AdiPurush Clash : टीवी न्यूज की बहस में उतरे हनुमान और रावण, इस एंकर के पोंगा ज्ञान पर वरिष्ठ संपादक ने कहा 'अनपढ़'
Adipurush Clash : टीवी पर बहस शुरू है। अमीश देवगन और रूबिका लियाकत जैसे एंकर दहाड़े मार-मारकर रावण और हनुमान की व्याख्या कर रहे हैं। लग रहा है जैसे उस जमाने में ये माइक कैमरा लेकर इन दोनो किरदारों का इंटरव्यू ले आए हों। ना मालूम ये लोग देश और देश की जनता को किस पाखंड में ले जाकर रूकेंगे। देश में इस वक्त जो ताजा बहस का मुद्दा बनाया जा रहा वह फिल्म आदिपुरूष को लेकर, उसमें दिखाये गये किरदारों को लेकर बड़ा हो-हल्ला है।
मुकेश अंबानी के चैनल News 18 का महाज्ञानी एंकर हनुमान जी का स्वरूप कैसा था, ये समझा रहा है। हनुमान प्रभू क्या पहनते थे वह दावा करते हुए बखान कर रहा है। एंकर कहता है, 'बजरंगबली का स्वरूप कैसा था? इसके लिए आपको रिसर्च करने की जरूरत नहीं है। हनुमान चालीसा में इसकी पूरी जानकारी दर्ज है।' अब ये अलग बात हो यह जानकारी आज तक उसके सामने भी ना आ सकी हो जिसने हनुमान चालीसा की रचना की हो।
बजरंग बली का स्वरूप कैसा है? इसके लिए आपको रिसर्च करने की ज़रूरत नहीं है.. हनुमान चालीसा में इसकी पूरी जानकारी मौजूद है। #AadiPurush pic.twitter.com/uAYGc74KYe
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) October 4, 2022
खैर, वरिष्ठ पत्रकार और संपादक ओम थानवी ने 'आरपार' वाले अमीश का ट्वीट रिट्वीट कर लिखा है, 'नमस्कार, जय बजरंग बली"? कैसी निराली पत्रकारिता है। और हनुमान चालीसा इनके लिए हो गया जानकारी देने वाला प्रामाणिक दस्तावेज। किसी ने ठीक लिखा है, अनपढ़ पत्रकारों की इन दिनों बहार है।
"नमस्कार, जय बजरंग बली"? कैसी निराली पत्रकारिता है। और 'हनुमान चालीसा' इनके लिए हो गया "जानकारी" देने वाला प्रामाणिक दस्तावेज़! किसी ने ठीक लिखा है, अनपढ़ पत्रकारों की इन दिनों बहार है। https://t.co/TVVt09682B
— Om Thanvi | ओम थानवी (@omthanvi) October 4, 2022
अमीश देवगन के इस पोंगा ज्ञान पर ट्वीटर यूजर अतुल कुमार सेठ लिखते हैं, 'अमीश आपको रिसर्च करने की जरूरत है। हनुमान जी का जन्म त्रेतायुग में हुआ था और हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास ने कलयुग के सोलहवीं सदी में लिखा। ऐसे में हनुमान चालीसा में बजरंगबली के जिस स्वरूप का बर्णन है वह तुलसीदास जी की अपनी एक कल्पना है।
अमीश आपको रिसर्च करने की जरूरत है-
— Atul kumar seth (@Atulkumarseth2) October 4, 2022
हनुमान जी का जन्म त्रेता युग में हुआ था और हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास ने कलयुग में सोलवीं सदी में लिखी है।
ऐसे में हनुमान चालीसा में बजरंगबली के जिस रूप का वर्णन है वह तुलसीदास जी की अपनी एक कल्पना है।।
अब यह नीचे का एक ट्वीट देखिये। यह वीडियो क्लिप पुरानी है और न्यूज 18 पर चलने वाले अमीश देवगन के धारावाहिक आरपार का है। इस क्लिप में अमीश देवगन अपना भक्त ज्ञान दिखाते हुए कह रहे हैं कि, 'बजरंग बली से बड़ा हनुमान जी का कोई भक्त नहीं था। इसके साथ ही वह रामायण की एक चौपाई भी सुना रहे हैं, मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहुं सो दशरथ अजर बिहारी।' अब यह कि बजरंग बली से बड़ा हनुमान जी का कोई भक्त नहीं जैसा ज्ञान अमीश जैसा एंकर ही जनता को दे सकता है।
— Abhishek Sankrit (@AbhishekSankri1) October 4, 2022
धर्म, जाति, मजहब, रावण, हनुमान, राम जैसी बहसों में जनता खुद को ठगा हुआ भी नहीं महसूस करती है। क्या पता उन्हें लगता हो की ये टीवी वाले हमारा धर्म बचा रहे हैं। लेकिन जनता को ये भी समझना होगा की देश के किसी राज्य में कोई महिला जब एंबुलेंस के अभाव में सड़क पर बच्चा जनती है तो ये टीवी वाले कितना मुँह खोलते हैं। जबकि प्रधानमंत्री द्वारा लाए चीतों में से एक ने कूनो उद्यान में बच्चा देने की प्रक्रिया में है तो उसे रात और दिन कवरेज दिया जा रहा है। अब बेरोजगारी, भुखमरी पर बात करने की बजाय नया मुद्दा आ गया है, Adi Purush के रूप में, मुंहभर सरकारी रूपया और उपहार लेने वाले एंकर इसे ढ़ो रहे हैं। जनता के कपड़े फटे जा रहे। मतलब किसे है।