मां आयी सामने, कहा कड़ी से कड़ी सजा मिले मेरी बेटी के अपराधियों को

सर्जरी के लिए भर्ती लड़की के साथ गैंगरेप जैसा जघन्य कांड होने के बाद भी अब तक न तो लड़की के भाई की तरफ से तहरीर ही पुलिस ने ली है और न ही एफआईआर दर्ज की गई है...

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबद्ध स्वरूपरानी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती मिर्जापुर की एक युवती से गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद सबसे पहले पीड़िता के परिजनों से संपर्क कर इसकी डिटेल खबर जनज्वार पर प्रकाशित हुई थी। खबर प्रकाशित होते ही पूरा जिला हरकत में आया और कार्रवाई शुरू की गई।

गौरतलब है कि स्वरूपरानी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती युवती ने ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर ऑपरेशन थियेटर में अपने साथ 'गंदा काम' करने का आरोप लगाया था। दूसरी तरफ स्वरूपरानी अस्पताल के डॉक्टरों पर गैंगरेप के लगे गंभीर आरोप की जांच के लिए पहले दो तो अब पांच सदस्यीय जांच कमेटियों का गठन भी कर दिया गया है। यह जांच कमेटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एसपी सिंह की ओर से गठित की गई है।

यह सवाल ताकत के साथ सबसे पहले जनज्वार ने ही उठाया था, जिसके आधार पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने जवाब दिया है। वहीं हॉस्पिटल में मौजूद पीड़िता की मां भी आज 3 जून की शाम को मिर्जापुर मीडिया के सामने आयी है। पीड़िता की मां ने वीडियो में कहा है कि उसकी बेटी के साथ गलत हुआ है, और यह जिसने भी किया है उसे सख्त से सख्त सजा मिले।

वहीं दूसरी जांच टीम का गठन सीएमओ प्रयागराज डॉक्टर प्रभाकर राय ने किया है। जांच टीम में शामिल किए गए डॉक्टरों की रिपोर्ट आने के बाद आगे की विधिक कार्यवाही किए जाने की बात कही जा रही है।

संबंधित खबर : प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल स्टाफ पर भर्ती लड़की ने लगाया गैंगरेप का आरोप, हालत बहुत गंभीर

गौरतलब है कि मिर्जापुर के एक युवक ने मंगलवार 1 जून की देर रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर हड़कंप मचा दिया था। युवक का आरोप था कि आंत में समस्या के चलते उसने अपनी चचेरी बहन को 29 मई की शाम स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया था। 1 जून की रात डॉक्टर उसका ऑपरेशन करने के लिए ऑपरेशन थियेटर में लेकर गये।

ऑपरेशन के बाद लौटी युवती अचेत लग रही थी और कुछ कहना भी चाह रही थी। परिजनों ने जब देखा की बोलने में असमर्थ युवती कुछ बताना चाह रही है तो उसे पेन और कागज दिया गया। कागज पर युवती ने कंपकंपाते हाथों से लिखा कि डॉक्टर अच्छे नहीं है। सब मिले हुए हैं, कोई इलाज नहीं किया है और उसके साथ गंदा काम किया है। युवती द्वारा लिखते हुए भी उसके चचेरे भाई राहुल ने वीडियो बनाया था, जिसके बाद वायरल भी कर दिया।

फिलहाल डॉक्टरों पर गैंगरेप का आरोप लगने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की संस्तुति पर सीएमओ ने बुधवार 2 मई को जिला महिला अस्पताल डफरिन में युवती का मेडिकल कराया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसपी सिंह ने इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्य डॉक्टरों की टीम गठित की है।

इस गठित जांच टीम में डॉ वत्सला मिश्रा, डॉ अजय कुमार, डॉ अरविंद गुप्ता, डॉक्टर अमृता चौरसिया और डॉक्टर अर्चना कौलल को शामिल किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक युवती की आंत पूरी तरह से फट गई थी। सोमवार 1 जून की रात 11 बजे तक उसका ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इस दौरान उसके परिजन भी मौजूद थे जबकि एक दिन पहले ही युवती को ब्लड भी चढ़ाया गया था।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की मानें तो ऑपरेशन के समय ओटी में 4 महिला सर्जन एक महिला नर्स दो पुरुष डॉक्टर एक वार्डबॉय मौजूद था। वहीं सीएमओ डॉक्टर प्रभाकर राय ने भी डॉक्टरों पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। उन्होंने रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्यवाही की बात कही है।

गौरतलब है कि यह सवाल ताकत के साथ सबसे पहले जनज्वार ने ही उठाया था, जिसके आधार पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने जवाब दिया है। वहीं हॉस्पिटल में मौजूद पीड़िता की मां भी आज 3 जून की शाम को मिर्जापुर मीडिया के सामने आयी है। पीड़िता की मां ने वीडियो में कहा है कि उसकी बेटी के साथ गलत हुआ है, और यह जिसने भी किया है उसे सख्त से सख्त सजा मिले।

इस सिलसिले में हमने जिले के संबंधित अधिकारियों से बात करने के साथ ही पीड़ित लड़की के भाई से भी बात की थी। इस बातचीत में हमें यही बताया गया कि मामले को लेकर हीलाहवाली बरती जा रही है और जिले की पुलिस जांच टीमें गठित कर मामले को दबाने-छिपाने का भरसक प्रयास कर रही है, क्योंकि इतने गंभीर मामले के बाद भी अब तक न तो लड़की के भाई की तरफ से तहरीर ली गई और न ही एफआईआर ही दर्ज की गई है।

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